छपी-अनछपी: बोले नीतीश-हिंदू राष्ट्र बोलने वाले देश को खत्म कर देंगे, अदानी मुद्दे पर सोरोस की बात से गुस्सा
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। गौतम अदानी के शेयर घोटाले पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अब अमेरिकी अरबपति सोरोस के बयान पर हंगामा मचा है जिसकी अच्छी कवरेज है।। देश में हिंदू राष्ट्र के बिगड़े बोल के बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ऐसा बोलने वाले देश को खत्म करना चाहते हैं। इस बयान को सभी अखबारों ने प्रमुखता दी है।
जागरण की सबसे बड़ी खबर है: हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले देश को खत्म करना चाह रहे मुख्यमंत्री। हिंदुस्तान ने सुर्खी दी है: भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना संभव नहीं, यहां कई धर्मों के लोग: सीएम। भास्कर ने लिखा है: भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना असंभव है, जो ऐसा बोलता है वह देश खत्म करना चाहता है: नीतीश। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाए जाने से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि यहां यह संभव नहीं है। विभिन्न धर्म को मानने वाले लोग यहां रहते हैं। इस देश के बारे में अगर कोई कुछ बोलता है तो उसका कोई महत्व नहीं है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बात को छोड़कर किसी की बात को नहीं सुनना चाहिए। अगर कोई कुछ बोलता है तो समझिए वो देश को खत्म करना चाहता है। मुख्यमंत्री शुक्रवार को कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अंत में गांधी जी की हत्या भी कर दी गई। बीबीसी दफ्तरों पर आयकर कार्रवाई से जुड़े सवाल पर सीएम ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे समझ लीजिए कि उनलोगों की इच्छा क्या है, यह बहुत स्पष्ट है। उनलोगों के खिलाफ कोई भी बोलेगा तो कार्रवाई होगी। हम समाधान यात्रा पर थे। इसके बारे में और डिटेल पता करेंगे
सोरोस के बयान पर शोर
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: सोरोस के खिलाफ गुस्सा फूटा। अखबार के अनुसार अडानी समूह से जुड़े मामले को लेकर अमेरिकी कारोबारी जॉर्ज सोरोस के विवादित बयान पर भाजपा-कांग्रेस का गुस्सा फूटा है। म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से पहले सोरोस ने कहा, “अडानी मामले ने निवेश के अवसर के तौर पर भारत में विश्वास को हिला दिया है। यह भारत में ‘लोकतांत्रिक पुनरुद्धार’ के द्वार खोल सकता है। सरकार को विदेशी निवेशकों और संसद में सवालों के जवाब देने होंगे।” भाजपा ने पलटवार कर इसे देश के आंतरिक मामलों में दखल और भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास करार दिया है। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि भारत में नेहरूवादी विरासत यह सुनिश्चित करती है कि जॉर्ज सोरोस जैसे लोग देश के चुनावी परिणाम तय नहीं कर सकते। भाजपा की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सोरोस का बयान सीधे तौर पर भारत के खिलाफ है।
सुप्रीम कोर्ट को सरकार का बंद लिफ़ाफ़ा नामंजूर
भास्कर की एक सुर्खी है: बंद लिफाफे में नाम लेने से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, कहा हम कमेटी बनाएंगे। हिन्दुस्तान ने लिखा है: हिंडनबर्ग रिपोर्ट के प्रभाव की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट समिति बनाएग। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को झटका देते हुए शुक्रवार को अदानी समूह की कंपनियों पर केंद्र द्वारा एक सीलबंद लिफाफे में दिए गए सुझाव को खारिज कर दिया। केंद्र का यह सुझाव जांच समिति के सदस्यों और उनके रेफरेंस बिंदुओं पर था। पीठ ने मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। सोमवार को इस पर फैसला हो सकता है। मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि सरकार के सीलबंद सुझाव को स्वीकार करने से लग सकता है कि यह सरकार द्वारा नियुक्त समिति है। हम जांच के लिए यह समिति खुद नियुक्त करेंगे।
कहां गया बसंत ?
भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: कहां गया बसंत? सर्दी बीतते बीतते फरवरी में ही गर्मी आ गई। अखबार लिखता है कि सूरज ने फरवरी में ही रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। देश के ज्यादातर हिस्सों में सर्दी के बाद बिना बसंत आए ही सीधे गर्मी महसूस होने लगी है। तापमान में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी राजस्थान और गुजरात में दिख रही है। वहाँ लगभग सभी क्षेत्रों में पारा सामान्य से नौ डिग्री सेल्सियस तक चल रहा है। देश का औसत अधिकतम तापमान 15 मार्च जैसी स्थिति में पहुँच चुका है। बिहार में भी दिन में पसीना बहाने वाले गर्मी की बात कही जा रही है जबकि रात में सर्दी लगती है।
गौ रक्षकों ने दो लोगों को ज़िंदा जलाया
हिन्दुस्तान ने पहले पेज पर खबर दी है: गो तस्करी के आरोपी समेत दो लोगों के जले शव मिले। अखबार के अनुसार हरियाणा में गो तस्करी के आरोपी और उसके भाई के कार में जले हुए शव मिलने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को राजस्थान की गोपालगढ़ थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की। आरोप है कि गोरक्षकों द्वारा इन दोनों भाइयों को कथित रूप से अगवा किया गया था, जिसके बाद दोनों के शव जली हुई हालत में मिले। पीड़ित परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीड़ित परिजनों ने पुलिस को दी शिकायत में मामले में बजरंग दल से जुड़े पांच लोगों का नाम लिया था। वहीं मामले में आधा दर्जन युवकों को हिरासत में लिया गया है।
कराची में पुलिस पर आतंकी हमला
कराची में पुलिस दफ्तर पर आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत की खबर सभी जगह है। कराची में शुक्रवार देर शाम करीब सात बजे पुलिस मुख्यालय पर आतंकी हमला किया गया। आठ हथियारबंद आंतकी गोलीबारी करते हुए मुख्यालय में घुसे। हमले में पांच आतंकियों समेत सात लोग मारे गए। पाकिस्तान-तहरीक-ए तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। देर रात तक मुठभेड़ जारी थी। हमले के बाद पुलिस के साथ सेना ने मोर्चा संभाल लिया।
कुछ और अहम सुर्खियां
- कैमूर में ड्राइवर को झपकी लगी तो वैन पहाड़ी से नदी में गिरी 3 की मौत 24 घायल
- दावा बीबीसी के कर भुगतानों में अनियमितता मिली
- लखनऊ में पटना की मेडिकल छात्रा कॉलेज की 9वीं मंजिल से कूदी, मौत; सुसाइड नोट में लिखा- सॉरी, मैं डॉक्टर नहीं बन सकी…
- जीतन राम मांझी की मांग- मेरे बेटे को बनाएं सीएम, तेजस्वी यादव बोले- जनता करती है फैसला
- साइबर अपराध पर शिकंजा कसने के लिए प्रदेश में सीमा खुलेंगे 44 थाने
- न्यू गार्डिनर अस्पताल में अबूझ रोगों की पहचान के लिए होने वाली महंगी जांचें मुफ्त होंगी
- पटना से 4 जोड़ी नई फ्लाइट, भुवनेश्वर के लिए इंडिगो की सीधी उड़ान, चंडीगढ़, कोलकाता, अहमदाबाद व बेंगलुरु के लिए भी सेवा
- फिट रहने के लिए क्रिकेटर लेते हैं इंजेक्शन कहने वाले चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा का इस्तीफा
- इंजीनियरिंग के 8% छात्र सभी में तो 80% किसी न किसी विषय में फेल
- उद्धव ठाकरे को झटका शिंदे गुटको शिवसेना का नाम और निशान
- कारपोरेट-सांप्रदायिक गठजोड़ पर आंदोलन करेगी भाकपा माले
अनछपी: देर सबेर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात पर अपनी राय देनी ही थी। लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार चलाने के कारण नीतीश कुमार इन मुद्दों पर बहुत ही सतर्क प्रतिक्रिया देते हैं। वे कभी कभार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की भी बात करते हैं और आरएसएस को भी आलोचना का शिकार बनाते हैं। राजनीतिक रूप से नीतीश कुमार के लिए यह कहना थोड़ा चुनौतीपूर्ण है कि वह हिंदू हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले वास्तव में देश तोड़ने वाले लोग हैं लेकिन उनके लिए इस चुनौती को स्वीकार करना ही उनके राजनीतिक भविष्य को तय करने वाली बात है। जाहिर है वह हिंदू राष्ट्र की बात कर भारतीय जनता पार्टी को तो चुनौती दे नहीं सकते इसलिए उन्होंने सही कहा कि ऐसे लोग देश को तोड़ना चाहते हैं। इस मामले की अहम बात यह है कि यह बात सिर्फ पत्रकारों से या कुछ कार्यक्रमों में कहने से आम लोगों तक नहीं पहुंच पाएगी। वास्तव में यह भारतीय राजनीति के भविष्य का सवाल है कि वह हिंदू राष्ट्र के मुद्दे को चुने की या भारतीय संविधान को। इसके लिए जरूरी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद और उनका जनता दल यूनाइटेड पंचायत स्तर तक लोगों को यह बात समझाने की सफल कोशिश करें कि भारत का भविष्य संविधान में है, हिंदू राष्ट्र में नहीं। उन्हें यह ध्यान रखना होगा कि भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और अन्य ऐसे संगठनों का समर्थन प्राप्त है जिनका मुकाबला करने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। अच्छी बात यह है कि उन्होंने फिलहाल एक स्पष्ट लाइन ली है और उम्मीद है कि वह इस पर आगे बढ़ेंगे।
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