छ्पी-अनछ्पी: नीतीश चाहते हैं रिज़र्वेशन का कर्पूरी फार्मूला, राहुल बोले- डरूंगा नहीं

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कर्पूरी जयंती पर दिए गए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान को आज के अखबारों में सबसे अधिक तवज्जो मिली है। असम सरकार द्वारा एफआईआर दर्ज करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि वह डरेंगे नहीं। इस बयान को कम कवरेज मिली है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सुर्खी है: आरक्षण का कर्पूरी फार्मूला पूरे देश में लागू हो नीतीश। जागरण की पहली खबर भी यही है: पूरे देश में हो पिछड़ा अति पिछड़ा को आरक्षण। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि पूरे देश में कर्पूरी फॉर्मूले पर पिछड़ों-अति पिछड़ों के लिए आरक्षण लागू किया जाना चाहिए। कर्पूरी ठाकुर ने ही पहली बार पिछड़ों-अति पिछड़ों को जोड़कर आरक्षण दिया था। उन्होंने पहली बार 1978 में पिछड़ा वर्ग के लिए 8 फीसदी व अति पिछड़ा के लिए 12 आरक्षण दिया। आज भी अति पिछड़ों में अधिक गरीबी है। उन्हें अवसर मिलना चाहिए। नीतीश कुमार ने मांग रखी की बिहार में जिस तरह से पिछड़ों व अति पिछड़ों के लिए अलग-अलग आरक्षण की व्यवस्था है वहीं पूरे देश में होना चाहिए। नीतीश कुमार बुधवार को वेटनरी कॉलेज मैदान में जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्म शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे।

परिवार की राजनीति पर हमला

प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर है: जननायक से सीख कर हमने भी परिवार को आगे नहीं बढ़ाया: मुख्यमंत्री। भास्कर की मेन हेडलाइन है: राजनीति में बहुत नेता परिवार को ही आगे बढ़ते हैं नीतीश। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना किसी का नाम लिए परिवारवाद पर हमला बोला। नीतीश ने कहा कि हम लोगों ने जननायक के कार्यों को आगे बढ़ाया है लेकिन आजकल लोग परिवारवाद को आगे बढ़ते हैं। जब जननायक कर्पूरी ठाकुर का देहावसान हो गया तब हम लोगों ने उनके सुपुत्र रामनाथ ठाकुर जी को आगे बढ़ाया। उन्हें पार्टी में स्थान दिया, मंत्री बनाया, सांसद बनाया। आजकल बहुत लोग अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगे हैं लेकिन जननायक ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया और उन्हीं से सीख लेते हुए हमने भी अपने परिवार को कभी आगे नहीं बढ़ाया।

लोहिया व कांशीराम को मिले भारत रत्न: लालू

प्रभात खबर नहीं लिखा है कि इसके मेमोरियल सभागार में आयोजित कर्पूरी ठाकुर जन्मशताब्दी समारोह में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने डॉ राम मनोहर लोहिया और बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक काशीराम को भारत रत्न देने की मांग की। लालू ने कहा कि यह दोनों नेता इस सम्मान के काबिल हैं। यह कोई भीख नहीं होगी। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के समय उसने कर्पूरी ठाकुर का नाम लेना शुरू किया है। उन्होंने पूछा कि कर्पूरी ठाकुर को इतने दिनों बाद भारत रत्न देने की याद क्यों आई।

भाजपा किसी को कंधे पर नहीं बिठाएगी

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि पार्टी ने स्पष्ट फैसला किया है कि अब किसी को अपने कंधे पर बिठाकर राज्य की गाड़ी नहीं सौंपेगी। भाजपा अपनी सरकार बनाएगी। कर्पूरी ठाकुर जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर वीर चंद्र पटेल पथ पर आयोजित कार्यक्रम में सम्राट चौधरी ने कहा कि भाजपा ने लालू को भी पहली बार सरकार बनाने में मदद की थी। “नीतीश कुमार को तो कई बार सीएम बनाया है। लेकिन अब यह दौर खत्म होगा और 2025 में पार्टी अपने दम पर सरकार बनाएगी।”

चाहे जितने केस करो, डरूंगा नहीं: राहुल

हिन्दुस्तान ने लिखा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्वयं और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ गुवाहाटी पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के एक दिन बाद बुधवार को भाजपा की प्रदेश सरकार को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि वे चाहे जितने मामले दर्ज कर लें, लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं। राहुल ने असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के सातवें दिन की शुरुआत बारपेटा शहर से न्यू बस स्टैंड तक रोड शो के साथ की। चार पहिया वाहन से जिला मुख्यालय पहुंचे गांधी ने वहां जनता को संबोधित किया और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की आलोचना की। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि हिमंत को यह विचार कैसे आया कि वह मामले दर्ज करके मुझे डरा सकते हैं। 25 और मामले दर्ज करें, आप मुझे डरा नहीं सकते। वहीं, हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राहुल गांधी को लोस चुनाव बाद गिरफ्तार किया जाएगा।

ममता व मान का झटका

हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: ममता व मान ने दिया गठबंधन को झटका। भास्कर ने लिखा है: तृणमूल-आप लड़ेंगे अकेले, लेकिन इंडिया में बने रहेंगे। 28 दलों वाले विपक्षी गठबंधन इंडिया को बुधवार को दो झटके लगे। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बंगाल में प्रवेश करने से ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ कर दिया कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब की सभी 13  लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।

एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे पर बहस जारी

जागरण ने लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) का अल्पसंख्यक दर्जा बहाल करने के लिए एएमयू एक्ट में 1981 में किए गए संशोधन को केंद्र सरकार द्वारा स्वीकार करने पर सवाल उठाया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कानूनी संशोधन को सरकार कैसे अस्वीकार कर सकती है। सात न्यायाधीशों की संविधान पीठ की अध्यक्षता कर रहे प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि सरकार यह कैसे कह सकती है कि वह संशोधन की वैधता को स्वीकार नहीं करती। चीफ जस्टिस ने कहा कि वह यह नहीं सुन सकते कि संसद में जो संशोधन किया उसे भारत सरकार स्वीकार नहीं करती। सरकार को संशोधन स्वीकार करना होगा।

सास की सेवा करना बहू का कर्तव्य: हाई कोर्ट

झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस सुभाष चंद्र की अदालत ने बुधवार को एक पारिवारिक मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि वृद्ध सास की सेवा करना बहू का कर्तव्य है। वह अपने पति की मां से अलग रहने के लिए दबाव नहीं बन सकती है। रुद्र नारायण बनाम पियाली चटर्जी मामले में अदालत में पत्नी को गुजारा भत्ता देने के आदेश को निरस्त कर दिया। अदालत ने कहा कि सास की सेवा करना भारतीय संस्कृति भी है। इसके साथ ही जस्टिस सुभाष चंद की अदालत ने दुमका के फैमिली कोर्ट के आदेश को रद्द कर दिया। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कई धर्म ग्रंथों, साहित्यों और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए टिप्पणी भी की है।

कुछ और सुर्खियां

  • युद्धबंदियों को ले जा रहा रूसी विमान क्रैश, 74 की मौत
  • ग़ज़ा मैं संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय पर गोलीबारी, नौ लोगों की मौत
  • पटना समेत पूरे बिहार में एक हफ्ते तक कड़ाके की ठंड से राहत नहीं
  • राम मंदिर को दो दिनों में सवा तीन करोड़ का चढ़ावा मिला
  • ज्ञानवापी मस्जिद की एएसआई सर्वे रिपोर्ट दोनों पक्षों को मिलेगी
  • छपरा के मेयर बने विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री लक्ष्मी नारायण

अनछ्पी: देश के कई राज्यों की तरह बिहार भी इस समय कड़ाके की ठंड झेल रहा है लेकिन स्कूल खोलने और न खोलने के मुद्दे पर शिक्षा विभाग और पटना के डीएम का विवाद गर्मी हुआ है जो बेहद अफसोसनाक है। पटना के डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर ने इस मामले में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी से मामले की समीक्षा कर समाधान का अनुरोध किया है। डीएम ने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के बीच स्कूल बंद किए जाने को लेकर लिखी जा रही चिट्ठियों का भी उल्लेख किया है जिनसे भ्रम की स्थिति पैदा होती है। शिक्षा विभाग के प्रशासनिक मुखिया के के पाठक का कहना है कि स्कूल खुले रहने चाहिए जबकि मौसम का हवाला देकर पटना के डीएम कहते हैं कि बच्चों के हक में यही बेहतर है की आठवीं तक की क्लास बंद रखी जाए। मामला यहां तक पहुंचा कि जिला प्रशासन ने 22 जनवरी को धारा 144 के तहत दी गई शक्तियों के संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक को विस्तार से अवगत कराया। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के बारे में पहले से ही अच्छी राय नहीं पाई जाती। छुट्टियों की संख्या को लेकर भी काफी बहस होती है। केके पाठक के लिहाज से सोचा जाए तो और छुट्टियां देने का मतलब पढ़ाई को नुकसान है लेकिन डीएम के हिसाब से सोचा जाए तो इससे बच्चों की सेहत को नुकसान पहुंचेगा। लखीसराय, मुजफ्फरपुर और औरंगाबाद में छात्रों को ठंड लगने और इससे उनकी मौत की भी खबर आई है। तो इस समस्या का हल क्या है? पहली बात तो यह कि दो आईएएस अफसरों को इस तरह सार्वजनिक रूप से तू तू मैं मैं में शामिल नहीं होना चाहिए। पटना के डीएम ने जो अनुरोध अब मुख्य सचिव से किया है वह पहले भी कर सकते थे। केके पाठक एक कड़क अधिकारी माने जाते हैं और उनसे कम ही लोग यह पूछ पाएंगे कि आखिर स्कूल खोलने से बच्चों की सेहत को जो नुकसान पहुंचेगा उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? इस समस्या का हाल इस बात में है कि स्कूल के कमरों में छात्रों को कैसी सुविधा मिलेगी। क्या बच्चों को वहां हीटर की सुविधा दी जाएगी जैसा के अधिकारियों के कमरे में मिलती है? दुनिया के कई देशों में इससे भी अधिक सर्दी में बच्चे पढ़ने के लिए जाते हैं लेकिन वहां उनके लिए समुचित व्यवस्था होती है। केके पाठक अगर चाहते हैं कि बच्चे इस सर्दी में भी स्कूल जाएं तो स्कूलों में हीटर की व्यवस्था करवाना उनकी ही जिम्मेदारी बनती है।

 

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