छपी-अनछपी: राबड़ी के घर फिर सीबीआई तो तेजस्वी बोले- यहीं बना लें दफ्तर, तमिलनाडु मामले में गिरफ्तारी
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। नौकरी के बदले जमीन लेने के कथित मामले में एक बार फिर सीबीआई के राबड़ी देवी के घर पहुंचने की खबर सभी अखबारों में लीड है। तमिलनाडु में बिहारी कामगारों के साथ कथित हिंसा के फर्जी वीडियो फैलाने के आरोप में एफआईआर और गिरफ्तारी की खबर भी प्रमुखता से ली गई है। बिहार मदरसा बोर्ड द्वारा अब अपनी 12वीं यानी मौलवी के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी को भी बतौर सब्जेक्ट शामिल करने की अहम खबर भी है।
जागरण की सबसे बड़ी सुर्खी है: जमीन के बदले नौकरी मामले में राबड़ी देवी से 5 घंटे पूछताछ, लालू और निशा को भी समन। भास्कर ने लिखा है: सीबीआई ने पूछा कितने लोगों से जमीन ले नौकरी दी, राबड़ी बोलीं- ऐसा कुछ नहीं है। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी मामले में सीबीआई ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की। पटना के 10, सर्कुलर रोड स्थित आवास पर सीबीआई की टीम ने राबड़ी से ग्रुप डी नौकरी और जमीन से जुड़े कई सवाल किए। उधर, लालू प्रसाद से भी इस मामले में फिर पूछताछ होनी है। सूत्रों ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है। पहले इसी मामले में छापेमारी भी हो चुकी है और आरोप पत्र भी दाखिल हुआ है। भोला यादव से भी दोबारा पूछताछ हो सकती है। इस बीच आवास के बाहर राजद कार्यकर्ताओं और मीडिया का जमावड़ा लगा रहा। भास्कर के अनुसार उन से 48 सवाल पूछे गए।
सीबीआई मेरे घर में ही दफ्तर खोल ले: तेजस्वी
अखबारों के अनुसार सीबीआई की पूछताछ पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सिलसिला वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव तक चलेगा। उन्होंने कहा कि जब कोई गलती ही नहीं की गई है, तो इसकी चिंता क्यों करनी है? “पहले भी हमने सीबीआई से कहा था कि हर महीने आपलोग क्यों यहां आने की तकलीफ करते हैं। मेरे घर में ही आपलोग दफ्तर खोल लीजिए। यहां बार-बार आने से जनता का पैसा खर्च होता है। जो भी भाजपा को आईना दिखाने की कोशिश करता है, उसे विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से परेशान किया जाता है। वहीं, जब कोई भाजपा में शामिल हो जाता है तो वह हरिशचंद्र बन जाता है। रेल मंत्रालय ने भी इसे घोटाला नहीं माना है।”
तमिलनाडु मामले में एफआईआर
जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: जानबूझकर फैलाई बिहारी कामगारों पर हमले की अफवाह, एक गिरफ्तार। हिन्दुस्तान ने लिखा है: तमिलनाडु मामले में फर्जी वीडियो से भ्रम फैलाने वाला गिरफ्तार। तमिलनाडु में बिहारियों के साथ मारपीट संबंधी फर्जी वीडियो को वायरल कर भय का माहौल पैदा करने वालों के खिलाफ बिहार में भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सोमवार को चार लोगों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने आईपीसी और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। इसमें दो यूट्यूबर भी शामिल हैं। इसके साथ ही जमुई के लक्ष्मीपुर दिग्घी निवासी मनोज रविदास के पुत्र अमन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। अमन के पास से कई आपत्तिजनक पोस्ट एवं मोबाइल में साक्ष्य मिले हैं। वहीं, प्रयास न्यूज के राकेश तिवारी, सच तक न्यूज के मनीष कश्यप और ट्विटर यूजर युवराज सिंह राजपूत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। एडीजी पुलिस मुख्यालय जीएस गंगवार ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है।
किसने तमिल हिंसा की शक्ल दी
भास्कर की सुर्खी है: जिस युवक की हत्या हुई, उसी के भाई ने इसे तमिल रंग दिया। अखबार लिखता है कि बिहार के पवन की हत्या और मोनू यादव की आत्महत्या को बिहारियों पर तमिलों के हमले की शक्ल में पेश किया गया। भास्कर ने तिरुपुर जाकर भवन की हत्या की पड़ताल की। पता चला कि सच पलायन कर रहे बिहारी मज़दूरों के बयानों और मोबाइल पर आ रहे विडीओ से ठीक उलट है। हम मृतक पवन का पता तलाशते हुए तिरुपुर की एक कॉलोनी तिरुमलाई नगर पहुंचे। वहाँ एक छोटे से कॉम्प्लेक्स की छत पर 8-10 कमरे बने हैं। इन्हीं में से एक में टेलर का काम करने वाला पवन अपने छोटे भाई नीरज के साथ रहता था। बगल में झारखंड का ड्राइवर उपेंद्र धारी रहता था। मृतक पवन के साथ का 19 वर्षीय भाई नीरज भी था। भास्कर ने भाई नीरज द्वारा कराए गए एफआईआर की कॉपी हासिल की। मौका ए वारदात पर पड़ोसियों के बयान से साफ है कि हत्या पवन के पड़ोसी झारखंड के उपेंद्र धारी ने की है। बाद में उसी नीरज के हवाले से चली मीडिया रिपोर्टस और बयानों में नीरज ने इसे अज्ञात लोगों द्वारा हमला बताकर बिहारी-तमिल विवाद का रंग दे दिया।
मौलवी की पढ़ाई में फिज़िक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी
हिन्दुस्तान की खबर है: मौलवी में पहली बार भौतिकी, गणित और जीव विज्ञान की होगी परीक्षा। मदरसा शिक्षा बोर्ड के विद्यार्थी मौलवी (प्लस टू) परीक्षा देने के बाद इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षा में शामिल हो सकें, इसके लिए पहली बार भौतिकी, गणित, रसायन शास्त्रत्त्, जीवविज्ञान, गृहविज्ञान, अर्थशास्त्रत्त् आदि की परीक्षाएं ली जा रही हैं। बोर्ड द्वारा पहली बार मौलवी की परीक्षा को चार संकायों में बांटा गया हैं। इसमें मौलवी विज्ञान, मौलवी कला, मौलवी वाणिज्य और मौलवी इस्लामियात शामिल हैं। सभी संकायों की परीक्षा आठ-आठ सौ अंकों की होगी। इसमें दो भाषा की परीक्षा और तीन मुख्य विषय शामिल होगा। भाषा के तौर पर छात्रों को दीनियात, अरबी, परशियन, अंग्रेजी और हिन्दी भाषा शामिल हैं। इसमें से कोई दो भाषा छात्रों को लेनी हैं। इसके अलावा विज्ञान, कला, वाणिज्य व इस्लामियात के विभिन्न विषयों में तीन मुख्य विषय के तौर पर छात्रों को लेनी होगी। मौलवी विज्ञान वाले छात्र भौतिकी, रसायन शास्त्रत्त्, जीवविज्ञान या गणित लेंगे। गणित व जीवविज्ञान में से एक विषय लेनी होगी।
विपक्ष के माइक
जागरण में राहुल गांधी का बयान है: लोक सभा में बोलते वक्त बंद कर दिए जाते हैं विपक्षी सांसदों के माइक। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को लंदन की संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स में ब्रिटिश सांसदों से कहा कि भारतीय संसद में विपक्ष के माइक काम नहीं करते हैं और अक्सर खामोश रहते हैं। हाउस ऑफ कॉमन्स के ग्रैंड कमेटी रूम में भारतीय मूल के विपक्षी लेबर पार्टी के सांसद वीरेंद्र शर्मा ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था। कार्यक्रम में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के अनुभवों को साझा किया। इस दौरान उन्होंने अपनी बात रखने के लिए कमरे में रखे एक खराब माइक का इस्तेमाल किया। इस तरह से उन्होंने स्थिति बयां करने की कोशिश की।
कुछ और सुर्खियां
- दरभंगा एम्स के लिए 150 एकड़ जमीन शोभन बाईपास पर मिलेगी
- मनीष सिसोदिया को 20 मार्च तक तिहाड़ जेल भेजा गया
- बिहार में पेट्रोल और डीजल पर वैट कम नहीं किया जाएगा: चौधरी
- छह माह से अधिक बाहर रहे तो होगी अस्थाई प्रवासी में गिनती
- मैथिली हम सब भी बोलते हैं, अल्पसंख्यक के दायरे में लाने की मांग गलत: नीतीश
- शाहनवाज हुसैन पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश रद्द
अनछपी: राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई का पहुंचना अब एक तमाशा बनकर रह गया है। हालांकि इस बार सीबीआई राबड़ी देवी के बताए पते पर ही पहुंची थी क्योंकि उसने उन्हें दिल्ली आकर कुछ सवालों का जवाब देने को कहा था। सीधी सी बात यह है कि उनके परिवार पर नौकरी के बदले जमीन लेने का आरोप है तो यह मामला अदालत में निपटना चाहिए। सीबीआई इस मामले में लंबे इंतजार के बाद चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इसके बावजूद उसके पास पूछने को कुछ रह गया था तो वह दूसरे माध्यम से भी पूछ सकती थी। आजकल तो ईमेल का जमाना है उन्हें चिट्ठी से भी उन सवालों का जवाब देने को कहा जा सकता था। सीबीआई का राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचना, फिर मीडिया का जमावड़ा लगना और उसके बाद राष्ट्रीय चैनलों पर उसी विषय में तू-तू, मैं-मैं का आयोजन यह बताता है कि गंभीर मामलों में भी गंभीरता की कितनी कमी है। इन सबके बीच अगर केंद्र सरकार पर यह आरोप लगता है कि वह सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल अपने राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए कर रही है तो इसकी गुंजाइश सरकार ही देती है। सरकार कहती है कि सीबीआई उसकी बात पर नहीं चलती मगर आम आदमी यह मानने को शायद ही तैयार हो। सीबीआई के दबाव का मतलब होता है कि राजनीतिक तौर पर या तो विरोध बंद कर दिया जाए या जेल जाने को तैयार रहा जाए। बहुत से लोग यह समझते हैं कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने समझौते का रास्ता अपना लिया है लेकिन तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद की तरह सीबीआई के सामने डट कर खड़े हैं। कहां जा रहा है कि सीबीआई की ऐसी कार्रवाई 2024 के चुनाव के मद्देनजर की जा रही है ताकि विपक्ष की एकता की कोशिश को कामयाब नहीं होने दिया जाए।
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