गुलनाज हत्याकांड के मुख्य आरोपी ने किया सरेंडर, फांसी देने की मांग

बिहार लोक संवाद डॉट नेट के लिए समी अहमद

वैशाली जिले के रसूलपुर हबीब गांव में विवाह के लिए हत्या मामले के मुख्य आरोपी सतीश कुमार राय ने सरेंडर कर दिया है। इससे पहले एक अन्य आरोपी चंदन राय को पुलिस ने गिरफ्तार करने की सूचना दी थी।

सतीश राय ने 30 अक्टूबर को रसूलपुर हबीब गांव की गुलनाज खातून को विवाह से इंकार करने पर किरासन छिड़ककर कर आग लगा दी थी। यह गांव देसरी थाना के चांदपुरा पुलिस और पोस्ट के अंतर्गत है।

गुलनाज खातून की मां सैमुना खातून ने बिहार लोक संवाद डॉट नेट को बताया कि 29 अक्टूबर को सतीश राय ने उनकी बेटी के साथ छेड़खानी की थी और जबरन शादी के लिए दबाव डाल रहा था।

समी अहमद गुलनाज की मां सैमुन से बातचीत करते हुए

सैमुन के शौहर मोहम्मद मुख्तार की दो साल पहले बीमारी से मौत हो गई है जो मजदूरी का काम करते थे।
सैमुन ने जब यह शिकायत सतीश के माता-पिता से की तो उन्होंने सतीश को समझाने और आगे ऐसी हरकत ना होने देने का आश्वासन दिया। लेकिन अगले ही दिन 30 अक्टूबर की शाम 5ः30 बजे सतीश ने अपने एक और साथी चंदन राय के साथ मिलकर गुलनाज खातून पर किरासन तेल छिड़क दिया और आग लगा दी।
सैमुन उस समय पटना में सिलाई का काम कर रही थीं। उनकी छोटी बेटी गुलशन खातून ने उन्हें फोन पर इसकी जानकारी दी तो वे वहां से भागती हुई आईं। इस बीच गांव वालों ने ही आग बुझाई और पीड़िता को हाजीपुर स्थित निजी अस्पताल पहुंचाया।
सैमुन खातून ने बताया कि सतीश के परिवार वालों ने इलाज कराने के लिए मदद करने की पेशकश की लेकिन एफआईआर कराने के बाद वे भाग खड़े हुए।
सैमुन खातून और गांव वालों का कहना है कि पुलिस ने लगातार शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। इससे आरोपितों को भागने का मौका मिला।
उन्होंने बताया कि जब वे थाना जाते थे तो उनसे कहा जाता था कि अभी इलेक्शन है, इसलिए अभी कोई कार्रवाई नहीं हो सकती।
इस मामले में एफआइआर पीड़िता के फर्द बयान पर 2 नवंबर को दर्ज की गई। लेकिन पुलिस पर आरोप है कि 15 नवंबर तक वह हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।
7 नवंबर को पीड़िता को हाजीपुर के निजी अस्पताल से पटना स्थित पीएमसीएच रेफर करके लाया गया। यहां 8 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच झूलती गुलनाज खातून ने 15 नवंबर को दम तोड़ दिया। गुलनाज ने मैट्रिक तक की पढ़ाई की थी और सिलाई का काम करके मां को घर चलाने में मदद करती थी। उसकी अगले साल मार्च में शादी होने वाली थी।
गुलनाज की मौत के बाद यह मामला काफी चर्चित हो गया और तब जाकर पुलिस हरकत में आयी। फिर पुलिस 17 नवंबर को आरोपितों के खिलाफ अरेस्ट वारंट हासिल कर सकी।
पीड़िता गुलनाज की मां का कहना है कि आरोपितों को फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि वह आरोपितों को पकड़ने में शुरू से ही आनाकानी कर रही थी।
इस बारे में वैशाली के एसपी मनीष का कहना है कि पुलिस ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। हालांकि उन्होंने इस बात का जवाब नहीं दिया कि अगर पुलिस ने कोई आनाकानी नहीं की तो चांदपुरा आउटपोस्ट के प्रभारी विष्णु देव दुबे को क्यों निलंबित किया गया।

जमाअते इस्लामी हिन्द बिहार की टीम गुलनाज के गांव के दौरे पर

इस बीच जमाअते इस्लामी हिन्द, बिहार की एक टीम ने गुलनाज के गांव का दौरा किया और उसकी मां सैमून से मुलाकात करके सूरते हाल की जानकारी हासिल की। इस मौके पर टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे जेयाउलकमर ने कहा कि जमाअत गुलनाज के परिवार के साथ है और जहां तक संभव हो सकेगा उसकी मदद की जाएगी।

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