छ्पी-अनछपी: राहुल ने पूछा- मोदी क्यों नहीं आए मणिपुर, ठंड-कोहरे से सबका बुरा हाल

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मणिपुर से मुंबई तक की अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की शुरुआत में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में यह पूछा है कि वह मणिपुर क्यों नहीं आए। इससे जुड़ी खबर सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है हालांकि इस पहलू को उजागर नहीं किया गया है। ठंड और कोहरे से हर तरफ परेशानी है। इसकी खबर को भी अच्छी जगह मिली है। मशहूर शायर मुनव्वर राना के इंतकाल की खबर भी सभी जगह है।

भास्कर की सबसे बड़ी खबर: अब न्याय यात्रा पर राहुल। जागरण की पहली खबर है: लोगों के मन की बात सुनना चाहते हैं: राहुल। हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: मणिपुर से मुंबई- नए सफर पर निकले राहुल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिपुर के लोगों कोे सद्भाव और शांति वापस लाने का प्रयास करने का आश्वासन देते हुए रविवार को अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि न्याय यात्रा का मकसद लोगों को अपने मन की बात बताना नहीं, बल्कि आपके मन की बात को सुनना है। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के करीब एक साल बाद अपनी दूसरी यात्रा शुरू की है। उन्होंने मणिपुर के थौबल जिले के खोंगजोम से यात्रा शुरू की। मणिपुर से यात्रा शुरू करने का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा सिर्फ मणिपुर से शुरू हो सकती है, क्योंकि इस प्रदेश के लोग नफरत की राजनीति के शिकार हैं।

मोदी क्यों नहीं आये मणिपुर: राहुल

मणिपुर की 29 जून की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह 2004 से राजनीति में हैं, पर पहली बार देश के एक प्रदेश में गए, जहां व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो गई थी। लाखों लोग विस्थापित हुए और बड़ी संख्या में लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि लोग जिसको मणिपुर कहते थे, वह अब नहीं रहा है। इसके साथ उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के अब तक मणिपुर का दौरा नहीं करने को लेकर भी सवाल उठाए।

बिहार में भी बर्फीली हवा

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: आफत: बर्फीली हवाओं से कांपा बिहार। प्रभात खबर की पहली खबर है: आज भी घने कोहरे व कनकनी बढ़ने के आसार। बिहार में तीन दिनों से लगातार कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कोहरे और हिमालय से चल रही ठंडी हवा ने कनकनी बढ़ा दी है। राज्य के अधिकतर जिलों का न्यूनतम तापमान गिरकर 10 डिग्री से नीचे आ गया है। मौसम विभाग ने 8-9 जिलों में कोल्ड डे और अन्य जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। अधिकतर जिलों में लगातार तीसरे दिन भी धूप नहीं निकली। राजधानी पटना में दोपहर बाद हल्की धूप निकली।

ट्रेन-फ्लाइट पर असर

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार सहित उत्तर भारत में घने कोहरे का असर ट्रेन व विमान सेवा पर देखा जा रहा है। कोहरे ने इनकी रफ्तार सुस्त कर दी है। रविवार को पटना की ट्रेनें 18 घंटे लेट रहीं जबकि विमान आठ घंटे तक की देरी से आए। आठ जोड़ी विमान रद्द रहे जबकि 34 देरी से आए और गए। राजधानी, संपूर्ण क्रांति सहित कई ट्रेनें एक दिन बाद पटना जंक्शन पहुंची।

आज से नए शिक्षकों की पोस्टिंग

प्रभात खबर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: आज से नए शिक्षकों को स्कूल आवंटन, जिलों से मांगी लिस्ट। बिहार लोक सेवा आयोग से सफल दूसरे चरण में चयनित और प्रथम चरण में पूरक परिणाम में सफल रहे कल 96823 विद्यालय अध्यापकों को स्कूल आवंटन की प्रक्रिया सोमवार से शुरू कर दी जाएगी। सबसे पहले योगदान उन शिक्षकों को दिलाया जाएगा जिनकी काउंसलिंग पूरी हो चुकी है। अब तक 73 हज़ार से अधिक नए शिक्षकों की काउंसलिंग हो चुकी है। शिक्षा विभाग ने 15 से 20 जनवरी तक राज्य के सभी 38 जिलों से स्कूल व विषयवार रिक्त पदों और नियुक्ति पत्र प्राप्त शिक्षकों की सूची मांगी है।

मुनव्वर राना का इंतक़ाल

लखनऊ से हिन्दुस्तान की खबर है कि मशहूर शायर मुनव्वर राना का रविवार को निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे। राना की बेटी सोमैया राना ने बताया कि उनके पिता का रविवार देर रात लखनऊ स्थित संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया।वह पिछले काफी समय से गले के कैंसर से पीड़ित थे। मंगलवार को हालत बिगड़ने पर छुट्टी कराकर पीजीआई में भर्ती कराया गया था। उन्हें गुर्दा, दिल व फेफड़े से जुड़ी दिक्कतें थी। गुर्दे की बीमारी के चलते उनकी डायलिसिस चल रही थी। राना को सोमवार को उनकी वसीयत के मुताबिक लखनऊ में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। मुनव्वर राना मां के बारे में अपनी शायरी के लिए मशहूर थे। उनका यह शेर बहुत आम है:

किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकां आई

मैं घर में सबसे छोटा था, मेरे हिस्से में मां आई

मालदीव ने सैनिक हटाने को कहा

चीन से वापसी के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के तेवर भारत विरोधी हो गए हैं। मालदीव ने रविवार को कहा कि भारत 15 मार्च तक अपने सैनिक वापस बुलाए। राष्ट्रीय कार्यालय के प्रवक्ता अब्दुल्ला नजीम इब्राहिम ने कहा, भारतीय सैनिक मालदीव में नहीं रह सकते। राष्ट्रपति मुइज्जू और उनकी सरकार की यही नीति है। मालदीव मीडिया के अनुसार, उनके देश में भारत के 88 सैनिक वर्तमान में तैनात हैं। दोनों देशों के बीच सैनिकों को हटाए जाने के मुद्दे पर एक हाई लेवल बैठक भी हुई।

कुछ और सुर्खियां

  • मैट्रिक परीक्षा में 16.94 लाख विद्यार्थी होंगे शामिल, एडमिट कार्ड जारी
  • महाराष्ट्र के प्रमुख नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस छोड़ी, शिवसेना (शिंदे) में शामिल
  • सिखों का प्रकाश पर्व आज से, देश-विदेश से पटना आने लगे श्रद्धालु
  • तेज प्रताप बोले- मेरे सपने में आये भगवान राम ने कहा- 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जाएंगे
  • बिहार में बाइक टैक्सी के लिए दिया जाएगा परमिट, शुरुआत में 15000 को मिलेगा

अनछपी: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को अखबारों ने आज अच्छी जगह दी है हालांकि इसमें इस बात को उजागर नहीं किया गया कि आखिर मणिपुर की हिंसा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां का दौरा क्यों नहीं किया। राहुल गांधी ने कहा कि इस दौरे की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि देश बड़े पैमाने पर अन्याय के दौर से गुज़र रहा है। उन्होंने मणिपुर को इस अन्याय का सबसे ज्वलंत उदाहरण बताया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा और आरएसएस के लिए मणिपुर तो भारत का जैसे हिस्सा ही नहीं रह गया। राहुल गांधी ने यह बात भाजपा और आरएसएस के लिए कही है वही बात मीडिया पर भी लागू होती है। क्या मीडिया में मणिपुर की हिंसा को वह जगह मिली जिसकी जरूरत थी? आज राहुल गांधी अगर यह कह रहे हैं कि देश बड़े पैमाने पर अन्याय से गुजर रहा है तो क्या मीडिया ने इस बात पर ध्यान दिया कि अन्याय की क्या-क्या खबरें हैं, उन्हें सामने लाया जाए? इस समय अखबारों समेत सारा मीडिया अयोध्या के राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की खबरों से भरा पड़ा है जिसके बारे में कांग्रेस का सही ही कहना है कि यह भाजपा और आरएसएस का प्रोजेक्ट है। राहुल गांधी की इस यात्रा के समय प्राण प्रतिष्ठा की कवरेज सिर्फ खबर देने तक सीमित नहीं है बल्कि ऐसा लगता है कि उनकी भी इसमें सीधी भागीदारी है। यही वजह है कि अखबारों में प्राण प्रतिष्ठा पर विशेष पेज दिए जा रहे हैं और पहले पेज पर भी काफी कवरेज देखने को मिल रही है। एक समय था जब व्यक्तिगत आस्था को प्रचार का माध्यम नहीं बनाया जाता था लेकिन आजकल इसे बढ़-चढ़कर प्रचारित किया जा रहा है। इसे इस उदाहरण से भी समझा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आवास पर गायों को चारा खिलाते हैं तो उसकी भी तस्वीर और बड़ी खबर प्रकाशित और प्रचारित की जाती है। दूसरी ओर हिंसा से जूझते मणिपुर के बारे में कवरेज कम ही देखने को मिलती है। देखने की बात यह होगी कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की अगली कवरेज कैसी होती है।

 

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