छ्पी-अनछपी: “दुनिया की सबसे बड़ी खुली जेल है ग़ज़ा”, बक्सर ट्रेन हादसे के बाद मरम्मत का काम जारी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। ग़ज़ा की पट्टी जो पहले से दुनिया की सबसे बड़ी खुली जेल कहलाती है, उसकी हालत दिन ब दिन खराब हो रही है। इस बीच हमास और इसराइल में युद्ध विराम की कोशिशें भी शुरू हुई हैं हालांकि इस बारे में तरतीब से कोई खबर नहीं दी गई है। बक्सर के पास रघुनाथपुर में ट्रेन दुर्घटना के बाद अभी तक मरम्मत का काम जारी है। इससे जुड़ी खबरें भी पहले पेज पर हैं।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: हमले में दो भारतवंशी शहीद। हमास की ओर से इसराइल पर सात अक्तूबर को किए गए हमले में भारतीय मूल की दो महिला सुरक्षा अधिकारी भी शहीद हो गईं थी। हमास से संघर्ष के दौरान दोनों अफसरों की मौत हुई। उधर, इसराइल द्वारा उत्तरी गजा खाली करने का अल्टीमेटम रविवार को खत्म हो गया। इसके साथ ही गजा में जमीनी जंग की आशंका बढ़ गई है। सूत्रों ने बताया कि हमास के हमले में अशदोद के होम फ्रंट कमान की कमांडर 22 वर्षीय लेफ्टिनेंट ऑर मोसेस तथा पुलिस के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की सीमा पुलिस अधिकारी निरीक्षक किम डोकरकर शहीद हो गईं। वहीं, तीसरी भारतवंशी 24 वर्षीय शहाफ टॉकर हमले में बाल-बाल बच गई थीं।

सुलह की कोशिश

इसराइल और हमास जंग के बीच सुलह के प्रयास भी तेज हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की। इसराइल पर हमास के क्रूर हमलों की निंदा की। कहा कि हमास फलस्तीन के लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए खड़ा नहीं है। व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडन ने रविवार दोपहर नेतन्याहू से बातचीत में उन्हें अमेरिकी सैन्य सहयोग के बारे में ताजा जानकारी दी। उन्होंने संघर्ष को बढ़ावा देने की मंशा रखने वालों को भी चेताया। वहीं, बाइडन ने अब्बास से बात की। व्हाइट हाउस ने कहा, अब्बास ने बाइडन को क्षेत्र में अपनी भागीदारी और फलस्तीनी लोगों, विशेषकर गाजा में तत्काल जरूरी मानवीय सहायता पहुंचाने के अपने प्रयासों की जानकारी दी। दूसरी ओर, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रियाद में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से बातचीत की। क्राउन प्रिंस ने स्थिति को शांत करने के लिए रियाद की कूटनीतिक पहुंच पर प्रकाश डाला।

ग़ज़ा पट्टी के हालात बदले

दुनिया के सबसे सघन आबादी वाले इलाकों में शुमार गाजा पट्टी के हालात नौ दिन में बदल गए हैं। शहर के उत्तरी इलाके के हजारों घर और इमारतें या तो ध्वस्त हो चुकी हैं या लोग उन्हें खाली करके जा चुके हैं। रविवार को भी इसराइली चेतावनी के बीच लोग बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को लेकर दक्षिणी गाजा की ओर जाते दिखे। उत्तरी गाजा खाली करने का इसराइल का अल्टीमेटम शनिवार को खत्म हो गया। इसके बाद इजरायली सेना ने गाजा के लोगों को इलाका खाली करने के लिए तीन घंटे का और वक्त दिया। इस बीच हमले की आशंका के मद्देनजर तेजी से लोगों दक्षिण गाजा की ओर जा रहे हैं।

दुनिया की सबसे बड़ी खुली जेल

भाकपा- माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि इसराइल फलस्तीन को मिटा देना चाहता है। उन्होंने मांग की कि केन्द्र सरकार इसराइल से अपनी गहरी दोस्ती और प्रभाव का इस्तेमाल कर फलस्तीन में शांति कायम करे। सीपीआई (एमएल), सीपीआई व सीपीआई (एम) की ओर से रविवार को बुद्धा स्मृति पार्क में आयोजित नागरिक प्रतिरोध सभा में उन्होंने ये बातें कहीं। दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज गजा को दुनिया की सबसे बड़ी खुली जेल में तब्दील कर दिया गया है। वहां लगातार बम गिराए जा रहे हैं। गजा में पानी है न बिजली है, न दवाई। सीपीआई (एम) के राज्य सचिव मंडल सदस्य अरुण मिश्रा ने गाजा पर इजराइली हमले की कड़ी निंदा की।

फ़लस्तीन के समर्थन करने वाला सिपाही सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर से खबर है कि इसराइल और फलस्तीन के युद्ध में फलस्तीन का समर्थन करने वाले सिपाही सुहेल अंसारी को प्राथमिक जांच के बाद सस्पेंड कर दिया गया है। शुरुआती जांच में उसके ऊपर लगे आरोप सही पाए गए हैं। उसकी जांच अभी जारी है। अधिकरियों का कहना है सिपाही पर विभागीय कार्रवाई भी संभव है। इसराइल और फलस्तीन के युद्ध में भारत इजरायल के साथ खड़ा है। लेकिन लखीमपुर पुलिस लाइन में तैनात सिपाही सुहेल अंसारी ने फलस्तीन का समर्थन किया है।

रघुनाथपुर में मरम्मत का काम जारी

भास्कर की बड़ी खबर है: चार ट्रेनिंग गुजरने के बाद 7 घंटे का मेगा ब्लॉक, पांच ट्रेनें कैंसिल, 24 के रूट बदले गए। बक्सर के रघुनाथपुर में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस हादसे के चार दिन बाद भी अभी तक पूरी तरह रेल परिचालन सामान्य नहीं हो पाया है। रविवार को भी डाउन लाइन से चार ट्रेनों के गुजरने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर 7 घंटे का ब्लॉक लेकर काम शुरू किया गया। इस वजह से रविवार को चार ट्रेनें कैंसिल हो गईं और 24 ट्रेनों को बदले गए रूट से चलाया गया। कई ट्रेनों को मुगलसराय से गया होते हुए पटना लाया गया।

अनीसाबाद-एम्स एलिवेटेड रोड

प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर है: अनीसाबाद फुलवारी एम्स एलिवेटेड रोड का जल्द शुरू करें काम: सीएम। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि दिसंबर 2023 तक अनीसाबाद- फुलवारी एम्स एलिवेटेड का लेन प्रोजेक्ट का डीपीआर तैयार कर जल्द काम शुरू करें। उन्होंने कहा कि इस एलिवेटेड सड़क के निर्माण से फुलवारी शरीफ के लोगों को काफी राहत होगी और उन्हें जाम से मुक्ति मिलेगी। साथ ही लोगों को एम्स जाने में काफी सहूलत होगी।

ग्रेड के आधार पर प्रोमोशन

जागरण की सबसे बड़ी खबर है कैडर में ग्रेड के आधार पर प्रोन्नति। अख़बार लिखता है कि राज्य कर्मियों को प्रोन्नत पद पर आर्थिक लाभ के साथ प्रभार दिए जाने के मामले में कोई नई बाधा सामने न आ जाए इस बात को केंद्र में रखकर सरकार बहुत ही तेज गति से इसे आगे बढ़ा रही है। नए निर्देश पर काम शुरू किया गया है। किसी सेवा के पूरे कैडर को एक साथ ना लेकर इस तकनीक पर काम को रफ्तार दिया जा रहा है कि कैडर के सभी ग्रेड की सूची अलग-अलग तैयार कर ली जाए। प्रशासी विभागों के संबंधित अधिकारियों को इस सिस्टम पर काम करने को कहा गया है।

अफगानिस्तान ने इंग्लैंड को हराया

अफगानिस्तान ने विश्व चैंपियन इंग्लैंड को रविवार को विश्व कप में चित कर अपने क्रिकेट इतिहास का सबसे सुनहरा पन्ना लिख डाला। इंग्लैंड पर 69 रन की उसकी ऐतिहासिक जीत का गवाह बनने के लिए दिल्ली के स्टेडियम में करीब 25 हजार से ज्यादा दर्शक मौजूद थे। यह अफगानिस्तान की इंग्लैंड पर किसी भी प्रारूप में पहली जीत है। राशिद ने जैसे ही मार्क वुड की गिल्लिया उखाड़ीं अफगान क्रिकेटर खुशी से झूमने लगे। अफगानिस्तान ने रहमानुल्लाह गुरबाज (80) और इकराम (58) की अर्धशतकीय पारियों से 49.5 ओवर में 284 रन बनाए। जवाब में बल्लेबाजों की मददगार अरुण जेटली स्टेडियम की पिच पर अफगान फिरकी के आगे अंग्रेज 40.3 ओवर में मात्र 215 रन पर लुढ़क गए।

कुछ और सुर्खियां

  • गोपालगंज में कार से एक क्विंटल चांदी के गहने ज़ब्त
  • मुजफ्फरपुर में टूरिस्ट बस और ऑटो की टक्कर में चार की मौत
  • मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर दुर्घटना में 12 की मौत
  • कमलनाथ छिंदवाड़ा और भूपेश बघेल पाटन से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
  • पूर्वी चंपारण के रामगढ़वा में राइस मिल के मुंशी की हत्या कर 27 लाख लूटे

अनछपी: चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि इसराइल अपनी आत्मरक्षा से आगे बढ़ गया है। हमास से संघर्ष के बाद इसराइल ने फ़लस्तीन पर जो कहर ढाया है उसपर धीरे धीरे विश्व समुदाय बोलने लगा है लेकिन भारत में एक अजीब ही रवैया अपनाया जा रहा है। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसराइल को पूरा समर्थन देते समय न तो क्षेत्र में शांति की बात की, न ही फ़लस्तीन के अधिकारों का मामला उठाया। विदेश मंत्रालय ने ज़रूर यह कहा कि फ़लस्तीन के बारे में भारत अपने पुराने रवैये पर कायम है और वहां के लोगों को इंसाफ दिलाने का पक्षधर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस और यूक्रेन के मामले में अपना चर्चित बयान दे चुके हैं कि यह समय युद्ध का नहीं है लेकिन फ़लस्तीन के मामले में उन्होंने अभी तक ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। इससे ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने घरेलू मतदाताओं को अलग संदेश देना चाहते हैं जबकि विदेश मंत्रालय विश्व समुदाय को अलग संदेश देना चाहता है। दुनिया भर की तरह भारत में भी बड़ी संख्या में लोग फलस्तीन के समर्थन में है लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक सिपाही को फ़लस्तीन का समर्थन करने के कारण सस्पेंड किए जाने का मामला बेहद दुखद है। यही नहीं रायबरेली में हमास के समर्थन में स्टेटस लगाने वाले युवक आदिल के खिलाफ पुलिस ने भाजपा नेता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि आदिल ने फलस्तीन व इसराइल युद्ध से संबंधित भड़काऊ वीडियो व्हाट्सऐप पर डाला था। इन दो उदाहरणों से भी यह बात साफ होती है कि भारत का रवैया इसराइल और फलस्तीन के मामले में ढुलमुल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अब यह उम्मीद की जानी चाहिए कि वह अपने विदेश मंत्रालय के बयान के अनुरूप ही फलस्तीन के समर्थन में भी कुछ बोलें ताकि भारत के आम लोगों को वहां की समस्या के बारे में पता चले। ग़ज़ा के बारे में वामपंथी नेताओं ने पटना में प्रदर्शन कर एक संदेश देने की कोशिश की है और उन्होंने कहा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी खुली जेल के रूप में जाना जाता है। आखिर ऐसी जेल में रह रहे लोगों के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्यों नहीं बोलना चाहिए? जुल्म के खिलाफ नहीं बोलने की नीति भारत को विश्व में अच्छा मुकाम नहीं दिला सकती।

 917 total views

Share Now

Leave a Reply