छपी-अनछपी: संसद में शोर लेकिन मणिपुर में नहीं रुकी हिंसा, दरभंगा में 30 तक इंटरनेट बंद

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। संसद में मणिपुर को लेकर शोर तो जारी है लेकिन वहां हिंसा की स्थिति पर काबू नहीं पाया जा सका है। इससे जुड़ी ख़बर सभी अखबारों में पहले पेज पर है। दरभंगा जिले में मुहर्रम के झंडे को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद तनाव को देखते हुए प्रशासन ने वहां 30 जुलाई तक इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी है। मुहर्रम पर सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी खबर भी प्रमुखता से छपी है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: मणिपुर के मुद्दे पर संसद में छठे दिन गुरुवार को भी संग्राम हुआ। लोकसभा और राज्यसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जबरदस्त तल्खी दिखी। हिन्दुस्तान के अनुसार मणिपुर के मुद्दे पर विपक्षी दल के सदस्य काले कपड़ों में सदन पहुंचे। विपक्षी सदस्य मणिपुर-मणिपुर के नारे लगा रहे थे। वहीं, भाजपा सांसदों ने सरकार के समर्थन में नारे लगाए। लोकसभा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर के वक्तव्य के दौरान विपक्षी दलों के शोर-शराबे को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच आरोप-प्रत्यारोप हुए। विदेश मंत्री के वक्तव्य के बाद पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने अधीर रंजन को अपनी बात रखने के लिए कहा। इस पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, जब विदेश मंत्री इतने महत्वपूर्ण विषय पर बोल रहे थे, तब विपक्ष ने व्यवधान डाला। अब हम भी उन्हें बोलने नहीं देंगे। इसके लेकर सदन में फिर हंगामा शुरू हो गया।

मणिपुर में गोलियां गूंज रहीं

भास्कर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: संसद में पक्ष विपक्ष का सियासी शोर, मणिपुर में गोलियां गूंज रहीं। अशांत मणिपुर के चलते दिल्ली की सियासत में आया उबाल थम नहीं रहा है। उधर राज्य में भी हिंसा बढ़ती जा रही है। गुरुवार सुबह 4:00 बजे चुराचंदपुर के कंगवाई मनिंग हाई कोलगांव में सशस्त्र कूकी हमलावरों और ग्राम रक्षकों के बीच 2 घंटे फायरिंग हुई। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। उपद्रवियों ने कई घर जला दिए। वहीं विष्णुपुर जिले के एक गांव में संदिग्ध कूकी हमलावरों के बम हमले से एक युवक की मौत हो गई।

सीबीआई को जांच की ज़िम्मेदारी

मणिपुर हिंसा के छह मामलों को सीबीआई के हवाले किया गया है, ताकि निष्पक्ष जांच हो और गुनाहगारों को उनके किए की सजा मिल सके। सीबीआई महिलाओं से हुई अभद्रता की जांच भी करेगी। हिंसा के मामलों की सुनवाई असम में करने के लिए केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्र ने कहा कि मंत्रालय द्वारा गठित कार्यबल संघर्षरत दोनों समुदायों से छह-छह दौर की बातचीत कर चुका है।

दरभंगा में 30 तक इंटरनेट बंद

दरभंगा में मुहर्रम के झंडे को लेकर हुए विवाद के बाद सामाजिक तनाव की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 27 से 30 जुलाई तक इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। स्थानीय जिला प्रशासन के स्तर से यह निर्णय लिया गया है और इसे लेकर आदेश जारी किया गया है। इस बीच राज्य में मुहर्रम को लेकर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। हिन्दुस्तान के अनुसार सोशल मीडिया पर विशेष तौर पर नजर रखी जा रही है। सभी जिलों को हर स्तर पर एहतियात बरतने के आदेश दिए गए हैं। छह जिलों – पटना, नालंदा, रोहतास, भागलपुर, सीवान और दरभंगा में अर्द्धसैनिक बल की 6 कंपनियां तैनात की गई हैं। यह जानकारी एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।

छपरा की मेयर तीन बच्चों के मामले में फंसीं

जागरण की खबर है: तीन संतान मामले में छपरा की मेयर को निर्वाचन आयोग ने पद से हटाया। छपरा नगर निगम गठन के बाद पहली बार जनता के सीधे वोट से गत वर्ष दिसंबर में चुनी गई मेयर राखी गुप्ता की कुर्सी गलत शपथ पत्र देने के कारण चली गई। राज्य निर्वाचन आयोग ने तीन संतान होने के मामले में गुरुवार को राखी गुप्ता को पद से हटाने का निर्णय सुनाया। इससे पहले वाद संख्या 13/2023 में सुनवाई के बाद निर्वाचन आयोग ने 5 जुलाई को निर्णय सुरक्षित रखा था। अब छपरा नगर निगम के मेयर पद रिक्त मांगते हुए चुनाव कराए जाएंगे। छपरा नगर निगम की पूर्व मेयर सुनीता देवी ने राज्य निर्वाचन आयोग में 24 फरवरी 2023 को वाद दायर कर कहा था कि राखी गुप्ता को तीन संताने हैं। उन्होंने नामांकन में दो संतान का उल्लेख कर गलत शपथ दायर किया था। इस बारे में राखी गुप्ता ने बताया कि इस मामले में हाई कोर्ट में केस चल रहा है। इसमें तीन सुनवाई भी हो चुकी है।

कटिहार फायरिंग की रिपोर्ट तलब

जागरण की खबर है: पुलिस मुख्यालय ने डीएम और एसपी से मांगी संयुक्त रिपोर्ट। कटिहार के बारसोई में हुए बवाल और फायरिंग में दो लोगों की मौत मामले पर पुलिस मुख्यालय ने डीएम व एसपी से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। अनियंत्रित भीड़ क्यों बेकाबू हो गई और किन परिस्थितियों में पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी इसका जवाब रिपोर्ट में मांगा गया है। पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने गुरुवार को बताया कि कटिहार में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पूरे मामले को लेकर कटिहार के डीएम और एसपी से संयुक्त रिपोर्ट मांगी गई है। इस बीच भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने इस मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।

कुछ और सुर्खियां

  • अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर राज्यसभा उपसभापति हरिवंश को भी मिला जदयू का व्हिप
  • कांग्रेस की सरकार का मतलब है लूट की दुकान और झूठ का बाजार: मोदी
  • अवैध करार दिए जाने के बाद केंद्र के अनुरोध पर 15 सितंबर तक ईडी के डायरेक्टर संजय मिश्र का कार्यकाल बड़ा
  • इंडिया गठबंधन की अगली बैठक 25 व 26 अगस्त को मुंबई में, गठबंधन का मणिपुर दौरा कल से
  • ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे पर सुनवाई पूरी, 3 अगस्त को आएगा इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला

अनछपी: दरभंगा जिले में इंटरनेट पर 30 जुलाई तक पाबंदी लगाने का फैसला सावधानी की वजह से है। सावधानी के मद्देनजर ही राज्य के 6 और जिलों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। दरभंगा वैसे तो एक शांतिपूर्ण जिला माना जाता है लेकिन इस बार मुहर्रम के दौरान एक के बाद एक दो तीन घटनाएं ऐसी हुई हैं जिससे वहां का सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है। दरभंगा की घटनाओं में सिर्फ एक घटना मुहर्रम से जुड़ी है लेकिन चूंकि बाकी घटनाएं भी इसी दौरान हुई हैं इसलिए यह मामला संवेदनशील माना जा रहा है। मोहर्रम के बारे में कहा जाता है कि यह शोक मनाने का अवसर है लेकिन इस दौरान डीजे बजाए जाने की घटना भी होती है जो के मुस्लिम समुदाय और कुल मिलाकर पूरे समाज के लिए बेहद अफसोसनाक है। डीजे की कर्कश आवाज से हर आदमी को तकलीफ होती है और यह बात मुहर्रम का जुलूस निकालने वालों को समझना चाहिए। दूसरी और मुहर्रम के झंडे को लेकर कुछ असामाजिक तत्व भी ऐसी हरकतें करते हैं जिससे समाज सांप्रदायिकता तनाव फैलता है। क्योंकि फेक न्यूज़ फैलाने में इंटरनेट की बहुत भूमिका रहती है इसलिए सरकार ने अपनी ओर से उसे बंद कर एक हद तक गलत खबरों को फैलने से रोकने का उपाय किया है। लेकिन इंटरनेट बंद करना आज के जमाने के हिसाब से बेहद असुविधाजनक है क्योंकि इससे कई काम रुक जाते हैं। उदाहरण के लिए इस समय इनकम टैक्स रिटर्न भरने का काम चल रहा है जिस की आखिरी तारीख 31 जुलाई है। उम्मीद की जानी चाहिए कि दरभंगा प्रशासन वहां सांप्रदायिक तनाव फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करेगा और स्थिति जल्द सामान्य हो जाएगी।

 

 

 

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