छ्पी-अनछ्पी: बिहार के 500 लोग बांग्लादेश से सुरक्षित वापस, शेख हसीना का अमेरिकी वीज़ा रद्द

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बांग्लादेश में उथल-पुथल के बीच बिहार के 500 लोगों को सुरक्षित वापस बुला लिया गया है। अमेरिका ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का वीजा रद्द कर दिया है। पीएमसीएच में 4315 नए पदों पर बहाली होगी। लैंड फॉर जॉब मामले में लालू और तेजस्वी पर नई चार्जशीट दाखिल की गई है। पटना में सहायक उर्दू अनुवादक के पद पर चुने गए लोगों पर लाठी चार्ज की गई है। विनेश फोगाट ने महिला कुश्ती के फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है।

यह हैं आज के अखबारों की अहम खबरें।

हिन्दुस्तान के अनुसार तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में फंसे बिहारी मूल के लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बांग्लादेश के विभिन्न शहरों में बिहारी मूल के 500 से अधिक लोग रह रहे थे। पढ़ाई करने के अलावा व्यवसाय से जुड़े बिहारी मूल के सभी लोगों को सुरक्षित देश वापस ले आया गया है। अब बांग्लादेश में केवल उच्चायोग में कार्यरत लगभग तीन सौ अधिकारी और कर्मचारी ही रह गए हैं। बांग्लादेश में अचानक से उत्पन्न स्थिति के बाद बिहारी मूल के अधिकारियों ने वहां मोर्चा संभाल लिया। बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा मूल रूप से बिहार के ही हैं। उनके साथ बिहारी मूल के कई अधिकारी भी उच्चायोग में काम कर रहे हैँ। बिहार सहित सभी भारतीयों को बांग्लादेश से सुरक्षित वतन वापसी में प्रणय वर्मा का अहम योगदान है।

अमेरिका ने शेख हसीना का वीजा रद्द किया

प्रभात खबर के अनुसार बांग्लादेश में तख्तापलट होते ही देश छोड़कर सुरक्षित ठिकाने की तलाश में निकलीं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एक और ब्रिटेन उन्हें शरण देने का इच्छुक नजर नहीं आ रहा है, वहीं अमेरिका ने शेख हसीना के लिए अपने दरवाजे बंद करते हुए उनका अमेरिकी वीजा कर दिया है। हसीना की पार्टी के कई सदस्यों और अधिकारियों पर भी अमेरिका में वीजा प्रतिबंध लगा दिया गया है। हसीना के अगले कुछ दिनों भारत से बाहर जाने की संभावना नहीं है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लेमी ने लंदन में कहा कि बांग्लादेश के लोग घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पूर्ण और स्वतंत्र जांच के हकदार हैं।

पीएमसीएच में 4315 पदों पर भर्ती होगी

भास्कर के अनुसार मच राज्य ही नहीं देश का सबसे बड़ा मेडिकल हॉस्पिटल बनेगा। यहां अभी 1750 बेड है जबकि इस 5462 बेड वाला अस्पताल बनना है। यहां सुविधा भी राष्ट्रीय मानकों के बराबर होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इस अस्पताल को चलाने के लिए 4315 नए पदों के सृजन की मंजूरी दी गई।  पीएमसीएच में तीन चरणों में काम हो रहा है। पहले चरण पूरा हो गया है। दूसरे चरण का काम तेजी से चल रहा है।

लैंड फ़ॉर जॉब: पूरक चार्जशीट

नौकरी के बदले जमीन से जुड़े धन शोधन मामले में ईडी ने मंगलवार को पूरक आरोप पत्र दाखिल किया। 100 पन्नों के आरोप पत्र में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, उनके बेटे व बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है। ईडी ने इससे पहले जनवरी में दाखिल आरोप पत्र में लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी, बेटियों हेमा यादव और मीसा भारती को आरोपी बनाया था।

उर्दू अनुवादकों पर लाठीचार्ज

प्रभात खबर के अनुसार सहायक उर्दू अनुवादक सफल अभ्यर्थी संघ के सदस्य मंगलवार को बिहार कर्मचारी चयन आयोग का घेराव करने पहुंचना चाह रहे थे। इससे पहले ही पुलिस ने अभ्यर्थियों को शेखपुरा मोड़ के पास रोक लिया। बिहार कर्मचारी चयन आयोग की ओर से सहायक उर्दू अनुवादकों का तीन काउंसलिंग के बाद अंतिम मेधा सूची जारी नहीं की गई। अभ्यर्थी फाइनल रिजल्ट का इंतजार कर रहे थे। इससे नाराज सहायक उर्दू अनुवादकों ने मंगलवार को आंदोलन शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख पुलिस आंदोलनकारियों को तीतर-बितर करने के लिए लाठियां भांजी, जिसमें कई जख्मी हो गए।

विनेश फोगाट कुश्ती के फाइनल में

पेरिस ओलंपिक में मंगलवार को महिला कुश्ती में 50 किग्रा भार वर्ग में विनेश फोगाट ने इतिहास रचते हुए देश के लिए रजत पदक पक्का कर दिया। हरियाणा की छोरी ने तगड़े दांव से सेमीफाइनल मुकाबला एकतरफा कर दिया और क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से चित कर दिया। अब विनेश स्वर्ण के लिए बुधवार को मैट पर उतरेंगी। विनेश फोगाट वही पहलवान हैं जो महिला पहलवान के यौन उत्पीड़न के मामले में कुश्ती महासंघ के प्रमुख और पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सड़क पर उतरी थीं।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले

हिन्दुस्तान और जागरण की सबसे बड़ी खबर के अनुसार बांग्लादेश से शेख हसीना के देश छोड़कर जाने के बाद भी हिंसा का दौर जारी है। देश के कई हिस्से में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया। उपद्रवियों ने लगभग 30 मंदिरों में आग लगा दी, मूर्तियां तोड़ दी, हिंदुओं के 300 घरों व दुकानों में तोड़फोड़ की। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को राज्यसभा और लोकसभा में दिए बयान में कहा, पड़ोसी देश में कई स्थानों पर अल्पसंख्यकों और मंदिरों पर हमले चिंताजनक हैं।

पटरी पर लौट रहा बांग्लादेश

प्रभात खबर के अनुसार सोमवार को हिंसक प्रदर्शन, आगजनी और लूटपाट के बाद मंगलवार को बांग्लादेश पटरी पर लौटता दिखा। राजधानी ढाका की सड़कों पर बस और सार्वजनिक वाहन नजर आए। वहीं स्थानीय दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें खोलीं। कुछ सरकारी वाहन कार्यालय की ओर जाते दिखे। दूसरी ओर हिंसा प्रभावित देश में सेना स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है। पुलिस और सेना सड़कों पर गश्त कर रही है।

कुछ और सुर्खियां

  • बैंकर और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस बन सकते हैं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार
  • नई हज नीति में सरकार का कोटा 80% से घटा कर 70% किया गया
  • अवैध बालू खनन की सूचना देने वालों को 10 हज़ार तक पुरस्कार
  • आईएएस अधिकारी संजीव हंस के विरुद्ध दुष्कर्म और धोखाधड़ी का मामला पटना हाई कोर्ट से रद्द
  • ओलंपिक हॉकी के सेमीफाइनल में जर्मनी ने भारत को 3-2 से हराया
  • पटना और मुजफ्फरपुर समेत 9 शहरों में बसगी ग्रीन फील्ड टाउनशिप
  • इंडिगो एयरलाइंस के मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड में सभी आरोपित भारी

अनछपी: बांग्लादेश में काफी उथल-पुथल के बाद जीवन अब पटरी पर लौट रहा है लेकिन वहां हिंदू अल्पसंख्यकों के घरों और धर्मस्थलों पर हमले की खबर बेहद चिंताजनक है। इसके साथ ही अत्याचार के फेक न्यूज़ के प्रति सतर्क रहना भी जरूरी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अल्पसंख्यकों की स्थिति के बारे में चिंता जताई है और कहा है कि सरकार बांग्लादेश के संपर्क में है। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर इससे पहले भी हमले हुए हैं लेकिन चूंकि इस समय वहां कोई लोकप्रिय सरकार नहीं है इसलिए उन पर काबू पाने में कितनी तत्परता बढ़ती जाएगी इस पर बहस जारी है। हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ जो भी अत्याचार की खबरें आ रही हैं उस पर बांग्लादेश प्रशासन को ध्यान देना जरूरी है। इस मामले में तस्वीर का दूसरा रुख यह भी है कि हिंदुओं पर अत्याचार की कई अपुष्ट और भ्रामक खबरें भी फैलाई जा रही हैं। भारत में ऐसे तत्व सक्रिय हो गए हैं जो माहौल खराब करना चाहते हैं और पुरानी, असंबद्ध और यहां तक कि झूठी बातों को बांग्लादेश में हिंसा से जोड़कर प्रचारित कर रहे हैं। ऐसे तत्व दरअसल भारत में मुसलमान के प्रति जहर फैलाने में भी लगे रहते हैं। एक और जहां यह जरूरी है कि बांग्लादेश सरकार हिंदुओं पर होने वाले अत्याचार को रोके वहीं यह भी जरूरी है कि इससे संबंधित झूठी खबरों का पर्दाफाश करे। यह जिम्मेदारी बांग्लादेश के साथ-साथ भारत सरकार की भी है। बांग्लादेश भारत का एक महत्वपूर्ण पड़ोसी देश है और उसके खिलाफ प्रोपेगेंडा करने से भारत को कोई लाभ नहीं होने वाला है। इसलिए भारत सरकार को ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जो भारत-बांग्लादेश के संबंध को बिगाड़ने में लगे हुए हैं। भारत में गोदी मीडिया भी इस काम में लगा हुआ है और वहां की खबरों को सांप्रदायिक रंग देने में जुटा है। मूल बात यह है कि बांग्लादेश में छात्रों का गुस्सा शेख हसीना सरकार के खिलाफ था और अब शेख हसीना देश छोड़कर जा चुकी हैं। इसके बाद बांग्लादेश में जो हिंसा हो रही है वह निश्चित रूप से चिंतनीय है और बांग्लादेश प्रशासन के लिए चुनौती भी है। भारतीय मीडिया को इस बात पर भी विश्लेषण देना चाहिए कि आखिर शेख हसीना की सरकार बांग्लादेश में इतनी अलोकप्रिय क्यों हो गई।

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