छ्पी-अनछ्पी: कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न, असम में राहुल गांधी पर एफआईआर

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार के चर्चित गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री और पिछड़ा राजनीति के नायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा सभी अखबारों की पहली खबर है। असम में राहुल गांधी की यात्रा के दौरान रास्ते के विवाद के बाद उन पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह खबर सभी जगह है। बिहार के 6 विश्वविद्यालयों में नए कुलपतियों की नियुक्ति की खबर भी सभी जगह पहले पेज पर है।

जागरण की पहली सुर्खी है: जननायक को भारत रत्न। हिन्दुस्तान और प्रभात खबर ने लिखा है: कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न। भास्कर की सुर्खी है: कर्पूरी अब भारत रत्न। केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है। यह घोषणा उनकी जन्मशती की पूर्व संध्या पर मंगलवार को की गई। राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से संबंध में सूचना जारी कर कहा गया कि मरणोपरांत कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की उपाधि दी जा रही है। कर्पूरी ठाकुर राज्य के पांचवीं प्रमुख हस्ती होंगे जिन्हें भारत रत्न की उपाधि दी जाएगी।

समस्तीपुर के कर्पूरी

कर्पूरी ठाकुर का जन्म बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौंझियां अब (कर्पूरीग्राम) में 24 जनवरी 1924 को हुआ। 17 फरवरी 1988 में निधन हो गया था। भारत जब आजाद हुआ तब इन्होंने स्कूल शिक्षक के रूप में काम शुरू किया। बिहार के सीएम बनने के बाद इनके नाम पर सूबे के पिछड़े इलाकों में कई स्कूल-कॉलेज खोले गए। पिछड़ों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने के लिए भी खूब काम किया था। बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने बिहार में शराब बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया। हिंदी भाषा के समर्थक के नाते शिक्षा मंत्री के रूप में मैट्रिक की परीक्षा से अंग्रेजी को समाप्त किया।

कर्पूरी के बड़े फैसले

भास्कर के अनुसार कर्पूरी ठाकुर ने 1967 में उपमुख्यमंत्री बनने के बाद बिहार में अंग्रेजी शिक्षा की अनिवार्यता खत्म की। उन्होंने 1970 में शिक्षा मंत्री बनने के बाद आठवीं तक की शिक्षा मुफ्त की। उर्दू को दूसरी राजभाषा का दर्जा दिया। 1971 में बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने किसानों को बड़ी राहत देते हुए गैर लाभकारी भूमि से मालगुज़ारी टैक्स खत्म किया। 1977 में दोबारा सीएम बनने पर नौकरियों में पिछड़ों को आरक्षण दिया।

नीतीश खुश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के केंद्र सरकार के निर्णय पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है और इसे सही निर्णय बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर को उनकी 100वीं जयंती पर दिया जाने वाला यह सर्वोच्च सम्मान दलितों, वंचितों और उपेक्षित तबकों के बीच सकारात्मक भाव पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से स्व. कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग करते रहे हैं।

राहुल गांधी पर एफआईआर

हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: यात्रा में हंगामा, राहुल गांधी पर एफआईआर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा को मंगलवार को गुवाहाटी शहर में प्रवेश करने से रोक दिया गया। इससे हंगामा खड़ा हो गया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए बैरिकेड तोड़ दिए। बाद में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के निर्देश पर राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को बब्बर शेर करार देते हुए कहा कि हमने अवरोधक हटा दिए हैं, लेकिन कानून नहीं तोड़ेंगे। युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने न्याय यात्रा को रोकने के लिए अवरोधक लगाने की साजिश का आरोप लगाया। इसके बाद सरमा ने कहा, जिस फुटेज को श्रीनिवास ने अपने एक्स पर पोस्ट किया, उसे साक्ष्य के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

अडानी मामले में बिफरे सुप्रीम कोर्ट के जज

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अड़ानी पावर राजस्थान लिमिटेड से जुड़े मामले को आदेश के बावजूद सूचीबद्ध न करने पर रजिस्ट्री की खिंचाई की। साथ ही इसे बुधवार को सबसे पहले सुनवाई के लिए रखने का निर्देश दिया। इससे पहले जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस पीवी संजय कुमार की बेंच ने सुबह एक अन्य मामले की सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे से अडानी केस के बारे में पूछा। दवे अडानी पावर के खिलाफ जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के वकील हैं।

एएमयू ने खुद छोड़ा अल्पसंख्यक दर्जा: केंद्र

जागरण की खबर है कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अल्पसंख्यक दर्जे का विरोध करते हुए कहा कि 1920 में गठन के समय एएमयू ने अपनी मर्जी से अल्पसंख्यक दर्जा छोड़ा था। केंद्र ने कहा कि एएमयू अगर चाहता तो अपना अल्पसंख्यक दर्जा बनाए रखता और इंपीरियल ऐक्ट के तहत शर्तें स्वीकार करके कानून के जरिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ना बनाता। केंद्र सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि बहुत से संस्थाओं ने ऐसा किया था। सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों की संविधान पीठ आजकल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे पर सुनवाई कर रही है।

छह नए वीसी

भास्कर की दूसरी सबसे बड़ी सुर्खी है: छह विश्वविद्यालयों में नए वीसी, प्रोफेसर शरद आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति। पटना विश्वविद्यालय को छोड़ राज्य के शेष छह विश्वविद्यालयों में कुलपतियों के रिक्त पदों पर नियुक्ति राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कर दी है। हिन्दुस्तान के अनुसार अधिसूचना के मुताबिक आर्यभट्ट ज्ञान विवि के कुलपति प्रो. शरद कुमार यादव को बनाया गया है, जो मथुरा स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विवि में प्रोफेसर हैं। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि में प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय कुलपति बने हैं। प्रो. पांडेय सेंट्रल संस्कृत विवि, केजे सोमैया कैंपस विद्याबिहार पूर्वी, मुम्बई में प्रोफेसर सह निदेशक हैं। ललित नारायण मिथिला विवि के कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी बनाए गए हैं। वह भागलपुर के टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य हैं। ललित नारायण मिथिला विवि में जूलॉजी विभाग के सेवानिवृत्त अध्यक्ष प्रो. बिमलेंदु शेखर झा बीएन मंडल, मधेपुरा विवि के कुलपति बने हैं। बीआरए बिहार विवि के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय बने हैं। यह बीएचयू में प्रोफेसर हैं। जेपी विवि का कुलपति प्रो. परमेंद्र कुमार वाजपेयी को बनाया गया है। वे छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के गुरु घासीदास विवि में भौतिकी के प्रोफेसर हैं।

अटकलों का बाजार गर्म

भास्कर ने लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर के बीच मंगलवार को लंबी बातचीत हुई। बातचीत के पहले दोनों नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जयंती समारोह में साथ थे। नीतीश कुमार सीएम हाउस ना जाकर सीधे राज भवन चले गए। उनके साथ वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी भी थे। मुख्यमंत्री का राज भवन जाना क्या हुआ अफवाहों को मानो पंख लग गए। अटकलों का बाजार बहुत गर्म हो गया। दरअसल राज भवन से निकलने के बाद मुख्यमंत्री की मीडिया कर्मियों से बात नहीं हुई। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने खेला होने की बात कही थी।

हमास के हमले में 24 इसराइली सैनिक मरे

गजा पट्टी में हमास आतंकियों के हमले में इसराइल के 24 सैनिकों की मौत हो गई। युद्ध शुरू होने के बाद यह पहली बार है, जब इसराइली सेना पर इतना घातक और बड़ा हमला हुआ है। हमले के बाद इसराइली सेना ने गजा के खान यूनुस, दीर अल-बलाह और राफा में हमले तेज कर दिए। सेना पर यह हमला सोमवार की देर शाम उस समय किया गया, जब सैनिक दो इमारतों को ध्वस्त करने के लिए विस्फोटक लगाने की तैयारी कर रहे थे। इसराइली सेना के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने 24 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की।

कुछ और सुर्खियां

  • अररिया में एक्सिस बैंक की शाखा से 90 लाख रुपए की लूट
  • पटना में सीवियर कोल्ड डे, बांका सबसे सर्द, अभी ठंड से नहीं मिलेगी राहत
  • विदेशी निवेशकों की भारी मुनाफा वसूली से शेयर बाजार धड़ाम, 8.5 लाख करोड़ डूबे
  • सीआईएसफ को सौंपा गया संसद की सुरक्षा का जिम्मा

अनछपी: जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में अपनी राजनीति मजबूत करने की कोशिश की है। आज के अखबारों में कर्पूरी ठाकुर के बारे में छपे उनके लेख से भी यह बात पुष्ट होती है। इससे यह भी जाहिर होता है कि भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ राम लहर पर विश्वास नहीं है और ओबीसी-ईबीसी राजनीति को साधने के लिए वह हर संभव प्रयास कर रही है। हिंदी पट्टी में बिहार ही एक ऐसा राज्य माना जाता है जहां भारतीय जनता पार्टी ने सीधे शासन नहीं किया बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में बनी रही। कर्पूरी ठाकुर की सौवीं जयंती से ठीक पहले भारत रत्न देने की घोषणा के पीछे चुनावी राजनीति को समझना भी जरूरी है। भारतीय जनता पार्टी के बारे में कहा जाता है कि उसके पास स्वतंत्रता आंदोलन और समाजवाद से जुड़े नायकों की कमी है। ऐसे में वह कभी बाबू वीर कुंवर सिंह को अपना बताने की कोशिश करती है और कभी किसी और हस्ती को। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा कर उसने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पुरानी मांग मान ली है और साथ ही उन्हें केंद्र को धन्यवाद देने के लिए मजबूर भी किया है। रोचक बात यह है कि यह घोषणा उस दिन शाम में की गई जब दिन भर नीतीश कुमार के राज्यपाल से मिलने के बाद अटकलों का बाजार गर्म रहा। अटकल लगाने वाले यह भी कह सकते हैं कि चूंकि नीतीश कुमार की मांग पूरी हो गई है इसलिए वह भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने का एक बहाना पेश कर सकते हैं। इस समय राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा भी चल रही है और पहले यह खबर आई थी कि 30 जनवरी को पूर्णिया में राहुल गांधी की सभा में नीतीश कुमार भी शामिल होंगे। अब यह जानकारी सामने आई है कि उनके उस सभा में शामिल होने की संभावना है। राहुल गांधी की सभा में शामिल होने के दावे और संभावना कि यह बात भी अटकलों को ही जन्म देती है। इतना तय है कि भारतीय जनता पार्टी ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा कर राम लहर के साथ-साथ ईबीसी-ओबीसी का समर्थन जताने की भी बहुत ही अच्छी चाल चली है। मतलब यह कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब बिहार आएंगे तो वह सिर्फ राम राज्य की बात नहीं करेंगे बल्कि कर्पूरी ठाकुर के सम्मान को भी चुनावी फायदे के लिए भुनाने की कोशिश करेंगे। देखना यह है कि नीतीश कुमार का अगला कदम क्या होता है और लालू प्रसाद के साथ मिलकर वह भाजपा की इस चाल का क्या जवाब देते हैं।

 

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