BIHAR : खेत में दौड़ा-दौड़ा कर दिया जा रहा है Corona Vaccine
बिहार लोक संवाद डॉट नेट
बिहार में डॉक्टरों और मेडिकल अफसरों पर कोरोना टीकाकरण के लक्ष्य का डर सिर चढ़ कर बोल रहा है। यही वजह है कि आए दिन कुछ ऐसी खबरें देखने सुनने को मिल जाती हैं, जो हैरान कर देती हैं। ताजा मामला शेख़पुरा का है। यहां से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति को खेत में जबरदस्ती पकड़ कर कोरोना का टीका दिया जा रहा है। व्यक्ति कह रहा है कि वह मर जाएगा लेकिन टीका नहीं लेगा।
इस बीच हिन्दुस्तान टाइम्स में सहरसा से एक खबर प्रकाशित हुई है। खबर के मुताबिक नौहट्टा कम्युनिटी हेल्थ सेन्टर पर देश की नामी गिरामी शख्सीयतों को वैक्सीनेट किया गया। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, फिल्म एक्टर रणवीर कपूर और राखी सावंत शामिल हैं। इस लिस्ट में सहरसा के डीमए कौशल कुमार और एसपी लिपि सिंह भी शामिल हैं।
लेकिन हैरानी की बात है कि इस गोरख धंधे का सारा ठीकरा सिविल सर्जन अवधेश कुमार ने हेल्थ सेंटर के डेटा इंट्रा ऑपरेटर अखिल आनंद के सिर फोड़ दिया। अखिल आनंद के खिलाफ न सिर्फ न सिर्फ डिजास्टर मैनेजमेंट और आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज किया गया बल्कि उसे नौकरी से भी निकाल दिया गया। आखिल आनंद को रोजाना के सिर्फ 450 रुपये मिलते हैं।
अखिल आनंद ने कहा है कि उसे इस मामले में बलि का बकरा बनाया गया है। आनंद ने कहा कि उसने सिविल सर्जन से मेडिकल अफसर डॉ. रमेश कुमार सिंह और हेल्थ मैनेजर राजकुमार सिंह के शिकायत की थी। ये दोनों आनंद से नौकरी में बने रहने के लिए रिश्वत मांग रहे थे।
एक एक्सपर्ट के अनुसार, वैक्सीनेशन की लक्ष्य प्राप्ति के लिए न सिर्फ लोगों को जबरदस्ती टीका दिया जा रहा है, बल्कि आधार की बजाय वोटर आईडी को माध्यम बनाया जा रहा है। वोटर आईडी मोबाइल से लिंक्ड नहीं होता, इस लिए डेटा इंट्री की सूचना संबंधित व्यक्ति को नहीं होती। इसी का फायदा उठाकर वैक्सीनेटेड लोगों की संख्या बढ़ाई जा रही है। अब इसके लिए कौन असल जिम्मेदार है, यह जांच का विषय है। बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना
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