छपी-अनछपी: सिसोदिया की गिरफ्तारी पर जागे 8 विपक्षी दल, पटना के एक कप गंगाजल में 1.60 लाख घातक बैक्टीरिया

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। घोटाले के नाम पर गिरफ्तार किए जा रहे विपक्षी नेताओं में मनीष सिसोदिया का नाम शामिल होने के बाद विपक्षी दल जागे हैं। इससे जुड़ी ख़बर पहले पेज पर ली गई है। हिंदुस्तान की एक खास खबर में बताया गया है कि पटना के गंगाजल में 100 मिलीलीटर पानी में डेढ़ लाख से अधिक खतरनाक जीवाणु पाए गए हैं। इसके अलावा तमिलनाडु में अफवाहों से मजदूरों के पलायन की खबरें भी हैं हालांकि बहुत से लोग होली के लिए भी बिहार लौट रहे हैं।

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ आठ विपक्षी दलों का पीएम को पत्र। हिंदुस्तान की हेडलाइन है: सीबीआई-ईडी पर विपक्ष की मोर्चेबंदी।  आबकारी नीति मामले में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष ने मोर्चाबंदी कर दी है। विपक्ष ने केंद्रीय जांच एजेंसियों सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। इस संबंध में आठ दलों के नौ नेताओं ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। इसके बाद सियासी पारा भी चढ़ गया। भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्षी दल केवल एक-दूसरे को बचाने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री को लिखी इस चिट्ठी पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राजद नेता तेजस्वी यादव, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता उद्धव ठाकरे और सपा नेता अखिलेश यादव ने हस्ताक्षर किए हैं।

तमिलनाडु पर अफवाहों का बाजार

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सुर्खी है: तमिलनाडु अफवाह से डर पलायन कर रहे हैं मजदूर। अखबार लिखता है कि बिहार के अधिकतर लोगों ने बताया कि तमिलनाडु में उत्तर भारतीय लोगों के खिलाफ हिंसा का कोई माहौल नहीं है। इन लोगों ने यह भी जानकारी दी कि हाल के दिनों में इंटरनेट पर जो भी वीडियो वायरल हुए हैं वह गलत है। अफवाह की वजह से लोग डरे हुए हैं और इसीलिए यहां से पलायन कर रहे हैं। ये बातें तमिलनाडु के दौरे पर गई बिहार से चार अधिकारियों की टीम के हवाले से लिखी गई है। इस टीम ने रविवार को चेन्नई के अलावा सेलम ईश्वरी कृष्णागिरी पूर्णागिरि कोठापल्ली और कॉलम इलाके का दौरा किया। इस बारे में जागरण की सुर्खी है: प्रवासी श्रमिक घबराएं नहीं तमिलनाडु के लोग मिलनसार व अच्छे: राज्यपाल।

बिहार के श्रमिक की हत्या में झारखंडवासी गिरफ्तार

भास्कर की खबर है: तमिलनाडु में बिहार के श्रमिक की हत्या करने वाला झारखंड का युवक गिरफ्तार। अखबार लिखता है: तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि, जो बिहार मूल के हैं, ने कहा कि उत्तर भारत के श्रमिक तमिलनाडु में सुरक्षित हैं। राज्य सरकार उनकी सुरक्षा के सभी उपाय कर रही है। उन्होंने अपील की कि अफवाह पर ध्यान मत दें। तमिलनाडु में बिहारी मज़दूरों पर हमले का वीडियो पूरी तरह से फर्जी है। आपसी रंजिश को लेकर झारखंड के युवक उपेंद्र धारी ने बिहारी श्रमिक पवन यादव की हत्या की थी। यह जानकारी देते हुए त्रिपुर के पुलिस उपायुक्त अभिषेक गुप्ता ने बताया की इसी वीडियो को अन्य जगहों से जोड़ते हुए वायरल किया गया। इस मामले में उपेंद्र धारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पटना के घाट पर गंगाजल

हिन्दुस्तान की खास खबर है: पटना के घाटों पर एक कप गंगाजल में 1.60 लाख घातक जीवाणु। अखबार लिखता है: पटना शहर के घाटों पर गंगाजल अब प्राणदायिनी नहीं रहा। बेहद चिंताजनक बात यह है कि गांधी घाट और गुलबी घाट पर 100 मिलीलीटर पानी (करीब एक कप) में टोटल कोलिफॉर्म यानी खतरनाक जीवाणुओं की कुल संख्या एक लाख 60 हजार तक पहुंच गयी है। गंगाजल पीना तो दूर नहाने के लायक भी नहीं रहा। अब तो फिल्टर करने के बाद भी इसे स्वच्छ नहीं किया जा सकता है। ऐसी दुर्दशा शहर के सीवरेज के कारण है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में गंगा की यही हालत बक्सर से लेकर कहलगांव तक है। पिछले दो साल में स्थिति और खराब ही हुई है। जनवरी 2023 में पटना के गांधी घाट और गुलबी घाट के 100 मिलीलीटर पानी में टोटल कोलिफॉर्म की संख्या बढ़कर एक लाख 60 हजार हो गयी है। जबकि, वर्ष 2021 में दोनों घाटों पर टोटल कोलिफॉर्म की संख्या 16 हजार ही थी। यह जीवाणु मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।

कश्मीर: फर्जी मुठभेड़ में कैप्टन

जागरण ने पहले पेज पर खबर दी है: फर्जी मुठभेड़ मामले में कैप्टन को उम्र कैद देने की सिफारिश। अखबार के अनुसार कश्मीर के शोपियां जिले के आमशीपोरा में फर्जी मुठभेड़ मामले में सेना ने कैप्टन को दोषी करार देकर उसे आजीवन कारावास देने की सिफारिश की है। सेना की जनरल कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया पूरी होने पर ही कैप्टन भूपेंद्र सिंह को दोषी पाया गया है। सेना ने जनरल कोर्ट मार्शल की कार्रवाई 1 साल से कम समय में पूरी की है। अब कैप्टन को सजा सुनाने के मामले में आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है। जुलाई 2020 में फर्जी मुठभेड़ में राजावरी के तीन लोगों को आतंकी करार देकर उनके हत्या करने के मामले में मृतकों के परिवारों और लोगों के विरोध जताने के बाद सेना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर कैप्टन को दोषी पाया गया। इस फर्जी मुठभेड़ में इम्तियाज अहमद, अबरार अहमद और मोहम्मद अबरार मारे गए थे।

चीन का रक्षा बजट

चीन के रक्षा बजट की बढ़ोतरी की खबर है। जागरण की शुरू की है चीन ने 224 अरब डॉलर का रक्षा बजट घोषित किया। हिंदुस्तान में लिखा है: चीन ने फिर बढ़ाया रक्षा बजट, सात फीसदी से अधिक की वृद्धि। चीन ने रविवार को अपना रक्षा बजट 7.2 फीसदी तक बढ़ाकर 1,550 अरब युआन तक कर दिया। यह पिछले साल से अधिक है। यह उसके सैन्य बजट में लगातार आठवीं वृद्धि है। रविवार को जारी मसौदा बजट के अनुसार दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले चीन का रक्षा खर्च वर्ष 2023 में करीब 224.79 अरब डॉलर होगा। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट है। चीन ने पिछले साल 7.1 की वृद्धि के साथ 1,450 अरब युआन का बजट पेश किया था। इस साल रक्षा खर्च बढ़कर 1,550 अरब युआन हो गया है। हालांकि, युआन के मुकाबले डॉलर की मजबूती को देखते हुए इस साल चीन का रक्षा खर्च करीब 224 अरब डॉलर हो गया है, जो पिछले वर्ष के 230 अरब डॉलर के मुकाबले कम है।

इसराइल में बड़ा प्रदर्शन

भास्कर में एक बड़ी सी तस्वीर के साथ खबर दी है कि इसराइल में अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन अखबार लिखता है: इसराइल सरकार द्वारा कोर्ट की शक्ति घटाने के प्रस्ताव के खिलाफ़ प्रदर्शन 9वें हफ्ते में प्रवेश कर गया है। शनिवार रात 1,50,000 से ज्यादा लोग सड़कों पर उतर आए। ये देश के इतिहास का सबसे बड़ा प्रदर्शन है। प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की गई तो उनकी पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस द्वारा जारी किए गए फुटेज में प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स तोड़ते और आग लगाते भी दिखे। उन्हें काबू करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। प्रदर्शन जनवरी में तब शुरू हुई जब सरकार ने कोर्ट को लेकर सुधार का प्रस्ताव रखा। सुधार पर विशेषज्ञों ने कहा कि इससे सुप्रीम कोर्ट की शक्ति लगभग समाप्त हो जाएगी। इसका फायदा प्रधानमंत्री नेतन्याहू को मिलेगा जिन पर भ्रष्टाचार समेत अन्य आरोप हैं।

कुछ और सुर्खियां

  • बिहार में विटामिन B12, डी डाइमर व बोनमैरो समेत 161 तरह की जांच मुफ्त में होगी
  • मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एमएलसी सच्चिदानंद राय ईडी के घेरे में
  • खेल के मैदान के बिना नहीं हो सकता कोई स्कूल: सुप्रीम कोर्ट
  • न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रहे विमान में एक यात्री ने फिर किया पेशाब
  • 60 लाख स्नातक पास छात्राओं के खाते में जल्द ही जाएगी राशि
  • तेजस्वी बोले- तमिलनाडु की घटना पर चुप क्यों है केंद्र
  • पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने गई पुलिस खाली हाथ लौटी
  • झारखंड के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का पर आरोपित के घर बैठकर फाइलें निपटाने का आरोप, पद से हटाए गए
  • मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से देश में प्रति व्यक्ति आय हुई दुगनी
  • देश में लग्जरी कारों की बिक्री 50% बढ़ गई, महंगे स्मार्टफोन 55% ज्यादा बिके

अनछपी: दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ जिन आठ दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ईडी और सीबीआई की भूमिका के बारे में पत्र लिखा है उन्हें यह काम बहुत पहले करना चाहिए था। ऐसा लगता है कि विपक्षी दल अब ईडी और सीबीआई के गलत इस्तेमाल के खिलाफ एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन इस कोशिश में कांग्रेस का नाम नहीं देखकर कई सवाल खड़े होते हैं। जिन आठ दलों ने यह पत्र लिखा है उनमें ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी भी है। सवाल यह है कि क्या यह पत्र महज एक मुद्दे पर एकजुट होने के लिए है या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अन्य नीतियों के खिलाफ भी चुनावी एकजुटता है। सीधे तौर पर ममता बनर्जी कह चुके हैं कि वह 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेंगी यानी बंगाल में विपक्षी एकजुटता चुनाव में नहीं दिखेगी। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी और मायावती भी अक्सर डाँवाडोल नजर आती हैं। ऐसे में इस विपक्षी एकता से क्या हासिल हो सकता है? यह बात अपनी जगह पर अटूट है कि अब भी, इतनी खराब हालत में भी देश में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ही है। ममता बनर्जी और मायावती या अन्य नेताओं का का किसी विपक्षी एकजुटता से कांग्रेस को बाहर रखने का आग्रह अंततः विपक्ष को ही नुकसान पहुंचाने वाला है।

 

 

 

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