छपी-अनछपी: हंगामे में बर्बाद हुआ मानसून सत्र, चंद्रयान-3 चांद के सफर पर रवाना

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार विधान मंडल का मानसून सत्र भारतीय जनता पार्टी के हंगामे की भेंट चढ़ गया। इसकी खबर सभी जगह पहले पेज पर है। भारत के चंद्रयान- 3 मिशन की शुरुआत की खबर भेज प्रमुखता से ली गई है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक अजीबोगरीब बयान में कहा है कि सब्जियों के दाम बढ़ने के लिए मियां मुसलमान जिम्मेदार हैं। इस विवादित बयान की छोटी सी कवरेज भी है।

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: हंगामे में डूब गया मानसून सत्र। जागरण की दूसरी सबसे बड़ी सुर्खी है मानसून सत्र का आखिरी दिन भी चढ़ा हंगामे की भेंट। बिहार विधानमंडल के 5 दिनों के मानसून सत्र में रिकॉर्ड हंगामा हुआ। सदन के आखिरी दिन शुक्रवार को भी दोनों सदनों में जमकर तू-तू मैं-मैं हुई। विधानसभा में एक बार तो लगा कि मारपीट की नौबत आ जाएगी जब दोनों पक्षों के लोग बाहें चढ़ाते रहे। ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव व भाजपा के जीवेश मिश्रा के बीच कहासुनी हो गई। विधान परिषद में भी कुछ ऐसा ही नजारा रहा। दोनों सदनों में भाजपा के सदस्य काला गमछा टांगे पहुंचे थे। यह गुरुवार को हुए लाठीचार्ज के विरोध का उनका तरीका था। विधानसभा केवल 4 मिनट तो विधानपरिषद 11 मिनट ही चल पायी।

कार्यवाही शुरू होते नारेबाजी
विधानसभा में काली पट्टी लगाकर सदन पहुंचे भाजपा सदस्यों ने कार्यवाही शुरू होते ही वेल में आकर नारेबाजी शरू कर दी। उन्होंने रिपोर्टर टेबल पर जमकर प्रहार किया और कुर्सियों को उठाकर टेबल पर रखना शुरू कर दिया। इस क्रम में सुरक्षाकर्मियों के साथ उनकी छीना-झपटी और धक्का-मुक्की हुई। वेल में खड़े होकर उन्होंने विरोध में काले कपड़े भी लहराए। इस बीच विपक्षी सदस्यों की सत्ता पक्ष के साथ नोक-झोंक भी हुई। लालगंज के विधायक संजय सिंह अचानक रिपोर्टर मेज पर चढ़ गए और अपना कपड़ा उठाकर चोट के निशान दिखाने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने उठाकर उन्हें बाहर कर दिया। दोनों पक्षों के बीच बढ़ते तकरार को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने बीच में दीवार बना दी। तनाव इतना जबरदस्त था कि कार्यवाही खत्म होने के बाद भी सदन के अंदर दोनों पक्ष आपस में उलझते रहे।
चांद पर पहुंचने का मिशन
जागरण की सबसे बड़ी सुर्खी है: चांद से मिलने चला अपना यान। भास्कर ने लिखा है: आखिरी 73 दिन 80 वैज्ञानिक चंद्रयान के हिस्से जोड़ते रहे, घर भी नहीं गए। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) का एलवीएम3-एम 4 रॉकेट श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान को लेकर रवाना हुआ। 40 दिन के सफर के बाद 23 अगस्त को यान के साथ भेजा गया लैंडर चांद की सतह पर उतरेगा। चन्द्रयान-2 के समय लैंडिंग सफल नहीं रही थी। इसरो के प्रमुख सोमनाथ ने बताया कि 1 अगस्त के बाद यान को चांद की कक्षा की ओर भेजा जाएगा।
स्टूडेंट लोन का दायरा बढ़ा
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: पॉलिटेक्निक, आईटीआई व बीएड छात्रों को भी मिलेगा लोन।
पॉलिटेक्निक, आईटीआई और बीएड पाठॺक्रम के विद्यार्थियों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्य योजना का लाभ दिया जाएगा। इन तीन के अलावा 30 और पाठ्यक्रमों के लिए भी अब स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से छात्र-छात्राओं को लोन मिलेगा। इस निर्णय से अब इन पाठ्यक्रमों की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को सहूलियत होगी। गौर हो कि पहले से 41 कोर्स के लिए लोन दिया जा रहा था। ताजा फैसले के बाद अब यह संख्या 74 पहुंच गयी है।
पुलिस पर पथराव: सम्राट व अन्य पर केस
विधानसभा मार्च के दौरान गुरुवार को डाकबंगला चौराहे पर पथराव तथा बैरिकेडिंग तोड़ने के मामले में पुलिस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी समेत 63 नेताओं तथा सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। हिन्दुस्तान के अनुसार इनमें कई सांसद और विधायक शामिल हैं। डाकबंगला चौराहे पर मौजूद मजिस्ट्रेट के आवेदन पर कोतवाली थाने में आठ धाराओं में केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं लाठीचार्ज के विरोध में भाजपा ने शुक्रवार को काला दिवस मनाया। भाजपा के शीर्ष नेताओं ने राजभवन मार्च किया तथा राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से लाठीचार्ज और भाजपा नेता विजय सिंह की मौत के मामले की जांच पटना उच्च न्यायालय के सिटिंग जज या सीबीआई से कराने की मांग की।
असम के मुख्यमंत्री का विवादित बयान
जागरण की खबर है: असम मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने सब्जियों के बढ़े दाम के लिए मुस्लिमों को बताया दोषी। असम के मुख्यमंत्री का यह बयान ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल द्वारा दिए गए बयान के बाद आया है। अजमल ने कहा था कि मुस्लिम लोगों के बिना असमिया समुदाय अधूरा है। मुस्लिम समाज के बिना राज्य का अस्तित्व ही नहीं हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सब्जियों की कीमत कम है हालांकि जब उन्हें शहरी क्षेत्र में लाया जाता है तो कीमतें बढ़ जाती है। उन्होंने दावा किया कि दुकानदार कीमत बढ़ा देते हैं और इनमें से अधिकांश मियां (मुस्लिम समाज से) हैं जो असम के लोगों से अधिक कीमत लेते हैं। उन्होंने दावा किया कि गुवाहाटी में मियां लोगों ने स्थानीय सब्जी मार्केट पर कब्जा कर लिया है।
भारत-फ्रांस समझौता
जागरण की खबर है: भारत व फ्रांस दूसरे देशों के लिए बनाएंगे हथियार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच पेरिस में हथियार व रक्षा सामग्री बनाने को लेकर बैठक हुई है। इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि फ्रांस मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत में महत्वपूर्ण भागीदार है। दोनों देश अब साथ मिलकर रक्षा सामग्री तैयार करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। फिर चाहे पनडुब्बी हो या नौसैनिक विमान, दोनों देश केवल अपनी ही नहीं बल्कि अन्य मित्र देशों की जरूरत को भी पूरा करना चाहते हैं। इस दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक और सैन्य सम्मान ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। वे यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं।

कुछ और सुर्खियां
● पीएससी की 69वीं संयुक्त पीटी के लिए रजिस्ट्रेशन आज से
● हॉलीवुड के 1.71 लाख राइटर, एक्टर कम वेतन व एआई के खिलाफ हड़ताल पर
● आनंद मोहन मामले में बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से की याचिका खारिज करने की अपील
● अजित गुट ने नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के 10 राज्य अध्यक्षों को हटाया
● पहली बार 66000 के ऊपर बंद हुआ सेंसेक्स
● अगले वर्ष 15 फरवरी से होगी सीबीएसई की 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा

अनछपी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा सब्जियों की कीमत के मामले में भी हिंदू- मुसलमान करेंगे यह सोचना अजीब लग सकता है लेकिन सच्चाई यही है। बरसात में हर जगह सब्जियों की कीमत बढ़ जाती है लेकिन शायद ही किसी नेता ने सब्जियों की बढ़ी कीमत के लिए किसी समुदाय को जिम्मेदार ठहराया हो। असम में मियां बांग्ला बोलने वाले उन मुसलमानों को कहा जाता है जो सदियों पहले वहां आकर बस गए हैं। हमारे नेता पहले हिंदू-मुस्लिम-सिख -ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई, जैसे नारे लगाते थे लेकिन असम के मुख्यमंत्री यह नारा काफी पहले भूल चुके हैं। श्री सरमा की यह हालत तब है जब वह दो दशक तक कांग्रेस पार्टी में रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। इससे पहले वह मेडिकल व इंजीनियरिंग में मुसलमानों की सफलता पर भी आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं। भारत में सब्जी के अलावा अन्य सामान की कीमतें भी समय-समय पर बढ़ती हैं तो क्या इसके लिए उन जातियों और समुदायों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा जिसका उन के व्यपार से संबंध है? सब्जियों की बढ़ी कीमत के लिए अगर श्री सरमा वाकई मियां को जिम्मेदार समझते हैं तो इसके लिए उन्हें सबूत भी देना चाहिए। इसके बिना उनका यह बयान एक तरह का हेट स्पीच ही माना जाएगा। एक तरफ सुप्रीम कोर्ट राज्य सरकारों से कहता है कि वह नफरती बयान के मामले में खुद एफआईआर दर्ज करें तो दूसरी ओर किसी राज्य के मुख्यमंत्री का बयान ही हेट स्पीच जैसा लगता है। भारतीय राजनीति में सांप्रदायिकता के इस ज़हर का काफी नुकसान हो चुका और इसे रोकने के लिए समाज के हर वर्ग को सोचना चाहिए।

 918 total views

Share Now

Leave a Reply