सरकारी मदरसों में हाफिज सहायक शिक्षक बने रहेंगे, तरक्की भी मिलेगी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना।
बिहार के सरकारी मदरसों में नियुक्त हाफिज-ए-कुरआन का पद सहायक शिक्षक का है और उन्हें उच्चतर डिग्री के साथ प्रमोशन भी मिल सकता है। इस बारे में एआईएमआईएम के अध्यक्ष विधायक अख्तरुल ईमान ने विधानसभा में हाल ही में सवाल पूछा था, जिसके जवाब में सरकार ने यह भरोसा दिलाया है।
विधायक अख्तरुल ईमान ने बिहार लोक संवाद डॉट नेट से बात करते हुए कहा कि मनिहारी से कांग्रेस विधायक मनोहर प्रसाद सिंह के मदरसा संबंधी एक सवाल के साथ पूरक प्रश्न पूछा था कि क्या हाफिज को सहायक शिक्षक माना जा रहा और क्या उन्हें मौलवी, आलिम व फाजिल की डिग्री लेने पर तरक्की जाएगी।
उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से जवाब दिया गया कि मदरसे में नियुक्त हाफिज को सहायक शिक्षक माना गया है और उन्हें तरक्की भी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि वास्तव में इस सवाल की जरूरत इसलिए पड़ी कि बिहार मदरसा बोर्ड की तरफ यह कहा गया था कि हाफिज का पद शैक्षणिक पद न होकर तकनीकी पद है, इसलिए उन्हें सहायक शिक्षक नहीं माना जाएगा और उन्हें तरक्की भी नहीं दी जाएगी।
विधायक अख्तर ने कहा कि यह फरमान तुगलगी थी जिसे बिहार राज्य मदरसा बोर्ड के चेयरमैन अब्दुल कैयूम अंसारी ने जारी किया था।
इस बारे में बिहार लोक सवंाद ने मदरसा बोर्ड केे चेयरमैन से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। बोर्ड के सचिव सईद अंसारी ने संपर्क करने पर जवाब दिया कि इस बारे में चेयरमैन ही कोई बयान दे सकते हैं।
बिहार में इस समय 1942 सरकारी मदरसे हैं और हर मदरसे में हाफिज का एक शैक्षणिक पद स्वीकृत है।

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