छ्पी-अनछ्पी: आज से नए क्रिमिनल क़ानून लागू, भारतीय क्रिकेट टीम को 125 करोड़
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। जिन तीन नए आपराधिक कानूनों को भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में व्यापक बदलाव लाने वाला समझा जा रहा है वह आज से लागू हो रहे हैं। टी 20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम को 125 करोड़ रुपए का इनाम मिलेगा। समस्तीपुर में ग्राहक सेवा केंद्र में लूटपाट के दौरान दो लोगों की हत्या कर दी गई है। फ्रांस में धुर दक्षिणपंथी दल की जीत का रुझान मिल रहा है।
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है कि देशभर में सोमवार से तीन नए आपराधिक कानून लागू हो जाएंगे। इससे देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में व्यापक बदलाव आएंगे और औपनिवेशिक काल के कानूनों का अंत हो जाएगा। तीन नए कानून भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ब्रिटिश काल के कानून भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम का स्थान लेंगे। इन कानूनों से एक आधुनिक न्याय प्रणाली स्थापित होगी, जिसमें जीरो एफआईआर, पुलिस में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराना, एसएमएस के जरिये समन भेजने जैसे इलेक्ट्रॉनिक माध्यम और सभी जघन्य अपराधों के वारदात स्थल की अनिवार्य वीडियोग्राफी जैसे प्रावधान लागू हो जाएंगे।
बिहार के थानों में सॉफ्टवेयर अपडेट
भास्कर के अनुसार नए आपराधिक कानून को लेकर देश के सभी राज्यों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बिहार में 1300 थानों में नए कानून का सॉफ्टवेयर अपलोड कर हैंडबुक भी दी जा चुकी है। इसके लिए 25000 पुलिस कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई है। हर थाने में फॉरेंसिक टीम बनी है। एसपी रोज एक घंटे पीड़ितों से संवाद करेंगे। मध्य प्रदेश के सभी 1110 स्थान में नए कानून का सॉफ्टवेयर अपलोड कर दिया गया है जबकि राजस्थान में फील्ड को छोड़कर अन्य स्टाफ की ट्रेनिंग अभी बाकी है।
भारतीय टीम को 125 करोड़
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने टी 20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम को 125 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि देने की घोषणा की है। यह राशि सभी 15 खिलाड़ियों में बराबर बांटी जाएगी। इससे हर खिलाड़ी को करीब 8.33 करोड़ रुपये मिलेंगे। विश्व विजेता बनने पर आईसीसी की ओर से भारतीय टीम को 20.37 करोड़ रुपए मिले हैं।
समस्तीपुर में लूटपाट के दौरान दो का मर्डर
हिन्दुस्तान के अनुसार समस्तीपुर के विभूतिपुर के महम्मदपुर सकड़ा स्थित त्रिमूर्ति डेयरी परिसर में चल रहे सीएसपी से लूट के बाद भागने के दौरान बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दो लोगों की हत्या कर दी। मृतकों की पहचान उजियारपुर के रामचंद्रपुर अंधैल निवासी योगी राय के पुत्र और सीएसपी संचालक के ममेरा भाई अजय यादव (30) तथा विभूतिपुर थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर निवासी मंजय सहनी की पत्नी सुशीला देवी (25) के रूप में की गई है। एसपी विनय तिवारी ने कहा कि रोसड़ा डीएसपी सोनल कुमारी के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दी गई है।
धर्म के आधार रिज़र्वेशन का विरोध गलत: फ़ैज़ान मुस्तफ़ा
भास्कर के अनुसार चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर फैजान मुस्तफा ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं मिलता है। मुस्लिम और ईसाई में कई तरह की ऐसी जातियां हैं जो हर एक क्षेत्र में पिछड़ी हुई हैं। उनकी स्थिति गैर मुस्लिम और गैर ईसाई दलितों से बदतर है। इसलिए मुस्लिम और ईसाई दलितों को भी आरक्षण मिले ताकि वह मुख्य धारा में शामिल हो सकें। वे रविवार को जगजीवन राम शोध संस्थान में महान स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल कैयूम अंसारी और शहीद अब्दुल हमीद की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध करना गलत है।
सुनक बोले- मुझे हिंदू धर्म प्रेरित करता है
ब्रिटेन में गुरुवार को होने वाले आम चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है। ब्रिटिश हिंदू मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और प्रतिद्वंदी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर मंदिरों का दौरा कर रहे हैं तथा भगवान स्वामीनारायण के सामने माथा टेक रहे हैं। जहां सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति शनिवार शाम को नेसडेन में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे वहीं कीर स्टार्मर ने शुक्रवार को उत्तरी लंदन के किंग्सबरी में स्थित एक अन्य स्वामीनारायण मंदिर का दौरा किया। सुनक और अक्षता ने स्वामीनारायण मंदिर में पूजा अर्चना की और हिंदू समुदाय के लोगों से भी मिले। इस मौके पर सुनक ने कहा, “मैं आप सभी की तरह हिंदू हूं और मेरा धर्म मुझे प्रेरित करता है।”
फ्रांस में धुर दक्षिणपंथी जीते
फ्रांस में संसदीय चुनाव के पहले दौर के लिए रविवार को रिकार्ड मतदान हुआ। स्थानीय समय के अनुसार शाम 5:00 तक 60 फ़ीसद मतदान हुआ जो 2 साल पहले हुए चुनाव से 20% अधिक है। पहले दौर के मतदान के बाद आए ओपिनियन पोल से में अनुमान लगाया गया है कि नाज़ी युग के बाद सत्ता की बागडोर पहली बार अतिराष्ट्रवादी एवं धुर दक्षिणपंथी दलों के हाथों में जा सकती है। वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की साख दांव पर लगी हुई है। दक्षिणपंथी पार्टी नेशनल रैली की नेता मरीन ली पेन मैक्रों को टक्कर देती नजर आ रही हैं।
कुछ और सुर्खियां
- रील्स बनाने के दौरान समस्तीपुर में तीन दोस्त बूढ़ी गंडक में डूबे, एक की मौत
- रोहतास के रहने वाले मनोज सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव बनाए गए
- किशनगंज जिले की पथरिया पंचायत में बूंद नदी पर पुल का पाया धंसा
- लोकसभा में डिप्टी स्पीकर पद पर अवधेश प्रसाद को उतार सकता है विपक्ष
- मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के लिए आज से ऑनलाइन आवेदन शुरू
- जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सेना प्रमुख का पदभार संभाला
- नए रूप में दिखेगा दिल्ली का बिहार भवन: नीतीश
- आज से सुबह 9:00 बजे से खुलेंगे बिहार के सरकारी स्कूल
- बिहार के 37 जिलों में हो रही बारिश, नदियों का जलस्तर बढ़ा
- पटना के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में किराए पर मकान देखने घर में घुसे बदमाशों ने इंजीनियर की पत्नी को गला घोंट मार डाला
अनछ्पी: किसी इंसान के दिल में यह ख्याल कैसे आया होगा कि पटना के एक होटल में लगी आग में मां की मौत दिखाकर डेथ क्लेम के पैसे ले लिए जाएं? वह इंसान अगर एमबीए तक की पढ़ाई कर अमेरिका में नौकरी कर रहा हो और फिर भी उसके दिल में ऐसा गंदा ख्याल आया हो तो इसकी वजह क्या हो सकती है? वह तो अच्छा हुआ कि जांच पड़ताल में इस क्लेम की सच्चाई सामने आ गई लेकिन जरा सोचिए कितने ऐसे लोग होंगे जो ऐसे फर्जी दावों के साथ पैसे बटोरते होंगे? पटना जंक्शन के पास 25 अप्रैल को होटल पाल में आग लगी थी जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी। अमेरिका में बैठे उत्तर प्रदेश के बरेली के सिविल लाइन के रहने वाले अंकित लाल ने अपनी 55 साल की मां सुमन लाल की इस अगलगी मैं मौत होने की बात कह कर अमेरिका की बीमा कंपनी नेशनल लाइफ ग्रुप से 83 लख रुपए का क्लेम कर दिया। अखबारों के अनुसार बीमा कंपनी के अधिकारी इसकी जांच के लिए पटना पहुंचे तो उन्हें कोतवाली थाने से मिली जानकारी से यह पता चला कि इस अगलगी में अंकित लाल की मां सुमन लाल की मौत नहीं हुई है। दरअसल अंकित ने अपनी मां का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनवाया था। अखबार के अनुसार अंकित ने अब यह मान लिया है कि उसने दलाल से फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनकर यह फर्जीवाड़ा करने की कोशिश की है। अब अंकित को अमेरिकी कानून का सामना करना पड़ेगा और इस फर्जीवाड़े में जेल भी जाना पड़ सकता है। अखबार की खबर से यह पता नहीं चल पाया कि अंकित की मां जीवित हैं या नहीं, और अगर जीवित हैं तो उन्हें इस पर फर्जीवाड़ा का पता है या नहीं? कानून की कार्रवाई अपनी जगह लेकिन सोचने की बात यह है कि आखिर हमारे समाज में ऐसे लोग कैसे तैयार हो जाते हैं जो अपने मां-बाप का फ़र्ज़ी डेथ सर्टिफिकेट बनाकर पैसे हासिल करना चाहते हैं? ऐसा इंसान किस तरह अपने मां-बाप से अच्छा सलूक करता होगा? दरअसल हमारे समाज में जो शिक्षा दीक्षा की व्यवस्था है उसमें बहुत से लोगों की ऐसी राय बन जाती है कि अगर पकड़े नहीं जाएं तो पैसे के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, कर लें। क्या अगर उसके अंदर यह सोच रहती कि उसे कोई वैसा देख रहा है जिसे वह नहीं देख पा रहा तो वह ऐसा करता? अगर इंसान यह सोच ले कि कोई सर्वशक्तिमान है जो उसे हर हाल में देख रहा है और उसकी हर हरकत पर नजर रखता है तो शायद ऐसी हरकतों में कमी आ सकती है।
422 total views