छ्पी-अनछपी: आईजीआईएमएस में दवा-इलाज अब मुफ्त, एनडीए में जाने के सवाल पर बोले नीतीश- फालतू बात

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार सरकार ने इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (आईजीआईएमएस) में दवा और इलाज मुफ्त करने की घोषणा की है। इसकी खबर सभी जगह पहले पेज पर प्रमुख है। एनडीए में दोबारा जाने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे फालतू बात बताया है। इसकी भी अच्छी कवरेज दी गई है।

भास्कर, प्रभात खबर और जागरण की लीड एक ही है: आईजीआईएमएस में अब मरीजों को मुफ्त दवा, जांच व ऑपरेशन की सुविधा। पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में अब मरीजों को दवा, जांच और इलाज की सुविधाएं निशुल्क मिलेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इसका निर्णय हुआ। बैठक में कुल 10 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठक के बाद कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस निर्णय की अधिसूचना जारी होने के साथ ही आईजीआईएमएस में निशुल्क चिकित्सकीय सुविधाएं लोगों को मिलने लगेंगी। इस निर्णय के आलोक में सभी प्रकार की दवाइयां, जांच और ऑपरेशन भी निशुल्क होंगे। केवल पंजीयन शुल्क लगेगा।

अल्पसंख्यक उद्यमी योजना

अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्वरोजगार को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने सोमवार को बड़ा फैसला किया है। इसको लेकर मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना की स्वीकृति कैबिनेट ने दी है। इस योजना में 100 करोड़ रुपये उपलब्ध हैं। अल्पसंख्यक महिलाएं इच्छानुसार अल्पसंख्यक उद्यमी योजना या महिला उद्यमी योजना में से एक को चुन सकती हैं। इस योजना के तहत उद्योग स्थापित करने वाले लाभुकों को प्रति इकाई अधिकतम 10 लाख रुपये की मदद मिलेगी। इसमें परियोजना लागत का 50 प्रतिशत अनुदान के रूप में मिलेगा, जो अधिकतम पांच लाख तक होगा।

नीतीश ने कहा- फालतू बात

जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: नीतीश बोले मेरे एनडीए में जाने की चर्चा फालतू बात। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को एनडीए से नजदीकी बढ़ने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। इससे जुड़े सवाल पर उन्होंने मीडिया से कहा कि यह सब फालतू की बातें हैं। उन्होंने कहा कि कोई चर्चा करता है तो होने दें। हम तो विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। ‘इंडिया’ गठबंधन की अगली बैठक के सवाल पर उन्होंने कहा कि सब काम हो रहा है।

स्पीड मीटर खराब तो लगेगा जुर्माना

प्रभात खबर ने पहले पेज पर सूचना दी है: गाड़ियों में स्पीड मीटर खराब है तो लगेगा ₹2000 जुर्माना। बिहार में चलने वाली गाड़ियों में स्पीड मीटर चालू नहीं रहने पर ₹2000 जुर्माना लगाया जाएगा। पहले फेज में कामर्शियल वाहनों पर जुर्माना लगेगा। वही दिसंबर से निजी वाहनों पर भी परिवहन विभाग के डीटीओ व एमवीआई जुर्माना लगाएंगें। परिवहन विभाग ने सभी अधिकारियों को इसको लेकर दिशा निर्देश भेजा है। विभागीय समीक्षा में पाया गया है कि 70% लोगों की गाड़ियों में स्पीड मीटर खराब रहता है।

बीस सूत्री व दूसरी समितियां बनेंगी

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि 20 सूत्री सहित जितनी भी सरकारी समितियां हैं वह जल्द से जल्द भरी जाएंगी। सभी कमेटियों में नियुक्ति एक माह में कर ली जाएंगी। हमलोगों ने तैयारी कर ली है। सहयोगी दलों की सूची आनी बाकी है। जैसे ही सूची आएगी हमलोग इसे गठित कर देंगे। कार्यकर्ताओं का समायोजन हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने ये बातें सीएम आवास एक अणे मार्ग के नेक संवाद में जदयू के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहीं।

एआईएडीएमके ने एनडीए से नाता तोड़ा

एआईएडीएमके ने सोमवार को भाजपा के नेतृत्व वाले राजग से नाता तोड़ लिया। पार्टी ने कहा कि वह 2024 लोकसभा चुनावों के लिए अलग मोर्चे का नेतृत्व करेगी। एनडीए से अलग होने का निर्णय अन्नाद्रमुक मुख्यालय में पार्टी प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। पूर्व मंत्री केपी मुनुसामी ने कहा कि पार्टी ने चुनावों में समान विचारधारा वाले दलों के गठबंधन का नेतृत्व करने का संकल्प लिया है।

मुस्लिम बच्चे को पिटवाने पर सुप्रीम कोर्ट सख्त

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि ‘यदि धर्म के नाम पर एक समुदाय विशेष के छात्र को दंडित किया जाता है तो यह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं है। शीर्ष कोर्ट ने मुजफ्फरनगर के स्कूल में शिक्षिका द्वारा एक मुस्लिम छात्र को सहपाठियों से पिटवाने के मामले को लेकर यह टिप्पणी की। जस्टिस अभय एस. ओका और पंकज मिथल की पीठ ने जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि मामले में न सिर्फ प्राथमिकी दर्ज करने में देरी हुई बल्कि इसमें सांप्रदायिक पहलू के आरोप नदारद हैं। पीड़ित बच्चे के पिता ने अपने बयान में स्पष्ट तौर पर आरोप लगाया कि धर्म की वजह से बच्चे को पीटा गया। इस घटना के दो सप्ताह बाद छह सितंबर को मामला दर्ज किया गया था। पीठ ने कहा कि पहली नजर में उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा के अधिकार कानून के प्रावधानों को लागू करने में विफल रही।

कुछ और सुर्खियां

  • नियम तोड़कर मोबाइल सिम बेचने पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगेगा
  • बिहार के 8000 डाकघरों में अक्टूबर से शुरू होंगे आधार केंद्र
  • मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तीन केंद्रीय मंत्री और चार सांसदों को उतारा
  • भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले- अब अर्बन नक्सलियों के प्रभाव में है कांग्रेस
  • कैमूर में बनेगा राज्य का दूसरा टाइगर रिजर्व, बाघों के लिए 450 वर्ग किलोमीटर जंगल चिन्हित

अनछपी: इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज या आईजीआईएमएस निश्चित रूप से बिहार के सबसे अच्छे अस्पतालों में शामिल है। यहां पहले भी जांच और इलाज रियायती दरों पर होता था लेकिन अब बिहार सरकार ने ऑपरेशन और दूसरे मद में आने वाले खर्च को मुफ्त करने की घोषणा कर दी है। हर दिन सैकड़ों मरीज का इलाज करने वाले आइजीआईएमएस में इस सुविधा से सभी वर्ग के लोगों को लाभ होगा। वास्तविकता यह है कि आयुष्मान जैसी स्वास्थ्य बीमा योजना के रहते हुए भी लोगों को पैसे के कारण इलाज में परेशानी आती है। आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा के साथ सबसे बड़े दिक्कत यह है कि इसे बिना राशन कार्ड के नहीं बनवाया जा सकता और राशन कार्ड बनाना आजकल बहुत मुश्किल काम है। आईजीआईएमएस में इलाज करवाना भीड़ की वजह से मुश्किल है और हो सकता है कि इलाज मुफ्त में कराए जाने के बाद वहां भीड़ और बढ़े। खास तौर पर यहां की इमरजेंसी में मरीज को भर्ती करना बहुत ही मुश्किल है। इसलिए यह जरूरी होगा कि इलाज मुफ्त में करने के साथ-साथ वहां डॉक्टर और दूसरी जरूरी सुविधाएं पर्याप्त संख्या में हों। पटना में सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच है और वहां मुफ्त इलाज की सुविधा तो है लेकिन वहां की अव्यवस्था से लोगों में असंतोष रहता है। ऐसा ना हो की आईजीआईएमएस में दवा मुफ्त की घोषणा करने के बाद यह पता चले कि वहां डॉक्टरों द्वारा लिखी गई दवा मिल ही नहीं रही है। एम्स पटना भी एक ऐसी जगह है जहां रियायती दर पर इलाज होता है लेकिन वहां भी लोगों को खर्च तो करना ही पड़ता है। फिलहाल राज्य सरकार की इस घोषणा के लिए उन्हें बधाई दी जा सकती है साथी उनसे यह अनुरोध भी किया जा सकता है कि आईजीआईएमएस को पीएमसीएच होने से बचाए रखें।

 

 

 

 

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