छपी-अनछपी: तकनीकी डिग्री वालों को भी टीचर भर्ती में मौका, तीसरी बार राष्ट्रपति बने अर्दोगान को मोदी की बधाई

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार शिक्षक बहाली में तकनीकी डिग्री वालों को भी मौका दिया जाएगा। इससे जुड़ी जानकारी पहले पेज पर लीड बनी है। रजब तैयब अर्दोगान के तीसरी बार तुरकिए (तुर्की) के राष्ट्रपति चुने जाने और प्रधानमंत्री मोदी की बधाई की खबर अंदर के पेज पर है। होटल मौर्या के मालिक पर विदेशी मुद्रा मामले में कार्रवाई हो सकती है। आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की खिताबी जीत की खबर भी पहले पेज पर है।

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: तकनीकी डिग्री वाले भी बन सकेंगे कक्षा 9-10 के शिक्षक। शिक्षा विभाग ने सोमवार को शिक्षक भर्ती नियम वाली में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इंजीनियरिंग और कंप्यूटर ग्रेजुएट सहित तकनीकी डिग्री वाले अभ्यर्थी भी कक्षा 9 और 10 में गणित या विज्ञान विषय में शिक्षक बन सकेंगे। कक्षा 11 और 12 में कंप्यूटर शिक्षक बनने के लिए बीएड की अनिवार्यता नहीं है। इस बारे में एक और अधिसूचना में कहा गया है कि जिस विषय या विषय समूह में पात्रता परीक्षा नहीं ली गई है , उस विषय या विषय समूह की पात्रता परीक्षा यानी एसटीइटी उत्तीर्ण प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को नियुक्ति की आयु में 10 वर्षों की छूट होगी। इसके अलावा बीएड अंतिम वर्ष की परीक्षा में शामिल छात्र भी शिक्षक बहाली के लिए आवेदन कर सकते हैं।

अर्दोगान को मोदी की बधाई

हिन्दुस्तान की खबर है: अर्दोगान लगातार तीसरी बार तुर्किये के राष्ट्रपति बने। तुर्किये (तुर्की) में रजब तैयब अर्दोगान ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में फिर से जीत हासिल की है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी कमाल केलिचडारोग्लू को हराकर पांच साल के एक और कार्यकाल के लिए सत्ता में वापसी की। अर्दोगान ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के दूसरे निर्णायक दौर में रविवार को 52 प्रतिशत से अधिक मत हासिल किए। इससे दो सप्ताह पूर्व पहले दौर के चुनाव में वह जीत के लिए पर्याप्त बहुमत हासिल नहीं कर पाए थे। इसके बाद दूसरे दौर का चुनाव कराना पड़ा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ट्वीट किया कि “तुर्किये के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर बधाई! मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में वैश्विक मुद्दों पर हमारे द्विपक्षीय संबंध और सहयोग बढ़ते रहेंगे।”

मौर्या होटल के मालिक का मामला

जागरण की खबर है: विदेशी मुद्रा मामले में मौर्या होटल के मालिक से जुर्माना वसूलेगा ईडी। अवैध ढंग से विदेशी मुद्रा बदलने जाने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पटना के मौर्या होटल के मालिक एपी सिन्हा के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कदम बढ़ा रहा है। ईडी के सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान होटल मालिक द्वारा एक करोड़ से अधिक की विदेशी मुद्रा को अवैध ढंग से बदले जाने की जानकारी मिली थी। अब फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट के तहत होटल मालिक से 30 करोड़ से अधिक जुर्माना वसूलने की तैयारी की जा रही है। ध्यान रहे कि बनारस स्टेशन पर होटल मालिक एपी सिन्हा के नौकर गौतम बनर्जी और उसकी पत्नी के बीच विवाद हो गया था। मामला जीआरपी थाने तक पहुंचा था जहां गौतम की पत्नी ने अपने पति द्वारा विदेशी मुद्रा को अवैध ढंग से बदल ले जाने के धंधे में लिप्त होने की सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस ने गौतम के पास से 9000 अमेरिकी डॉलर भी बरामद किए थे। जीआरपी ने इसकी सूचना ईडी को दी थी। ईडी ने शुरुआती जांच के बाद 25 मार्च को पटना स्थित मौर्या होटल व उसके संचालक एपी सिन्हा के कई ठिकानों पर छापेमारी में 40 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े दस्तावेज बरामद करने का दावा किया था।

चेन्नई सुपर किंग्स चैंपियन

अहमदाबाद में बारिश से प्रभावित मैच में रवींद्र जडेजा ने अंतिम दो गेंद में छक्का और चौका लगाकर चेन्नई सुपरकिंग्स को सोमवार को पांचवीं बार आईपीएल का चैंपियन बना दिया। दिल की धकड़ने रोक देने वाले फाइनल मुकाबले में चेन्नई ने गत चैंपियन गुजरात टाइटंस को अंतिम गेंद पर पांच विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इसके साथ चेन्नई ने मुंबई के सर्वाधिक पांच खिताब जीतने के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली। गुजरात ने चार विकेट पर 214 रन बनाकर लीग के फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर बनाया। चेन्नई की पारी के दौरान बारिश आ गई जिसके चलते उसे 15 ओवर में 171 रन का संशोधित लक्ष्य दिया गया। धौनी की टीम ने पांच विकेट खोकर इसे हासिल कर लिया।

जश्न में फायरिंग

शादी और ऐसे ही दूसरे मौक़ों पर जश्न मनाने के नाम पर फायरिंग से मौत के बावजूद इसपर लगाम नहीं लग रहा। अब सरकार ने इसपर कार्रवाई की घोषणा की है। हिन्दुस्तान के अनुसार इस वर्ष मई तक हर्ष फायरिंग की 40 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें करीब 20 ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसमें लगभग 25 लोगों की जान चली गई। हर्ष फायरिंग के बढ़ते चलन पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को सख्त निर्देश दिए हैं। उनसे हर्ष फायरिंग की घटनाओं का पूरा ब्योरा डाटाबेस के साथ मुख्यालय भेजने के लिए कहा गया है। इसके बाद हर्ष फायरिंग में उपयोग होने वाले सभी हथियारों के लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए जाएंगे।

एफआईआर में नाम

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: सिर्फ संदेह पर अभियुक्त बनाना गलत, जांच जरूरी। आपराधिक घटनाओं के आवेदन में सिर्फ नाम रहने पर ही संबंधित व्यक्ति को नामजद अभियुक्तों की श्रेणी में नहीं डाला जाएगा। वैसे व्यक्तियों को ही एफआईआर फॉर्म में ज्ञात अभियुक्तों के तौर पर रखा जाएगा, जिनपर घटना में शामिल होने का प्रत्यक्ष आरोप है। संदेह जताए जाने या दावे की सूरत में संबंधित शख्स को ज्ञात अभियुक्त की श्रेणी में शामिल नहीं किया जा सकता है। ऐसे व्यक्ति को एफआईआर भरते समय संदिग्ध की श्रेणी में ही रखना है। इस संबंध में डीजीपी आरएस भट्टी ने पुलिस मैनुअल का उल्लेख करते हुए पुलिस अधिकारियों को निर्देश जारी किया है।

कुछ और सुर्खियां

  • झारखंड के करता के पास रेलवे पुल में दौड़ा करंट, 6 की मौत
  • पश्चिम बंगाल विधानसभा में फिर शून्य हो गई कांग्रेस, एकमात्र विधायक टीएमसी में शामिल
  • फ्रांस को पछाड़कर पांचवां सबसे बड़ा शेयर बाजार भारत का, वैल्यूएशन 273 लाख करोड़ रुपये पार
  • दिल्ली में सिरफिरे ने किशोरी पर चाकू से किए 34 वार, पत्थर से कुचला सिर, तमाशा देखते रहे लोग
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिया निर्देश 2025 तक हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाएं

अनछपी: हर्ष फायरिंग यानी जश्न मनाने के नाम पर फायरिंग पर लाइसेंस रद्द करने की घोषणा देरी से उठाया गया लेकिन एक जरूरी क़दम है। हमारे समाज में आए दिन ऐसी फायरिंग में लोगों की मौत हो जाती है लेकिन कहीं कोई गंभीर चर्चा नहीं होती। शादी या दूसरे मौकों पर फायरिंग करने का यह शौक दरअसल खुद को ताक़तवर जताने की कोशिश का नतीजा होता है। यही नहीं फायरिंग के बाद इसकी भी गिनती होती है कि किसने कितने राउंड गोली चलाई। इस तरह की फायरिंग में लाइसेंसी और गैर लाइसेंसी दोनों हथियार का प्रयोग होता है। सरकार अपनी ओर से लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग के वक्त तो लाइसेंस रद्द कर सकती है लेकिन उस स्थिति का क्या होगा जब फायरिंग के लिए गैर लाइसेंसी हथियार का इस्तेमाल होता है? जाहिर है इसके लिए भी आर्म्स एक्ट की व्यवस्था है जिसके तहत फायरिंग करने वालों पर केस हो सकता है और गंभीर मामला बनता है। लेकिन शायद पुलिस तक इसकी रिपोर्ट नहीं पहुंचती या पुलिस जानबूझकर ऐसे मामलों को कागज पर नहीं लाना चाहती और कुछ ले देकर रफ़ा कर देती है। इसलिए जरूरी है कि कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ सामाजिक दबाव भी बनाया जाए के बंदूक या राइफल का इस्तेमाल उसी स्थिति के लिए किया जाए जिस स्थिति के लिए उसका लाइसेंस दिया जाता है। शादी या तिलक जैसे वक्त पर घर के बड़े बुजुर्गों को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई हर्ष फायरिंग ना हो। बंदूक, पिस्तौल या राइफल पुलिस को भी आत्मरक्षा के लिए दिया जाता है ना कि अपना रौब झाड़ने के लिए। इसी तरह आम लोगों को भी यह हथियार रौब झाड़ने के लिए नहीं बल्कि अपनी हिफाजत के लिए दिए जाते हैं। सरकार ने हर्ष फायरिंग में जख्मी या मौत होने की खबरों के बाद लाइसेंस रद्द करने की यह घोषणा की है हालांकि कोई दुर्घटना ना हो तब भी हर्ष फायरिंग पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

 

 

 

 

 

 

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