छपी-अनछपी: पढ़ाइये या जाइये का संदेश, भाई से क़र्ज़ लेकर मजबूर भाई बेच रहा था नवजात बेटी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कल यानी 11 नवंबर को देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती थी और इस अवसर पर मनाए जाने वाले शिक्षा दिवस कार्यक्रम की खबर आज के अखबारों में लीड बनी है। हिन्दुस्तान ने नीतीश कुमार का वह बयान भी हाईलाइट किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि हिंदुस्तान पाकिस्तान बंटवारे के खिलाफ थे मौलाना आजाद। नवादा में कर्ज के सूद तले दबाव झेल रहे एक ही परिवार के 6 लोगों की आत्महत्या की खबर के बाद अब झाझा से यह खबर मिली है कि वहां एक भाई ने अपने भाई का कर्ज चुकाने के लिए अपनी नवजात बेटी को बेचना चाहा मगर ऐन वक्त पर इसकी जानकारी मिलने के बाद यह कदम रोका गया। यह खबर भी सभी जगह है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सुर्खी है: अच्छे से पढ़ाने पर तनख्वाह बढ़ेगी, वरना बर्खास्त होंगे। इस खबर में यह भी बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जितना काम हुआ है सब मौलाना अबुल कलाम आजाद की देन है। दूसरी और उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों में बच्चों को ठीक से पढ़ाने वाले शिक्षकों का वेतन बढ़ेगा और जो शिक्षक स्कूल में पढ़ाएंगे नहीं उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा।
प्रभात खबर ने लिखा है: मंत्री जी! नहीं पढ़ाने वाले शिक्षकों को निकालिए और जो पढ़ा रहे हैं उन्हें खूब पैसा दीजिए सीएम
भास्कर की सुर्खी है: सरकारी स्कूलों में शनिवार को बैग नहीं, बच्चे शिक्षक आदि की थीम पर बिताएंगे दिन। जागरण की पहली खबर है: बाहर होंगे नहीं पढ़ाने वाले शिक्षक, पढ़ाने वालों का बढ़ेगा पैसा: सीएम।

भास्कर की एक हम खबर है: 5 हज़ार का कर्ज बढ़कर 25 हज़ार हुआ, बेटा बंधक बना, छुड़ाने को बेटी का सौदा। जागरण ने लिखा है: बंधक पुत्र की रिहाई के लिए नवजात को बेचने की कोशिश। यह मामला जमुई जिले के झाझा के पुरानी बाजार मुसहरी टोला के रहने वाले मंगू मांझी और पत्नी मधु मांझी से जुड़ा है।

जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: राजीव गांधी हत्याकांड के सभी छह दोषी होंगे रिहा। सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री राहुल गांधी की हत्या के दोषियों की याचिका पर रिहाई का निर्देश दिया है। जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस बी. वी. नागरत्ना की पीठ ने कहा कि तमिलनाडु सरकार ने सभी दोषियों की रिहाई की सिफारिश की है इस पर राज्यपाल ने कार्रवाई नहीं की। कोर्ट ने यह भी देखा कि दोषी तीन दशक से ज्यादा समय जेल में बिता चुके हैं और जेल के दौरान उनका आचरण अच्छा रहा। इस दौरान शिक्षा की डिग्रियां हासिल कीं। हिन्दुस्तान और प्रभात खबर में भी यह खबर प्रमुखता से छपी है।

झारखंड में नौकरियों और दूसरे अवसरों के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 77% कर दी गई है। इसके लिए विधानसभा की मुहर भी लग चुकी है। यह खबर सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है।

फुलवारी शरीफ में एनआईए द्वारा 40 लोगों को नोटिस दिए जाने की खबर हिंदुस्तान और प्रभात खबर में प्रमुखता से छपी है। इस बारे में स्थानीय विधायक गोपाल रविदास ने अपना सख्त विरोध दर्ज कराया है। विधायक गोपाल रविदास ने कहा है कि फुलवारी में खासतौर से एक ही समुदाय के लोगों को टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं इस कार्रवाई की निंदा करता हूं। रविदास ने आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा के इशारे पर फुलवारी में एक समुदाय को टारगेट किया जा रहा है। जानबूझ कर लोगों परेशान किया जा रहा है। पूछताछ कर देशद्रोह के मुकदमा में फंसाने की साजिश रची जा रही है। कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार चल रही है। यहां सांप्रदायिक सामंती ताकतों के द्वारा एक समुदाय निशाना बनाया जा रहा है। एनआईए एक समुदाय के 40 युवाओं को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए अलग-अलग तारीख में बुला रही है। उन्होंने बिहार सरकार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई पर रोक नहीं लगी तो सड़क पर आंदोलन किया जाएगा।

हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: नगर निकायों में ईबीसी का सर्वे पूरा। इसमें बताया गया है कि अतिपिछड़ा वर्ग आयोग ने सभी 38 जिलों का स्थल सर्वे कर लिया है और तीन दिन में रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। राज्य सरकार द्वारा गठित अतिपिछड़ा आयोग सभी जिलों में तथा एएन सिन्हा सामाजिक अध्ययन संस्थान द्वारा सभी 261 नगर निकायों में अलग-अलग सर्वे पूर्ण कर लिया गया है। इसके साथ ही अगले माह दिसंबर में नगर निकाय चुनाव प्रक्रिया आरंभ होने के आसार प्रबल हो गये हैं।
प्रभात खबर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: आठ साल चली 5 करोड़ की वॉल्वो, नट बोल्ट निकला तो 6 साल से खा रही जंग। इसमें जानकारी दी गई है कि राज्य परिवहन निगम अब इन गाड़ियों को नीलाम करना चाहता है।
पटना के गांधी मैदान में 10 दिन के राष्ट्रीय पुस्तक मेला की शुरुआत की खबर सभी जगह है।
दरभंगा के जेल डिप्टी सुपरिटेंडेंट को पैसे लेकर बंदियों को खाना देने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। यह खबर भी सभी जगह है।
भास्कर की एक खास खबर है: जगदानंद सवा महीने के बाद पटना लौटे पर राजद कार्यालय नहीं गए, संगठन के कागजात तेजस्वी के ऑफिस में मंगवाए।

अनछपी: नवादा से एक दिन पहले यह खबर आई थी कि एक ही परिवार के 6 लोगों ने इस वजह से आत्महत्या कर ली कि महाजनों ने उनका जीना दूभर कर दिया था। अब झाझा से यह खबर आई है कि कर्ज नहीं चुका पाने के कारण बंधक बनाए गए बेटे को छुड़ाने के लिए एक दंपति ने अपनी नवजात बेटी को बेचना चाहा। एक ऐसे देश में जहां हजारों करोड़ रुपए के सरकारी कर्ज लेकर लोग फरार हो जाते हैं वहां 10000- ₹20000 के कर्ज की वजह से किसी को अपने जिगर के टुकड़े को बेचना पड़े यह भारत जैसे बढ़ती आर्थिक शक्ति वाले देश के लिए शर्मनाक है। समाज के निचले तबके के लोग सूद के जाल में किस कदर फंसे हुए हैं इसका अंदाजा शायद हमारे नेताओं और अफसरों को नहीं है। अगर उन्हें अंदाजा है तो इसके बावजूद ऐसी घटनाओं का होना पूरे समाज को शर्मसार करने वाला है। सरकार जनधन योजना को कम आमदनी वाले लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताती है लेकिन क्या कारण है कि इसके बावजूद लोग क़र्ज़ के ऐसे दुष्चक्र में फंस जाते हैं?

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