छ्पी-अनछपी: पीके को पुलिस जबर्दस्ती उठा ले गई, बिहार में और बढ़ेगी ठंड
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बीपीएससी उम्मीदवारों के पक्ष में अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर को सोमवार को तड़के पुलिस जबर्दस्ती उठा कर ले गई और एम्स में भर्ती कर दिया। बिहार में अगले दो दिनों में ठंड के और बढ़ने का अनुमान बताया गया है। बेऊर जेल के सुपरिंटेंडेंट के ठिकानों से 58 लाख के जेवर बरामद हुए हैं। फुलवारी पीएफआई मामले में पूर्वी चंपारण के मोहम्मद सज्जाद को गिरफ्तार किया गया है।
प्रशांत किशोर की खबर को छोड़कर बाकी खबरें आज के अखबारों से ली गई हैं।
पटना के गांधी मैदान में बीपीएससी उम्मीदवारों के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर को पुलिस ने सोमवार को तड़के वहां से जबर्दस्ती उठा लिया और अपनी हिरासत में पटना के एम्स में भर्ती कराया है। जन सुराज की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि प्रशांत किशोर को एम्स में सभी लोगों से अलग रखा गया है। उन्होंने किसी भी तरह का इलाज लेने से मना कर दिया है। जन सुराज ने कहा है कि प्रशांत किशोर ने अपना अनशन जारी रखा है। उनके अनुसार प्रशांत किशोर के साथ धक्का मुक्की की गई और पुलिसवालों ने उन्हें थप्पड़ भी मारा है। जन सुराज के अनुसार पुलिस ने एम्स के बाहर लाठीचार्ज भी किया है। इधर प्रशासन की ओर से कहा गया है कि प्रशांत किशोर को उनके कुछ समर्थकों के साथ गिरफ्तार किया गया है।
बीपीएससी की परीक्षा रद्द करने को सुप्रीम कोर्ट में केस
हिन्दुस्तान के अनुसार बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से प्रारंभिक परीक्षा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। कोर्ट में शनिवार को याचिका दाखिल कर 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए इसे रद्द करने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर मंगलवार को सुनवाई हो सकती है। आनंद लीगल एंड फोरम ट्रस्ट नामक संस्था की ओर से दायर याचिका में अनियमितता की सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में सीबीआई से जांच कराने का आदेश देने की मांग की। कहा गया कि परीक्षा पूरी तरह से रद्द कर नये सिरे से आयोजित किया जाना चाहिए। पूरे प्रदेश में परीक्षा में अनियमितताएं हुई है। इसलिए सुनवाई जल्द हो। याचिकाकर्ताओं ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने 7 जनवरी को याचिका को सुनवाई के लिए उचित पीठ के समक्ष सूचीबद्ध करने का भरोसा दिया है।
बिहार में और बढ़ेगी ठंड
बिहार सोमवार को कोल्ड डे की चपेट में रहेगा। सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार पूरबा की जगह पछुआ हवा चलने के कारण न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट आएगी। जिससे ठंड में और बढ़ोतरी होगी। इसलिए मौसम की मार से फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं है। तापमान में गिरावट के साथ अगले दो दिनों तक राज्य में कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी। बिहार में सबसे कम तापमान मोतिहारी में दर्ज कराया गया जहां तापमान 6.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। ठंड और कोहरे से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसका असर ट्रेन-विमान के साथ-साथ पूरी यातायात व्यवस्था पर पड़ा है। विमानों की आवाजाही लगातार दूसरे दिन बाधित रही। रविवार को पटना से आवाजाही करने वाले दस विमान रद्द रहे। 26 अन्य विमानों की लेटलतीफी रही। पटना एयरपोर्ट पर रविवार को पहला विमान दोपहर 12 बजकर आठ मिनट पर उतरा। वहीं, दरभंगा एयरपोर्ट पर 14 में से 10 फ्लाइट रद्द रही।
बेऊर जेल के सुपरिंटेंडेंट के ठिकानों से मिले 58 लाख के जेवर
प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर के अनुसार पटना की बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार व उनके सहयोगियों के आठ ठिकानों पर शनिवार को हुई आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की छापेमारी में विधु व उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति का पता लगा है। ईओयू की टीम ने इन ठिकानों से जमीन खरीद के 11 डीड पेपर की फोटोग्राफी, 58 लाख रुपए से अधिक के सोने चांदी के गहने, विभिन्न कंपनियों की 13 महंगी एसयूवी गाड़ियां, दर्जनों बैंक खाते, विभिन्न कंपनियों के सादे टैक्स इनवॉइस सहित लाखों रुपए के फ्रिज, टीवी और अन्य घरेलू सामान की बरामदगी की है। छापेमारी में पता चला है की जेल अधीक्षक सामान्य बंदियों का शोषण व मानसिक उत्पीड़न कर पैसों की उगाही करते थे। दबंग कैदियों को अनुचित सुविधा उपलब्ध कराने की आवाज में उनसे बड़ी राशि ली जाती थी। गिरफ्तार जेल सुपरिंटेंडेंट ने पटना, मोतिहारी और अन्य स्थानों पर मां, पिता, पत्नी और स्वयं के नाम पर कई संपत्ति खरीदी। मां और पत्नी के नाम पर कई शेल कंपनियां भी बनाईं ताकि अवैध कमाई की मनी लॉन्ड्रिंग कर उसे सफेद बना सके।
फुलवारी पीएफआई केस में सज्जाद गिरफ्तार
भास्कर के अनुसार पीएफआई फुलवारी शरीफ साजिश मामले में मुख्य आरोपी मोहम्मद सज्जाद को एनआईए ने नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। सज्जाद इस मामले में मुख्य आरोपी हैं। पूर्वी चंपारण जिले के मूल निवासी मोहम्मद सज्जाद आलम दुबई से भारत लौटे थे। उनके खिलाफ पटना की एनआईए की विशेष अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। साथ ही उनके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी था। एनआईए की जांच के अनुसार सज्जाद आलम प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के प्रशिक्षित सदस्य हैं।
एक दिन की तनख़्वाह ₹48 करोड़
प्रभात खबर के अनुसार भारतीय मूल के टेक्नोलॉजी लीडर जगदीप सिंह दुनिया के सबसे अधिक वेतन पाने वाले कर्मचारी हैं। उनकी वार्षिक आय लगभग 17500 करोड़ रुपए है। वह क्वांटमस्केप नामक इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी कंपनी के संस्थापक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह हर दिन लगभग 48 करोड़ रुपए कमाते हैं जो कई कंपनियों के वार्षिक राजस्व से भी अधिक है। उनके वेतन पैकेज में 2.3 बिलियन डॉलर के स्टॉक विकल्प भी शामिल हैं। सिंह ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से बीटेक और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले से एमबीए की डिग्री हासिल की है।
कुछ और सुर्खियां
- गुजरात के पोरबंदर हवाई अड्डे पर कोस्ट गार्ड का एक हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार, तीन की मौत
- भारत ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज 1-3 से हारा, हाथ से निकली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी
- शिक्षक बहाली के चौथे चरण टीआरई- 4 में 80 हज़ार से अधिक पदों पर भर्ती होगी
- छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए, एक पुलिसकर्मी की जान भी गई
- वोटर लिस्ट में गड़बड़ी करने वाले 100 पैक्स अध्यक्षों पर होगी कार्रवाई
- वैशाली की लोजपा (आर) सांसद वीणा देवी ने मोबाइल फोन पर हत्या की धमकी मिलने के बारे में शिकायत दर्ज कारई
- ठंड के कारण पटना के स्कूलों में आठवीं तक की क्लास 11 जनवरी तक बंद
अनछपी: शिक्षा विभाग से जुड़ी आज की दो खबरें बताती हैं कि बिहार में स्कूली शिक्षा किस अव्यवस्था का शिकार है। एक खबर में बताया गया है कि शिक्षक बहाली के चौथे चरण में 80 हज़ार से अधिक पदों पर भर्ती होगी। इससे पहले भी तीन चरणों में शिक्षकों की बहाली हो चुकी है और सरकार इसके लिए अपनी काफी वाहवाही भी करती है जो कि कुछ हद तक सही भी है। अब दूसरी खबर यह है कि बिहार के 2637 स्कूल ऐसे हैं जहां केवल एक शिक्षक की बहाली की गई है। यह नहीं बताया गया है कि ऐसे स्कूलों में किन क्लासों की पढ़ाई होती है। अगर हम मान लें कि यहां केवल पांच क्लासों तक की पढ़ाई होती है तो भी कोई यह कैसे समझ सकता है कि एक शिक्षक पांच क्लासों के बच्चों को पढ़ा सकता है। सिर्फ पढ़ाई नहीं उनके इम्तिहान और दूसरी गतिविधियों करने की जिम्मेदारी भी इस एक शिक्षक पर है। केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा व साक्षरता विभाग की रिपोर्ट के अनुसार ऐसे स्कूलों में दो लाख 91 हज़ार 127 बच्चे पढ़ रहे हैं। या कहिए कि इतने बच्चों का वहां नाम लिखाया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार इन 2637 स्कूलों में एक शिक्षक पर 50 से भी अधिक बच्चे हैं। वैसे कहा यह जाता है कि बिहार में शिक्षक छात्र का अनुपात एक शिक्षक पर 30-35 बच्चों का है। इस रिपोर्ट में एक और दिलचस्प जानकारी यह दी गई है कि 117 स्कूल ऐसे हैं जहां शिक्षक तो 544 हैं लेकिन पढ़ने वाला कोई बच्चा नहीं है यानी वहां जीरो एनरोलमेंट है। इन आंकड़ों से यह बात साफ होती है कि शिक्षा विभाग में समन्वय का अभाव है और इसी वजह से कहीं शिक्षक ज्यादा हैं तो छात्र नहीं और कहीं छात्र अधिक हैं तो शिक्षक केवल एक हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारियों के दावे तो बड़े-बड़े होते हैं लेकिन ऐसी गड़बड़ियां से छात्रों को बहुत नुकसान होता है। शिक्षकों की बहाली को लेकर राजनीति तो खूब होती है लेकिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा गंभीर चर्चा का विषय नहीं बन पाता। बस उम्मीद ही की जा सकती है कि शिक्षा विभाग इस पर ध्यान देगा और राजनीतिक दल भी इसे गंभीरता से लेंगे।
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