छपी-अनछ्पी: राजद का दावा- 17 जदयू विधायक लापता, नीतीश की मोदी से मुलाकात

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। 12 फरवरी को नीतीश कुमार की एनडीए सरकार को विश्वास मत प्राप्त करना है लेकिन उससे पहले राजद ने दावा किया कि 17 जदयू विधायक लापता हैं। इधर विधानसभा अध्यक्ष राजद के अवध बिहारी चौधरी ने कहा है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे। इन मुद्दों पर आज के सभी अखबारों में खबर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की है। इसकी खबर भी सभी जगह पहले पेज पर है।

भास्कर की सुर्खी है: विश्वास मत से पहले अविश्वास। इसके तहत एक और सुर्खी है: राजद का दावा-14 जदयू विधायक लापता हैं, जदयू बोला- हमें तोड़ने की क्षमता किसी में नहीं। अख़बार लिखता है कि विश्वास मत से पहले राज्य की राजनीति में विश्वास की तेज हवा बहने लगी है। तेजस्वी की पत्नी राजश्री के पोस्ट ने इसे हवा क्या दी, सियासी पारा चढ़ गया। दावा प्रति दावा शुरू हो गया। ‘खेला होगा’ की राजनीति चरम पर पहुंच गई। राजश्री ने लिखा कि नीतीश कुमार के 17 विधायक गायब हो गए, “वैसे तो चार-पांच विधायक से ही काम चल जाता लेकिन इधर तो आधी जदयू हुई गायब हो गई। खेला होगा, सब जानते थे लेकिन इतना बड़ा खेला होगा शायद किसी को पता नहीं था।” खेल से बचने के लिए कांग्रेसी विधायक हैदराबाद में हैं। भाजपा विधायकों को पटना में रोका गया। जीतन राम मांझी की नाखुशी माहौल को जब तब ताकत दे रही है तो जदयू प्रवक्ता नीरज ने कहा, “राजश्री राजनीति में लालू परिवार का नया अवतरण हैं। जदयू को तोड़ना नामुमकिन है।”

स्पीकर बोले- इस्तीफा नहीं दूंगा

भास्कर की खबर है कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा, “विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली के मुताबिक सदन चलाऊंगा, तनिक भी दाएं-बाएं नहीं जाऊंगा। मैं नियम से चलने वाला इंसान हूं और नियम से ही चलूंगा। मुझे अविश्वास प्रस्ताव की जानकारी 6 फरवरी को मिली। सदन में फैसला विधायक करेंगे। जब तक मतदान नहीं हो जाता तब तक स्पीकर हूं।” उनके इस बयान पर डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने कहा कि अनुमान था कि वह इस्तीफा दे देंगे। उनका इस्तीफा नहीं देना दुर्भाग्यपूर्ण है। हजारी ने कहा कि नियम 179 में स्पष्ट है कि अध्यक्ष या उपाध्यक्ष अगर उनके खिलाफ अविश्वास आया है तो वह आसन पर नहीं बैठेंगे।

मोदी से मिले नीतीश

जागरण की पहली सुर्खी है: पीएम से मुलाकात के बाद नीतीश ने कहा- अब इधर-उधर नहीं जाएंगे, यहीं रहेंगे।

हिन्दुस्तान की पहली खबर है: पीएम मोदी, अमित शाह और नड्डा से मिले नीतीश। भाजपा के साथ एनडीए में आकर फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार दिल्ली आए बिहार के मुख्यमंत्री व जद (यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। नीतीश ने मुलाकातों के बाद साफ किया कि बीच में एक दो बार जरूर इधर-उधर हो गए थे, लेकिन अब एनडीए में ही रहेंगे। करीब 6 महीने पहले जी-20 की बैठक में नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात हुई थी। सीट बंटवारे के फार्मूले पर नीतीश कुमार ने कहा कि अभी इसका कोई तुक नहीं है। इस मुलाकात में इसके बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।

एससी-एसटी: कोटा के अंदर कोटा

भास्कर की खबर है: एससी-एसटी के ज्यादा पिछड़ों को कोटा के अंदर कोटा देने के पक्ष में केंद्र सरकार। केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के ज्यादा पिछड़े लोगों को आरक्षण के भीतर ही आरक्षण देने का समर्थन किया है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के साथ जजों की संविधान पीठ के समक्ष केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि सरकार भेदभाव झेल रहे लोगों के लिए आरक्षण के उपवर्गीकरण का समर्थन करती है। इस मामले में संविधान पीठ ने कहा कि ‘सभी एससी, एसटी अपनी आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक स्थिति के मामले में एक समान नहीं हो सकते हैं।’ संविधान पीठ ने यह भी कहा कि वे एक निश्चित उद्देश्य के लिए एक वर्ग हो सकते हैं, लेकिन सभी उद्देश्यों के लिए एक वर्ग नहीं हो सकते।’

ओडिशा के 30 लाख लोग विस्थापित: राहुल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि ओडिशा में भाजपा और बीजू जनता दल (बीजद) के बीच गठजोड़ है और कांग्रेस राज्य के लोगों के हितों की रक्षा के लिए इसका विरोध करती रही है। उन्होंने बीजद सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य के 30 लाख लोग आजीविका की तलाश में दूसरे राज्यों में विस्थापित हो गए क्योंकि प्रदेश सरकार उनके लिए काम नहीं कर रही। कांग्रेस नेता ने बुधवार को इस्पात शहर के रूप में प्रसिद्ध राउरकेला में अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा फिर शुरू की।

रील बनाने में गई दो की जान

बेतिया से हिन्दुस्तान की खबर है कि मझौलिया-सुगौली रेलवे स्टेशन के बीच बहुअरवा रेलवे ढाला फाटक संख्या 179 के पास रील बनाने के दौरान बुधवार सुबह 7:45 बजे दो दोस्तों की ट्रेन से कटकर मौत हो गयी। मृतकों की पहचान सेनुवरिया के अमवा बैरागी टोला निवासी सुरेंद्र महतो के पुत्र सूरज कुमार (18) व अमेरिका महतो के पुत्र कन्हैया कुमार (18) के रूप में हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि सुगौली की ओर से एक माल ट्रेन बेतिया जा रही थी। इसी ट्रेन के आगे दोनों रील बनाने लगे। दोनों को मोबाइल फोन से रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का शौक था। रील को ज्यादा हिट कराने के लिए दोनों ने चलती ट्रेन के साथ रील बनाने की योजना बनायी।

पाकिस्तान में आज वोटिंग, मुद्दा इमरान

भास्कर की खबर है कि करीब 24 करोड़ आबादी वाले दुनिया के पांचवें सबसे बड़े देश पाकिस्तान में आखिरकार गुरुवार को मतदान हो रहा है। पाकिस्तान के 12.8 करोड़ वोटर नेशनल असेंबली की 266 सीटों पर खड़े हुए 5121 प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला करेंगे। साथ ही चार राज्यों की स्टेट असेंबली के लिए भी वोटिंग हो रही है। पाकिस्तान में इस बार चुनाव बिना मुद्दे के हो रहे हैं क्योंकि सबसे बड़ा मुद्दा पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान बन गए हैं। अडियाला जेल में बंद इमरान खान विपक्ष, सुप्रीम कोर्ट और सेना के लिए सर दर्द बन गए हैं।

दो धमाकों में तीस की मौत

पाकिस्तान में आम चुनाव से एक दिन पहले बुधवार को बलूचिस्तान प्रांत दो शक्तिशाली धमाकों से दहल गया। चुनाव कार्यालयों को निशाना बनाकर किए गए धमाकों में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 42 से ज्यादा लोग घायल हो गए। पहली घटना में पिशिन जिले में निर्दलीय उम्मीदवार असफंदयार खान काकड़ के कार्यालय के बाहर एक भीषण विस्फोट हुआ। इसमें 20 लोगों की मौत हो गई और 30 लोग घायल हो गए। वहीं, एक घंटे से भी कम समय के बाद किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जमीयत उलेमा इस्लाम (जेयूआई) के चुनाव कार्यालय के बाहर एक और बम विस्फोट हुआ, जिसमें 10 लोगों की जान चली गई।

कुछ और सुर्खियां

  • शरद पवार की पार्टी को मिला नया नाम- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार
  • उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड विधानसभा से पास
  • झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जमीन घोटाले में रिमांड 5 दिन और बढ़ाई
  • झारखंड में नक्सलियों से मुठभेड़ में गया के एक जवान समेत दो की जान गई
  • विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरएन सिंह से रंगदारी मांगी, एक गिरफ्तार
  • सक्षमता परीक्षा पास करने वालों की शहरी स्कूलों में होगी तैनाती

अनछपी: उत्तर प्रदेश के विवादास्पद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या, मथुरा और काशी के मुद्दों पर बयान दिया है कि जिस तरह श्रीकृष्ण ने दुर्योधन से पांच गांव मांगे थे उसी तरह यहां सिर्फ तीन स्थलों की बात की गई थी। उन्होंने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान यह बात कही। देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री की कही गई यह बात बेहद खतरनाक है। इस पर चर्चा इसलिए जरूरी है कि हम अब महाभारत काल में नहीं रह रहे हैं और इस देश को पांडवों और कौरवों में बांटा नहीं जा सकता है। यह आधुनिक भारत का दौर है जो संविधान से चलता है, या कम से कम यह माना जाता है कि यह संविधान से चल रहा है। योगी आदित्यनाथ पहले व्यक्ति नहीं है जिन्होंने ऐसा बयान दिया है जिसमें यह बताया जाता है कि अगर तीनों स्थानों को दे दिया जाए तो सारा झगड़ा खत्म हो जाएगा। ऐसा बयान वास्तव में एक धोखा है और साफ तौर पर यह धमकी भी है। इसमें धमकी की बात यह है कि अगर अयोध्या के बाद की दो मस्जिदों को उनकी जगह से नहीं हटाया गया तो अयोध्या की बाबरी मस्जिद की तरह ही उनके साथ व्यवहार होगा। कानून से चलने वाले एक देश में किसी मुख्यमंत्री का ऐसा दिया गया बयान लोकतंत्र की बुनियाद हिलाने वाला है। अफसोस की बात यह है कि मीडिया में ऐसे बयानों को खुशी-खुशी छापा जाता है और उनसे कानून के बारे में कोई सवाल नहीं किया जाता। इससे भी बड़ी बात यह है कि जब मथुरा और वाराणसी की मस्जिदों का मामला कोर्ट में चल रहा है तो किसी मुख्यमंत्री का ऐसा बयान देना कितना घातक है। सुप्रीम कोर्ट को ऐसे बयान का संज्ञान लेना चाहिए और समुचित निर्देश जारी करना चाहिए। योगी आदित्यनाथ के बयान को धोखा इसलिए माना जाना चाहिए क्योंकि उन्हें भी पता है कि यह मामला महज तीन मस्जिदों का नहीं बल्कि हजारों मस्जिदों का है जिसे जबरदस्ती विवादित बनाया जा रहा है। इस धोखे को समझने के लिए यह याद करना जरूरी है कि ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो ताजमहल को भी विवादित बना रहे हैं। ऐसे बयानों से सतर्क रहने की जरूरत है।

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