शराब पर पाबंदी वाले बिहार में एक एमबीए धंधेबाज़ की कहानी
बिहार लोक संवाद डॉट नेट
पटना, 17 जनवरी: बिहार में वैसे तो शराब बंदी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा यह कहते रहे हैं कि शराबबंदी उनके लिए कितना अहम है। वह इस बात पर भी जोर देते रहे हैं कि अगर कोई इस धंधे में पकड़ा गया तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी। इसके बावजूद बिहार में शराब का अवैध धंधा चलने की शिकायत मिलती रहती है। यह भी देखा गया है कि खुद पुलिस वाले इस धंधे में शामिल रहते हैं। शराब की होम डिलीवरी की शिकायत भी आम है।
लेकिन हाल ही में पटना में एक ऐसा धंधेबाज पकड़ में आया जो न सिर्फ एमबीए है बल्कि उसके पास लग्जरी कार है, कई आईफोन्स और एक स्पोर्ट्स बाइक है जिसकी कीमत 800000 है।
इस धंधेबाज का रोजाना का बिजनेस करीब 900000 का था। उसने 30-40 जवान लड़कों को इस धंधे में लगा रखा था। उन्हें हर डिलीवरी के लिए 500 दिए जाते थे। उसने शराब की स्टॉक करने के लिए दो कमरे भी किराए पर ले रखे थे।
उसने पुलिस को पहले तो बहुत छकाया लेकिन 2 दिन पहले उसे पटना के पत्रकार नगर थाने के महात्मा गांधी नगर से पकड़ा गया। उसका नाम है अतुल सिंह।
जिस दिन उसे पकड़ा गया उस रात उसके पास से 21 लाख रुपए कीमत की 1100 लीटर शराब ज़ब्त की गई। तलाशी में उसके कमरे से एक बैग में रखे 175000 भी मिले।
इस बारे में पत्रकार नगर थाना के थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती का कहना है कि अभियुक्त के पास से एक डायरी मिली है जिसमें शहर के किस हिस्से में किसको कब कितनी शराब दी जाती थी इसका पूरा ब्यौरा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी इस खबर के मुताबिक अतुल पटना ग्रामीण एसपी के अंतर्गत आने वाले अलवर पुर गांव का रहने वाला है।
पुलिस की पकड़ में पहले अतुल के 2 साथी आये। पुलिस ने इनके सहारे अतुल तक पहुंच गई तो उसने खुद को एमबीए का छात्र बताया। उसने अपनी आईडी कार्ड भी दिखाई लेकिन जब उसे कई सबूत दिखाए गए तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
608 total views