छपी-अनछपी: मंत्री की जीभ काटने के लिए इनाम देंगे ‘संत’, शरद यादव नहीं रहे

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। प्रसिद्ध समाजवादी नेता शरद यादव का निधन सभी अखबारों में पहली खबर है। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताने पर उन्हें चौतरफा हमले का सामना है। एक तथाकथित संत ने उनकी जीभ काटने वाले को इनाम देने का ऐलान किया तो भाजपा उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रही है जिसकी खबरें प्रमुखता से छपी हैं।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: बिहार के सियासत के भीष्म शरद का निधन। भास्कर की पहली खबर भी यही है: समाजवाद का शरद काल खत्म। जागरण की सबसे बड़ी सुर्खी है: जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव नहीं रहे। हिन्दुस्तान लिखता है: बिहार की सियासत के भीष्म पितामह शरद यादव नहीं रहे। गुरुवार की देर रात 75 साल की आयु में गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में उनका निधन हो गया। उनकी बेटी सुभाषिनी यादव ने निधन की सूचना ट्वीट कर दी। पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार समेत तमाम बड़ी हस्तियों ने उनके निधन पर दुख जताया है। वह 7 बार लोकसभा और तीन बार राज्यसभा सांसद रहे। वे तीन राज्यों से सांसद रहने वाले अकेले व्यक्ति थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री व जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद का जाना राजनीति में एक युग का अंत है। उनका निधन समाजवादी आंदोलन को एक बड़ी क्षति है। लोहिया के विचारों को आगे बढ़ाने व मंडल कमीशन को लागू कराने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। शरद एनडीए के संयोजक के साथ-साथ मेंटर थे। यूं तो उनका जन्म एमपी में हुआ था पर सियासी कर्मभूमि बिहार रही।

मंत्री की ‘जीभ काटने पर 10 करोड़’

भास्कर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: शिक्षा मंत्री बोले- नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है रामचरित मानस: संत बोले जीभ काटने वाले को इनाम देंगे, भाजपा बोली मंत्री को बर्खास्त करे सीएम। हिन्दुस्तान ने पहले पेज पर लिखा है: रामचरित मानस पर शिक्षा मंत्री के विवादित बयान से बवाल। भास्कर ने लिखा है: रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताने वाले शिक्षा मंत्री के बयान से बिहार सहित पूरे देश में बवाल मचा है। अयोध्या के संत जगत गुरु परमहंस आचार्य ने कहा है कि उनकी जीभ काटकर लाने वाले को 10 करोड़ का इनाम देंगे। वहीं भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री से शिक्षामंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने शिक्षा मंत्री के बयान की निंदा की है। दूसरी ओर दिल्ली के द्वारका थाने में सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज कराई है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि श्रीराम मंदिर के विरुद्ध जगदानंद की टिप्पणी के 2 दिन बाद ही शिक्षामंत्री द्वारा रामचरित मानस की निंदा करने से यह साबित हो रहा है कि राजद एक हिंदू विरोधी राजनैतिक संगठन है।

प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस

जागरण ने पहले पेज पर खबर दी है: विशेषज्ञों को बेहतर बनाने की प्रक्रिया शुरू, निकली भर्ती। अख़बार लिखता है कि विश्वविद्यालय और कॉलेज अब छात्रों को सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं देंगे बल्कि विषय विशेषज्ञों के अनुभवों से भी रूबरू कराएंगे। इसके लिए देशभर के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रोफ़ेसर ऑफ प्रैक्टिस के पदों को सृजित करने का काम शुरू हो गया है। हरियाणा, राजस्थान सहित करीब दर्जनभर केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस के लिए भर्तियां भी निकाल दी हैं। इसमें विषय विशेषज्ञ के साथ ही संबंधित क्षेत्र में शीर्ष पदों पर 15 साल का अनुभव रखने वाले कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है। उन्हें नियुक्ति सिर्फ एक साल के लिए मिलेगी जो लगातार तीन साल तक बढ़ाई जा सकती है।

गंगा विलास क्रूज़

हिन्दुस्तान ने देश पेज पर खबर दी है: गंगा विलास आज 50 दिन के सफर पर निकलेगा। अखबार के अनुसार: पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से तैयार एमवी गंगा विलास के क्रूज को प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को वर्चुअल हरी झंडी दिखाएंगे। संत रविदास घाट पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्वानंद सोनोवाल मौजूद रहेंगे। क्रूज 50 दिनों में 3200 किलोमीटर की यात्रा करेगा। एक दिन के सफर का किराया करीब 25 हजार रुपये होगा। एक अधिकारी ने बताया कि ये क्रूज जहां भी जाएगा, वहां नदियों के बाद स्थानीय जगहों पर वहां के खास प्रचलित वाहनों की सवारी के जरिए ही पर्यटक घूमेंगे। अपने पूरे सफर में यह पांच राज्यों की दो दर्जन से ज्यादा नदियों से होकर गुजरेगा।

कुछ और सुर्खियां:

  • भास्कर: बक्सर प्रशासन ने 39 उन किसानों पर किया नामजद केस जो मुआवजा की मांग कर रहे थे
  • हिन्दुस्तान: चौसा पावर प्लांट में काम ठप उपद्रव में 24 पर नामजद एफआईआर
  • फर्जी मिला शेखपुरा मुख्य पार्षद का जाति प्रमाण पत्र
  • बिहार के 19 जिलों में कोल्ड डे, 26 तक ऐसे ही ठंड के साथ रहेगा घना कोहरा, पटना में अभी और गिरेगा पारा
  • दवा 24 घंटे की देरी से पटना आई तेजस राजधानी एक्सप्रेस
  • डीएमसीएच नहीं, दरभंगा में ही दूसरी जगह पर बनेगा एम्स: मुख्यमंत्री
  • डीएलएड प्रवेश परीक्षा में अब गलत उत्तर पर नहीं कटेंगे अंक
  • आदिल से निकाह के लिए राखी सावंत में बदला धर्म
  • पटना डेंटल कॉलेज में 40 छात्रों ने लिया था नामांकन पहले साल के बाद बच्चे सिर्फ 7
  • 28 से 31 तक 4 दिन बंद रहेंगे बैंक
  • पटना में निर्माणाधीन अपार्टमेंट की दीवार गिरी, दबकर मजदूर की गई जान
  • यूट्यूब पर लगाया स्टेटस हत्या के लिए संपर्क करे, 7 धाराए

अनछपी: जैसी की आशंका थी शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के उस बयान पर भारी बवाल मच गया है जिसमें उन्होंने तीन पुस्तकों को नफरत फैलाने वाला बताया था। अब तक कि खुद को संत बताने वाले एक व्यक्ति ने अयोध्या में यह घोषणा कर दी कि जो मंत्री की जीभ काट कर लाएगा उसे 10 करोड़ का इनाम दिया जाएगा। ध्यान रहे कि मंत्री ने मनुस्मृति, रामचरितमानस और बंच ऑफ थॉट्स के बारे में अपना बयान दिया था। इस बयान के बाद आने वाली प्रतिक्रिया से यह बात समझ में आती है कि मनुस्मृति और बंच ऑफ थॉट्स के नफरत फैलाने वाली बात पर किसी को आपत्ति नहीं है। जैसा कि होता है गोदी मीडिया किसी बयान के एक खास अंश को प्रसारित कर पूरी माहौलबंदी करता है जिससे भारतीय जनता पार्टी के विरोध की राजनीति को बुरा भला कहा जाए, ठीक वैसा ही नैरेटिव गढ़ने में पूरा जोर लगा दिया गया है। यही कारण है कि भाजपा नेता सुशील मोदी राष्ट्रीय जनता दल को हिंदू विरोधी बताने में लगे हैं। गोदी मीडिया और भाजपा नेता इस मामले में एक ही रवैया अपनाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि राष्ट्रीय जनता दल और खुद प्रोफेसर चंद्रशेखर इस मामले पर अपना पक्ष मजबूती से रखें ताकि उन्हें इसका राजनैतिक खामियाजा नहीं भुगतना पड़े। सोचने की बात यह है कि प्रज्ञा ठाकुर और खुद केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा विवादास्पद बयानों पर मीडिया में कभी गंभीर सवाल नहीं किए जाते लेकिन एक अकादमिक बात पर जीभ काटने को कहा जा रहा है और मीडिया इस मामले पर चुप्पी साधे है।

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