मंत्री मुकेश ने भाई से करवाया सरकारी कार्यक्रम, नीतीश ने कहा- आश्चर्यजनक
बिहार लोकसंवाद डाॅट नेट
राजनीति में भाई-भतीजावाद तो आम है लेकिन बिहार में शुक्रवार को इससे आगे का मामला विधानमंडल में चर्चा का विषय बना। राज्य के पशु एवं मत्स्य पालन मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने हाजीपुर, वैशाली के एक सरकारी समारोह में उनके भाई संतोष सहनी ने उनका स्थान लिया और आरोप है कि उन्हें पूरा सरकारी प्रोटोकाॅल मिला।
हालांकि उनके भाई चुने गये जनप्रतिनिधि नहीं है मगर पार्टी के सदस्य बताये गये हैं। नियमतः मंत्री अपनी व्यस्तता की स्थिति में किसी सरकारी अधिकारी या चुने गये प्रतिनिधि को अपने प्रतिनिधि के रूप में भेज सकते हैं।
यह मामला विधानसभा में राजद विधायक भाई वीरेन्द्र ने उठाया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका जवाब देते हुए इस मामले को आश्चर्यजनक बताया लेकिन उनकी ओर से किसी ठोस कार्रवाई की बात नहीं की गयी। उन्होंने
मुकेश सहनी को बर्खास्त करने की मांग के बीच यह कहा- मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है, लेकिन यह आश्चर्यजनक मामला है। उन्होंने कहा कि पेपर में छपा मामला सही है तो मैं देखता हूँ, इस मामले में मैं बात करूंगा, पूरे मामले की जानकारी लूंगा। नीतीश ने कहा- ऐसी बात होनी नही चाहिए।
विपक्ष ने मंत्री मुकेश सहनी की बर्खास्तगी की मांग करते हुए सदन में नारेबाजी की। इसकी वजह से प्रश्नकाल 15 मिनट के लिए बाधित हुआ।
यह समारोह करीब दो दर्जन मछुआरों को सब्सिडी पर आइस बाॅक्स के साथ चार पहिया, तिपहयिा और मोपेड देने के लिए आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम के तहत 90 प्रतिशत पैसे सरकार की ओर से बतौर सब्सिडी दी जाती है। चारपहिया की कीमत चार लाख अस्सी हजार है लेकिन इस योजना के तहत उन्हें महज 48 हजार रुपये देने पड़े।
कुछ मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार मुकेश सहनी के भाई से जब इस योजना का नाम पूछा गया तो वह सही से इसका नाम नहीं बता सके।
मंत्री मुकेश सहनी विधानसभा चुनाव में सिमरी बख्तियारपुर से अपना चुनाव हार गये थे हालांकि उनकी पार्टी वीआईपी के 11 में से 4 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। इसके बावजूद उन्हें मंत्री बनाया गया और बाद में विधान परिषद के लिए चुने गये।
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