छ्पी-अनछ्पी: पटना में तीन करोड़ की सोना लूट, राहुल गांधी की युवाओं को 5 गारंटी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। पटना में गुरुवार को दिनदहाड़े 3 करोड़ के सोना की लूट हो गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने युवाओं के लिए पांच गारंटी की बात कही है। राजभवन ने एक बार फिर सभी वीसी को शिक्षा विभाग की बैठक में जाने से रोक दिया है। आज के अखबारों की यह तीन अहम खबरें हैं।

भास्कर की पहली बड़ी सुर्खी है: पटना में चार बदमाशों ने गोली मारकर 3 करोड़ का सोना लूटा, 100 मीटर दूर थी पुलिस। पटना के डाक बंगला चौराहा से 100 मीटर दूर होटल सम्राट के पास चार लुटेरों ने दिल्ली के कारोबारी अंसार अली से सोने से भरा बैग लूट लिया। बैग में करीब तीन करोड़ का पांच किलो सोना था। विरोध करने पर अपराधियों ने अंसार के नाबालिग़ बेटे एहतेशाम अली को गोली मार दी। घटना गुरुवार को दिन के बारह बजे के आसपास हुई। घटना से कुछ दूर पहले ही वहां से उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा का काफिला गुजरा था। पुलिस उनके काफिले को पार करने में लगी थी और इधर लूट हो गई। अंसार मूल रूप से कोलकाता निवासी हैं और फिलहाल दिल्ली के करोल बाग में रहते हैं। बाप बेटे तीन-चार दिन पहले पटना पहुंचे थे और फ्रेजर रोड के होटल गली में ठहरे थे। इनके पास 7 किलोग्राम सोना था। दो किलो सोना बेच चुके थे। पुलिस लुटेरों की तलाश में अलग-अलग छापेमारी की जा रही है।

राहुल की पांच गारंटी

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुरुवार को मध्य प्रदेश से राजस्थान के बांसवाड़ा पहुंची। राहुल ने मध्य प्रदेश सीमा से बांसवाड़ा तक रोड शो किया। रोड शो के बाद राहुल की सभा हुई। इस दौरान राहुल ने कांग्रेस की पांच गारंटी की भी घोषणा की। पहली गारंटी कांग्रेस के सत्ता में आने पर वंचित वर्ग के 30 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देना है। दूसरी गारंटी है कि हर स्नातक पास युवक को ट्रेनिंग देने के साथ ही निजी और सरकारी क्षेत्र में नौकरी दिलवाई जाएगी और ₹100000 प्रतिवर्ष दिया जाएगा। तीसरी गारंटी सरकारी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक के मामलों को रोकने के लिए केंद्र में कांग्रेस की सरकाए बनने पर कानून बनाने की दी है। चौथी गारंटी रोजगार तलाश रहे लाखों युवाओं के लिए सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं बेहतर वर्किंग कंडीशन को लेकर कानून बनाने की है। पांचवी गारंटी का नाम युवा रोशनी दिया गया है जो स्टार्टअप के लिए है।

वीसी पर एक बार फिर रोक

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है कि राजभवन ने गुरुवार को सभी कुलपतियों को निर्देश दिया है कि वे शिक्षा विभाग की ओर से नौ मार्च को बुलायी गयी बैठक में शामिल नहीं होंगे। साथ ही राजभवन ने यह भी साफ किया है कि उस बैठक में किसी भी विश्वविद्यालय के कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक भी नहीं जायेंगे। राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने गुरुवार को इस संबंध में पत्र सभी कुलपतियों को भेजा है। 10 दिनों में यह तीसरी ऐसी घटना है, जिसके तहत शिक्षा विभाग के बैठक-कार्यक्रम में कुलपति और कुलसचिवों आदि के जाने पर राजभवन ने रोक लगायी है।

एसबीआई पर कंटेंप्ट का केस

जागरण की खबर है कि गैर सरकारी संगठन संगठन एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने एसबीआई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की है। इसमें मांग की गई है कि राजनीतिक दलों को इलेक्टोरल बॉन्ड से मिले चंदा की सूचना साझा करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जानबूझकर पालन न करने पर एसबीआई के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही शुरू की जाए। याचिका में कहा गया है कि एसबीआई ने जानबूझकर अंतिम समय में अर्जी दाखिल कर कोर्ट से आदेश के अनुपालन का समय 6 मार्च से बढ़ाकर 30 जून करने की मांग की है ताकि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को मिले चंदा की जानकारी लोकसभा चुनाव से पहले सामने ना आए।

स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड में छापे

हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है कि सिपाही पेपर लीक मामले में ईओयू की विशेष टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के कार्यालय में दबिश दी। परीक्षा इसी पर्षद द्वारा ली गई थी। सरदार पटेल भवन के छठे तल पर मौजूद इसके पुराने कार्यालय के अलावा पटना में हज भवन के सामने मौजूद नए कार्यालय में टीम ने शाम पांच बजे सघन छानबीन शुरू की, जो देर रात तक चलती रही। इस दौरान परीक्षा से जुड़े तमाम कागजात की जांच की गई। कार्यालय के कई कर्मियों से भी पूछताछ की गई।

तेजस्वी बोले- मोदी रीपैकेजिंग के माहिर

जागरण ने लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार दो बिहार यात्रा और कई योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन्हें रीपैकेजिंग का माहिर खिलाड़ी बताया है। तेजस्वी ने गुरुवार को अपने एक मीडिया अकाउंट पर लिखा है कि प्रधानमंत्री जी वर्षों से लंबित एक ही परियोजना की कई बार पैकेजिंग रीपैकेजिंग करते रहते हैं। “कभी रैपर बदल देते हैं तो कभी कवर और कलर। वर्षों से लंबित एक ही आधे अधूरे प्रोजेक्ट का कई कई बार शिलान्यास और उद्घाटन होता रहता है।”

1205 नियोजित शिक्षक जांच के घेरे में

प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर है कि सक्षमता परीक्षा 2024 के 1205 शिक्षक अभ्यर्थी सर्टिफिकेट्स के रोल नंबर के हिसाब से डुप्लीकेट के रूप में चिह्नित किए गए हैं। इन शिक्षक अभ्यर्थियों को भौतिक सत्यापन के लिए विभागीय मुख्यालय बुलाने का फैसला शिक्षा विभाग ने लिया है। इस दौरान ऐसे उम्मीदवारों के संबंधित दस्तावेजों और थंब इंप्रेशन आदि की जांच की जाएगी।

जेडीयू 16 सीटों पर लड़ेगा

जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: लोकसभा की 16 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है जदयू, जल्द होगी घोषणा। बिहार में एनडीए के सीट शेयरिंग फार्मूले के तहत जनता दल यूनाइटेड को 16 सीटें मिल सकती हैं। कहा जा रहा है कि इस पर सहमति बन चुकी है। जदयू के राज्यसभा सदस्य संजय झा ने गुरुवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। ऐसी चर्चा है कि जदयू ने भाजपा को अपनी सीटों की सूची सौंप दी है। इस संबंध में यह कहा जा रहा है कि 5 दिन बाद ब्रिटेन की यात्रा से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लौटने के बाद यह आधिकारिक घोषणा होगी कि जदयू कौन-कौन सी सीटों पर लड़ेगा और भाजपा व अन्य घटक दल कौन-कौन से लोकसभा क्षेत्र से मैदान में होंगे।

कुछ और सुर्खियां

  • बेंगलुरु में पानी का संकट गहराया, स्कूल और कॉलेज बंद, कोचिंग सेंटरों ने शुरू की वर्चुअल क्लास
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंग्लैंड रवाना, 5 दिनों की यात्रा में साइंस सिटी का भी भ्रमण
  • केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता चार प्रतिशत बढ़ा
  • बिहार की सरकारी बिजली कंपनियों में 2600 पदों पर बहाली होगी
  • क्यूआर कोड से भुगतान करके भी मिलेगा रेल टिकट और रिजर्वेशन
  • रूस-यूक्रेन युद्ध में भारतीयों को भेजने वाला गिरोह पकड़ाया

अनछपी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों चुनाव के मद्देनजर विभिन्न राज्यों का दौरा कर रहे हैं और गुरुवार को वह जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंचे। 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 हटाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी का यह पहला कश्मीर दौरा था। इस दौरे के बारे में छपी खबर में कहा गया है कि उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर खुलकर सांस ले रहा है। मीडिया की यह आदत होती है कि जैसा प्रधानमंत्री कहते हैं उसी अनुरूप कवरेज दी जाती है लेकिन क्या जम्मू कश्मीर के आम लोगों को भी ऐसा लग रहा है? मीडिया कश्मीर के बारे में खबर देते वक्त यह बात नजरअंदाज कर देता है कि वहां कितने सालों से चुनाव नहीं हुए हैं। मीडिया इस बात पर सवाल नहीं उठाता कि सुप्रीम कोर्ट ने वहां जल्द चुनाव कराए जाने के बारे में कहा था लेकिन अब तक इसकी घोषणा क्यों नहीं हुई। मीडिया आम लोगों से यह नहीं पूछता कि उनके राज्य को बांट देने के बारे में उनकी क्या शिकायतें हैं। मीडिया यह बताने की कोशिश करता है कि वहां कितने पैसे लगाए जा रहे हैं और किन योजनाओं की शुरुआत हो रही है। लेकिन क्या योजनाओं से जम्मू कश्मीर के आम लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार बहाल हो जाएंगे? श्री मोदी ने रमजान के पवित्र महीने और शिवरात्रि के पर्व के लिए अग्रिम शुभकामनाएं दीं लेकिन मीडिया ने उन्हें यह नहीं बताया कि किस-किस मस्जिद में कब से इबादत की अनुमति नहीं है। हम जब तब सोशल मीडिया से यह जानते हैं कि फलां फलां मौके पर प्रशासन ने इस-इस मस्जिद में इबादत की अनुमति नहीं दी। कई मस्जिदें तो ऐसी है जहां वर्षों से जुमे की नमाज की इजाजत नहीं देने की बात कही जाती है। सवाल यह है कि क्या मस्जिदों को बंद रखकर ऐसा कहा जा सकता है कि जम्मू कश्मीर खुलकर सांस ले रहा है? क्या वर्षों से चुनाव न करा कर ऐसा कहा जाना सही है कि जम्मू कश्मीर खुलकर सांस ले रहा है? क्या राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद लोग यह मानेंगे कि जम्मू कश्मीर खुलकर सांस ले रहा है? क्या वहां मानवाधिकारों के उल्लंघन की शिकायतों के रहते यह कहना इंसाफ होगा कि जम्मू कश्मीर खुले में सांस ले रहा है? ये ऐसे सवाल हैं जो मीडिया को करने चाहिए लेकिन वह केवल सरकार का पिछलग्गू बना हुआ है।

 

 471 total views

Share Now

Leave a Reply