छपी-अनछपी: डेढ़ बीघे में मकान और 49 बैंक खाते, आज गोपलगंज-मोकामा चुनाव का रिजल्ट

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार में अफसरों की घूसखोरी बढ़ने की शिकायत लंबे समय से मिलती आ रही है और ऐसे घूसखोर पकड़े भी जाते रहे हैं। उच्च शिक्षा की उपनिदेशक के खिलाफ शनिवार को ऐसे ही छापेमारी में बड़ी जानकारी मिली है जिसकी खबर सबसे प्रमुखता से छपी है। गोपालगंज और मोकामा में हुए बिहार विधानसभा के उपचुनाव का परिणाम आज आने वाला है जिसकी खबरें पहले पेज पर हैं।

प्रभात खबर की सबसे बड़ी सुर्खी है: 49 खातों में मिले 49 लाख, पति के नाम से ट्रैवल एजेंसी व जमीन। भास्कर की सुर्खी है: काली कमाई की ऊंची शिक्षा। उच्च शिक्षा की डिप्टी डायरेक्टर का डेढ़ बीघा में मकान, दिल्ली-पटना में फ्लैट और कई जमीनें। जागरण ने लिखा है: शिक्षा उपनिदेशक विभा कुमारी के दिल्ली से मुजफ्फरपुर तक 7 प्लॉट। हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर भी यही है: उच्च शिक्षा की उपनिदेशक 7 भूखंडों की मालकिन निकलीं। अखबार के अनुसार आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने उच्च शिक्षा की उपनिदेशक विभा कुमारी के पटना के दो तथा वैशाली के धर्मपुर स्थित ससुराल में शनिवार को छापेमारी की। इस दौरान करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति का पता चला। 

छापेमारी में उजागर हुआ है कि पति अशोक कुमार शर्मा लंबे समय तक विभा कुमारी पर ही आश्रित रहे तथा इनकी आय का प्रत्यक्ष स्रोत नहीं था, लेकिन पत्नी की अवैध कमाई से उन्होंने अपने नाम पर इनोवा, स्कॉर्पियो, मारुति स्विफ्ट डिजायर जैसी कार खरीदी तथा 3-4 वर्षों से लग्जरी कैब नाम से एक ट्रैवल एजेंसी चला रहे हैं।

ईओयू के मुताबिक, विभा कुमारी ने पद का दुरुपयोग कर अर्जित धन से स्वयं, पति और पुत्र के नाम से दिल्ली के रोहिणी में डीडीए के तीन प्लॉट, मुजफ्फरपुर के मुशहरी में तीन प्लॉट तथा वैशाली के धर्मपुर गांव स्थित ससुराल में एक आवासीय भूखंड व पटना में आवासीय फ्लैट खरीदा है। धर्मपुर में करोड़ों की लागत एक आलीशान मकान बन रहा है।

जागरण की सबसे बड़ी खबर इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस के 101वें सम्मेलन से संबंधित है जिसकी सुर्खी है: रखरखाव को जितनी बहाली करनी है, करें। यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कही है। प्रभात खबर की हेडलाइन है: सभी सरकारी इमारतों का मेंटेनेंस जरूरी, जरूरत के मुताबिक होगी बहाली: सीएम।

जागरण में पहले पेज पर खबर है: गोपालगंज और मोकामा विधानसभा उपचुनाव का आज आएगा परिणाम। इसके साथ ही कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव की घोषणा और 5 दिसंबर को मतदान की खबर भी दी गई है। मुजफ्फरपुर की कुढ़नी विधानसभा सीट वहां के राजद विधायक अनिल सहनी को अयोग्य करार देने के बाद खाली हुई थी।

हिन्दुस्तान में पहले पेज पर खबर है: सुनवाई: राज्य के विश्वविद्यालयों में सत्र की देरी पर हाईकोर्ट सख्त। चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने विवेक राज की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य के सभी संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को अगली सुनवाई में हलफनामा दायर कर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि जो कुलपति हलफनामा दायर नहीं करेंगे, उन पर पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। यह धनराशि उनके वेतन से काटी जाएगी।

प्रभात खबर ने इस सप्ताह बिहार के उद्योग मंत्री आलोक मेहता का इंटरव्यू छापा है जिसके सुर्खी है: बिहार में उद्योग लगाने वालों को जमीन की कमी नहीं होगी।

आजाद भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी का शनिवार सुबह 106 वर्ष की आयु में निधन हो गया। यह खबर सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में रहने वाले नेगी ने तीन दिन पहले 34वीं बार वोट डाला था। डाक मतपत्र के जरिए यह उनके जीवन का आखिरी वोट था।

प्रदूषण के लिए दिल्ली की चर्चा तो होती रहती है लेकिन अब इस लिस्ट में पटना का नाम भी लगातार आ रहा है। हिन्दुस्तान ने खबर दी है: पटना की हवा हुई खराब, सांस लेना भी मुश्किल। गांधी मैदान और दानापुर क्षेत्र में महीन धूल कण मानक से 5 गुना अधिक। 

हिमाचल प्रदेश में चुनावी सभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का पूरा जोर है। शनिवार को मंडी और सोलन में दिए गए अपने भाषण में उन्होंने आरोप लगाया कि अपने शासनकाल में कांग्रेस ने रक्षा सौदों में हमेशा कमीशन खाया है। यह खबर प्रभात खबर में पहले पेज पर है।

उधर, पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हुए हमले के बाद सेना और सरकार का विरोध जारी है। हिंदुस्तान की सुर्खी है: पीएम शाहबाद के खिलाफ केस पर अड़े इमरान। इस कारण इस मामले में अब तक एफ आई आर दर्ज नहीं हो पाई है।

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: रिपोर्टर ने अपराधी बन 5 लाख के जाली नोट मांगे तो तस्कर ने 500 की 11 गड्डियां पटक दीं, बोला- 500 करोड़ भी मिलेंगे। यह खबर नेपाल की सीमा पर चल रहे जाली नोटों के धंधे के बारे में है। 

अनछपी: नेपाल की सीमा से नकली नोटों की तस्करी की खबर नई नहीं है। भास्कर ने अपने खोजी रिपोर्ट से इस बात को फिर से साबित किया है। लेकिन असल सवाल यह है कि भारत सरकार के प्रयास का क्या हो रहा है। खासकर नोटबंदी के बाद सरकार ने दावा किया था कि नकली नोटों का प्रचलन खत्म हो जाएगा। सरकार के दावों के उलट नकली नोटों का प्रचलन बदस्तूर जारी है और इसमें आम लोग भी शिकार हो रहे हैं क्योंकि हर व्यक्ति नकली नोटों की बारीकी से जांच नहीं कर सकता, सरकार को जो नुकसान हो रहा है वह अपनी जगह तो है ही। सरकार को अब यह मान लेना चाहिए कि नकली नोटों के प्रचलन को रोकने के लिए नोटबंदी पूरी तरह फेल हो गई है। इसके साथ ही उससे यह भी सोचना होगा कि नकली नोटों का प्रचलन पूरी तरह बंद हो इसके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। इसके लिए एक जरूरी बात तो नेपाल की सीमा पर सख्ती बढ़ाने की है।

 

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