छ्पी-अनछपी: बढ़े रिज़र्वेशन पर हाई कोर्ट ने मांगा जवाब, मदरसों पर गिरिराज के विवादित बोल

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। जातीय सर्वे के बाद बढ़ाई गई आरक्षण सीमा को हाई कोर्ट में चुनौती मिलने के बाद इसपर रोक तो नहीं लगी लेकिन सरकार से जवाब मांगा गया है। इस खबर को अच्छी कवरेज मिली है। मदरसों के बारे में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के विवादित बोल पर महागठबंधन के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है, इसे हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से छापा है। उधर, ग़ज़ा में फिर बमबारी शुरू होने की खबर भी है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: बिहार में 75% आरक्षण पर रोक से हाई कोर्ट का इनकार। जागरण ने लिखा है: आरक्षण वृद्धि पर फिलहाल रोक नहीं। प्रभात खबर की सुर्खी है: बढ़ी आरक्षण सीमा पर तत्काल रोक से इनकार, सरकार से मांगा जवाब। बिहार में 75 प्रतिशत आरक्षण के कानून पर हाईकोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया है। राज्य में आरक्षण का दायरा बढ़ाए जाने को लेकर बनाए गए अधिनियम पर शुक्रवार को हाईकोर्ट ने सुनवाई की। कोर्ट ने राज्य सरकार को 12 जनवरी तक नए आरक्षण प्रावधानों पर जवाबी हलफनामा दायर करने का आदेश दिया। वहीं, इस कानून पर रोक लगाने के अनुरोध को सिरे से खारिज कर दिया।

मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति के विनोद चन्द्रन और न्यायमूर्ति राजीव रॉय की खंडपीठ ने गौरव कुमार की ओर से दायर लोकहित याचिका पर सुनवाई की। आवेदक की ओर से कोर्ट को बताया गया कि मौलिक अधिकारों का उल्लंघन कर आरक्षण का दायरा राज्य में बढ़ा दिया गया है। नये कानून के लागू होने के बाद आरक्षण का दायरा 75 प्रतिशत के ऊपर चला गया है।

गिरिराज के विवादित बोल

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार सरकार तत्काल अवैध मदरसों पर रोक लगाए। शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सीमांचल की हालत देखकर लगता है कि न धर्म बचेगा न धन। उन्होंने कहा कि बिहार में लगभग 3000 मदरसे हैं। उन सभी मदरसों की जांच होनी चाहिए। मदरसों में धार्मिक ब्रेन वाश की जगह प्रगतिशील शिक्षा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मदरसों की तरह ही बिहार में अवैध मस्जिदों की बाढ़ आ गई है।

महागठबंधन का जवाब

गिरिराज सिंह के विवादित बोल के जवाब में राज्य के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि भाजपा के लोग हिंदू मुस्लिम में लगे हैं और झगड़ा लगाने की कोशिश में रहते हैं। जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने गिरिराज सिंह के मदरसा के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस पर हस्तक्षेप करना चाहिए। श्री त्यागी ने कहा कि कई बार ऐसा हुआ है कि चुनाव के पहले गिरिराज सिंह इस तरह का विवादित बयान देते हैं जिसकी वजह से उन्हें प्रधानमंत्री से डांट खानी पड़ती है। उनके बयान नफरत से भरे हुए हैं। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मस्जिद एवं मदरसे को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि बिहार में मंदिर-मस्जिद एवं मदरसा को लेकर सियासत नहीं चलेगी। यहां रोटी, कपड़ा, मकान, पढ़ाई, लिखाई, दवाई, कमाई एवं सिंचाई ही प्रमुख मुद्दा बनेगा।

बेंगलुरु में स्कूलों को उड़ाने की धमकी

हिन्दुस्तान के अनुसार बेंगलुरु के 68 निजी स्कूलों को शुक्रवार सुबह ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई। सभी स्कूलों को एक साथ भेजे गए ई-मेल दावा किया गया कि स्कूलों के अंदर बम रखे गए हैं। स्कूल की सूचना पर पुलिस ने विद्यार्थियों व कर्मचारियों को निकाल तलाशी अभियान शुरू किया। मौके पर बम डिफ्यूजल स्क्वॉयड, डॉग स्क्वॉयड और एंटी सबोटाज टीम भी पहुंची। स्कूलों में बम की सूचना के बाद अभिभावक बच्चों को लेने पहुंच गए, जिसके बाद अफरातफरी मच गई। पुलिस का कहना है कि कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, ऐसा लगता है कि यह एक फर्जी संदेश है। तलाशी अभियान खत्म हो चुका है।

स्कूल में हिजाब पर विवाद

जागरण की खबर है: विद्यालय में हिजाब की मनाही पर हंगामा, प्रधानाध्यापक को धमकी। शेखपुरा से जागरण ने लिखा है कि छात्राओं के हिजाब पहनकर आने पर एक सरकारी विद्यालय में हंगामा की स्थिति उत्पन्न हो गई। हिजाब पहनने से मना करने पर कुछ अभिभावकों ने प्रधानाध्यापक को धमकी देने के साथ विद्यालय में तालाबंदी करने की चेतावनी दी है। यह मामला जिला की शेखोपुर नगर पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चरुआवां का है। प्रधानाध्यापक सत्येंद्र कुमार चौधरी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी तथा जिला पदाधिकारी को संदेश देकर सुरक्षा की मांग की है।

कार्बन उत्सर्जन करें खत्म: मोदी

जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विकासशील और गरीब देश को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वित्तीय मदद देने का आह्वान करते हुए कहा कि विकसित देशों को 2050 से काफी पहले कार्बन उत्सर्जन खत्म कर देना चाहिए। दुबई में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन कोप-28 में ट्रांसफॉर्मिंग क्लाइमेट फाइनेंस पर एक सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि बहुपक्षीय विकास बैंकों को न केवल विकास के लिए बल्कि जलवायु कार्रवाई के लिए भी किफायती आर्थिक सहायता उपलब्ध करानी चाहिए।

ग़ज़ा पर फिर हमला

प्रभात खबर की खबर है: युद्ध विराम खत्म, इसराइल का ग़ज़ा पर फिर से हवाई हमला। इसराइल की सेना ने शुक्रवार को हमास के साथ युद्ध विराम की समय सीमा समाप्त होने के बाद ग़ज़ा में हमास के ठिकानों पर लड़ाकू विमानों से हमले किए। इसराइल ने दक्षिणी ग़ज़ा के कुछ हिस्सों में पर्चे गिराए हैं जिनमें लोगों से खान यूनुस शहर स्थित घरों को छोड़ने के लिए कहा गया है। शुक्रवार को इसराइल की ओर से शुरू किए गए हवाई हमले में खान यूनुस में एक बड़ी इमारत नष्ट हो गई। हमाद शहर में एक बहु मंजिला आवासीय इमारत का एक अपार्टमेंट हमले में क्षतिग्रस्त हो गया। ग़ज़ा में स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इसराइली हमले में 14 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए।

कुछ और सुर्खियां

  • हवाई जहाज से पटना पहुंचे सिल्कयारा सुरंग से निकले पांच बिहारी श्रमिक
  • सीबीएसई अब 10वीं-12वीं की परीक्षा में नहीं देगा डिविजन
  • मिजोरम में अब रविवार की जगह सोमवार को होगी वोटों की गिनती
  • पटना सहित 28 शहरों का न्यूनतम तापमान चढ़ा
  • बीपीएससी हर साल 30 सितंबर को लेगा प्रारंभिक परीक्षा

अनछपी: बिहार में पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक बातों का सिलसिला जारी है। पहले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बिहार के स्कूलों में होने वाली छुट्टियां को लेकर ऐसी बयानबाजी की कि जिससे हिंदू मुसलमान करने का मौका मिले और सांप्रदायिक भावना भड़के। जब शिक्षा विभाग में यह स्पष्ट किया कि हिंदुओं की किसी भी छुट्टी में कटौती या मुसलमानों की किसी भी छुट्टी में वृद्धि नहीं की गई है तो अब भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मदरसों पर हमलावर हुए हैं। उन्होंने मदरसों को ही नहीं बल्कि मस्जिदों को भी निशाने पर लिया है और अपने अनाप-शनाप आरोप लगाए हैं। सवाल यह है कि बार-बार ऐसी सांप्रदायिक घृणा वाले बयान देने पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को किसी कानूनी कार्रवाई का सामना क्यों नहीं करना पड़ता है? छुट्टियों के मामले में झूठ फैलाने पर क्या भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर और मीडिया के कुछ हिस्से पर केस दर्ज नहीं होना चाहिए था? गिरिराज सिंह बार-बार सीमांचल को निशाने पर ले रहे हैं क्योंकि वहां मुसलमान की संख्या अधिक है। यह बात कई बार कही गई है कि जब इतने सालों से सत्ता में भारतीय जनता पार्टी है तो केंद्र सरकार आखिर सीमा पर क्या कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मदरसों की तरह ही बिहार में अवैध मस्जिदों की भी बाढ़ आ गई है। राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सही ही पूछा है कि इतने दिनों तक बिहार में भाजपा शासन में रही तो तब क्यों नहीं उन्हें याद आया कि बिहार में इतने मदरसे हैं। इधर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री को अवैध मदरसे की सूची देनी चाहिए। अच्छी बात है कि महागठबंधन के नेता गिरिराज सिंह के बयानों के जवाब में बयान जारी कर रहे हैं लेकिन इसका प्रशासनिक इलाज भी होना जरूरी है।

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