छ्पी-अनछपी: पुराने वीडियो को भाजपा ने बनाया मुद्दा, कुश्ती महासंघ सस्पेंड

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। डीएमके सांसद दयानिधि मारन (साथ लगी तस्वीर) के जिस वीडियो बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने बवाल मचा रखा है उसके बारे में अब यह बात सामने आई है कि वह चार साल पुराना वीडियो है। इससे संबंधित बयानों को आज भी अच्छी कवरेज मिली है। भाजपा सांसद और कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष भूषण शरण सिंह के नजदीकी को महासंघ का नया अध्यक्ष बनाये जाने के भारी विरोध के बाद खेल मंत्रालय ने इस महासंघ को सस्पेंड करने की घोषणा की है। इस खबर को भी अच्छी जगह मिली है।

प्रभात खबर की खबर है: दयानिधि का वीडियो पुराना: डीएमके। डीएमके नेता दयानिधि मारन द्वारा उत्तर प्रदेश और बिहार के श्रमिकों पर महीनों पहले की गई कथित टिप्पणी के वायरल वीडियो पर रविवार को भी जुबानी जंग जारी रही। डीएमके ने इस वीडियो को पुराना बताते हुए कहा कि भाजपा भ्रम फैला रही है। रविवार को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी राजद की तरह तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके को भी ऐसी पार्टी मानती है जो सामाजिक न्याय में विश्वास रखती है और ऐसी पार्टी के नेता के लिए इस तरह की टिप्पणी करना अशोभनीय है। उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के मजदूरों की मांग पूरे देश में है। यदि यह लोग ना जाएं तो दूसरे राज्यों की जिंदगी ठप हो जाएगी। इस मामले में डीएमके के प्रवक्ता जेसी रवींद्रन ने भाजपा की निंदा करते हुए कहा के वे जानबूझकर झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों की दुर्भावना स्पष्ट है क्योंकि वह कुछ ऐसा दावा कर रहे हैं जो दयानिधि ने कभी नहीं कहा या इसका मतलब यह नहीं था।

बिहारी नेता भड़के

भास्कर की सुर्खी है: बिहारी नेता भड़के… हमारे बिना उनका काम ठप होगा। भाजपा के बिहार अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जानना चाहते हैं कि जिस तरीके से दयानिधि मारन ने बिहारी का अपमान किया है तो क्या राजद, जदयू और कांग्रेस उनसे माफी मांगने को कहेगी। “इस तरह का अपमान बीजेपी बिहार के लोग किसी भी हालत में नहीं सहेंगे।” एक और भाजपा नेता केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सफाई करने वाले लोगों की पूजा करते हैं पर इंडिया गठबंधन के लोग सिर्फ बिहार ही नहीं पूरे देश का अपमान कर रहे हैं। भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा है की हिम्मत है तो डीएमके को इंडिया गठबंधन से बाहर कराए राजद व जदयू।

कुश्ती महासंघ सस्पेंड

भास्कर की प्रमुख सुर्खी है: दबदबा खत्म। हिन्दुस्तान ने लिखा है: उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने पर भारतीय कुश्ती महासंघ निलंबित। केंद्रीय खेल मंत्रालय ने रविवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया। यह निर्णय नवनिर्वाचित संस्था द्वारा उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने व पहलवानों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिए बिना अंडर-15 व अंडर-20 चैंपियनशिप के आयोजन की जल्दबाजी में घोषणा करने के कारण लिया गया। मंत्रालय ने कहा कि नई संस्था पूरी तरह से पूर्व पदाधिकारियों के नियंत्रण में काम कर रही थी, जो राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुरूप नहीं है। डब्ल्यूएफआई के चुनाव 21 दिसंबर को हुए थे, जिसमें पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विश्वासपात्र संजय सिंह और उनके पैनल ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी।

भारत आ रहे पोत पर हमला

हिन्दुस्तान के अनुसार लाल सागर में एक और वाणिज्यिक तेल टैंकर एमवी साईबाबा पर ड्रोन हमला हुआ। इस पोत पर सवार चालक दल के सभी 25 भारतीय सदस्य पूरी तरह सुरक्षित हैं। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने एक्स पर जानकारी दी कि भारत आ रहे एमवी साई बाबा पोत को ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने ड्रोन से निशाना बनाया। वहीं, एक भारतीय सैन्य अधिकारी ने बताया कि यह हमला एक दिन पहले अरब सागर में वाणिज्यिक तेल टैंकर एमवी केम प्लूटो पर हुए हमले के बाद हुआ है। उस पोत पर भी 21 चालक दल के सदस्य भारतीय थे।

अयोध्या पहुंचेंगी एक हज़ार ट्रेनें

भास्कर की खबर है: एक हज़ार से ज्यादा ट्रेन देश भर से अयोध्या पहुंचेंगी। अयोध्या का श्री राम जन्मभूमि रेलवे स्टेशन 26 जनवरी 2024 से देश में सबसे व्यस्त स्टेशन होगा। देशभर से 1000 से अधिक स्पेशल ट्रेनों से विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता पदाधिकारी और श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में भागीदारी करने वाले कर सेवक शामिल होंगे। 26 जनवरी से 21 फरवरी के दौरान विश्व हिंदू परिषद के 80000 से अधिक कार्यकर्ता श्री राम मंदिर का दर्शन करने पहुंचेंगे। ट्रेनों के संचालक को रेलवे बोर्ड बेहद गंभीर है। विशेष ट्रेनों के ठहराव के लिए रामघाट हाल्ट और गोंडा जिले के कटरा रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया गया है।

छोटे पर्यटन स्थलों के लिए नीति

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है कि राज्य के छोटे पर्यटन स्थलों के दिन जल्द बहुरेंगे। नई पर्यटन नीति लागू होने के बाद यहां पर्यटकीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से अनुदान भी दिए जाएंगे। बिहार की नई पर्यटन नीति बनकर तैयार है। पर्यटन विभाग की ओर से तैयार इस नीति पर उद्योग विभाग ने सहमति दे दी है। इसके जरिए पर्यटन क्षेत्र में होटल, रेस्टारेंट उद्योग को बढ़ावा दिया जाना है। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद यह राज्य में लागू हो जाएगा।

कुछ और सुर्खियां

  • माध्यमिक विद्यालय के आठ विषयों में 9365 अभ्यर्थी पास
  • अयोध्या में 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 15 किलोमीटर लंबा रोड शो
  • टेस्ट मैच में भारत की महिला टीम ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को हराया
  • जीएन. 1 पर भी असरदार हो सकता है ओमिक्रोन का टीका
  • एमआईटी, मुजफ्फरपुर के दो छात्र साइबर फ्रॉड में गिरफ्तार

अनछपी: डीएमके नेता दयानिधि मारन के जिस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने इंडिया गठबंधन को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है उसकी चर्चा जरूरी है। पहली बात तो यह है की दया निधि मरण का वह बयान चार साल पुराना बताया जाता है जो तमिल भाषा में दिया गया है। सवाल यह है कि 4 साल पुराने वीडियो को अब वायरल करने की क्या जरूरत थी? दूसरा सवाल यह है कि महागठबंधन के नेता, जिसमें उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी शामिल हैं, इस मामले में रक्षात्मक क्यों हो गए? ऐसा लगता है कि महागठबंधन में शामिल राजद और जदयू के नेता भारतीय जनता पार्टी ने जो आपत्ति उठाई उसकी जांच पड़ताल किए बिना मीडिया के सवाल के दबाव में आ गए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की यह नीति है कि वह इंडिया गठबंधन के दलों के बीच फूट डालती रहे। अभी दो दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं ने राजद और जदयू को लेकर दो दावे किए। भाजपा नेताओं द्वारा दावा किया गया कि ललन सिंह को जदयू के अध्यक्ष पद से हटाया जाएगा और राजद के साथ जदयू का विलय हो जाएगा। यही नहीं इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद भाजपा नेताओं द्वारा यह संकेत देने की कोशिश की गई कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कथित उपेक्षा के कारण वहां से नाराज होकर लौटे हैं। राजनीति में जब ऐसी शातिराना बयानबाजी की जाए तो सतर्कता बरतने की जरूरत है। तेजस्वी यादव और दूसरे नेताओं को भाजपा से यह पूछना चाहिए कि आखिर 4 साल बाद उस वीडियो को वायरल कर अब सवाल उठाने का उनका मकसद क्या है? कई विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी दक्षिण में कदम नहीं जमा पा रही इसलिए दक्षिण की पार्टियों को बदनाम करना उसकी नीति का हिस्सा है। ध्यान रहे कि भाजपा नेताओं द्वारा समर्थित यूट्यूबर मनीष कश्यप ने तमिलनाडु के बारे में फर्जी वीडियो वायरल किया था जिससे दोनों राज्यों के बीच में टकराव बढ़ाने की आशंका पैदा हो गई थी। यह जरूरी मालूम होता है कि इंडिया गठबंधन के किसी घटक दल का कोई विवादास्पद बयान भारतीय जनता पार्टी द्वारा सामने लाया जाता है तो उसकी सतर्कता से जांच की जाए और कोई बयान देने से पहले पूरे मामले को जान लिया जाए।

 

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