मुस्लिम बहुल अररिया जिले और लोकतंत्र की धरती वैशाली में बंपर वोटिंग
बिहार लोक संवाद ब्यूरा
पटना, 7 नवंबर: बिहार में तीसरे और अंतिम चरण के लिए 15 जिले के 78 विधानसभा क्षेत्र में सुबह 7 बजे से मतदान जारी है। पूर्वाह्न 11 बजे तक 19.74 प्रतिशत वोट पड़े हैं।
इस दौरान मुस्लिम बहुल अररिया जिले में सबसे अधिक 24.87 प्रतिशत मतदान हुआ जबतिक लोकतंत्र की धरती वैशाली जिला दूसरे नंबर पर रहा। वहां 24.58 प्रतिशत मतदान हुआ। मुस्लिम बहुल अन्य तीन जिलों किशनगंज में 19.63 प्रतिशत, पूर्णिया में 20.51 प्रतिशत और कटिहार में 17.77 प्रतिशत मतदान हुआ।
राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, पश्चिम चंपारण जिले में 19.14 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 20.16, सीतामढ़ी में 19.71, मधुबनी में 20.20, सुपौल में 21.06, मधेपुरा में 18.77, सहरसा में 20.81, दरभंगा में 13.23, मुजफ्फरपुर में 19.82, और समस्तीपुर में 17.51 प्रतिशत मतदाओं ने वोट डाले
इस बीच मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट करके कहा है कि ‘मतदाताओं से मेरी अपील है कि अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए मताधिकार का अवश्य प्रयोग करें। वोट करें। आपका एक वोट बिहार में विकास की गति को जारी रखते हुए इसे एक विकसित प्रदेश बनाएगा।
दूसरी तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘आज बिहार में अंतिम चरण की वोटिंग है। सभी वोटरों से अपील है कि इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और अपने वोट के माध्यम से लोकतंत्र को मजबूत करें।’
सीमांचल पर निगाहें
इस समय सभी की निगाहें 78 निर्वाचन क्षेत्रों के बीच सीमांचल क्षेत्र की 24 सीटों पर हैं। इनमें किषनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया के मुस्लिम बहुल जिले शामिल हैं। राजद, कांग्रेस और वामपंथी दलों वाले महागठबंधन का सीमांचल क्षेत्र में मतदाताओं पर पारंपरिक असर रहा है।
जदयू, जो 2015 के विधानसभा चुनावों के दौरान राजद के साथ गठबंधन में थी, ने भी सीमांचल क्षेत्र में चुनावी लाभ हासिल किया था। हालाँकि, इस बार एनडीए में जदयू वापस आ गया है, जिसमें बीजेपी शामिल है।
इस चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सीमांचल क्षेत्र में ग्रैंड सेक्युलर डेमोक्रेटिक फ्रंट (जीएसडीएफ), एनडीए और जीए के तीसरे विकल्प के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहती है।
एआईएमआईएम को पिछले साल अक्टूबर में बिहार में पहली चुनावी कामयाबी तब हासिल हुई थी, जब किषनगंज विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार कमरूल होदा ने भाजपा प्रत्याषी स्वीटी सिंह को हराया था। सीमांचल क्षेत्र में 19 एआइएमआइएम उम्मीदवारों में से छह गैर-मुस्लिम हैं।
2015 में, एआइएमआइएम ने सभी छह सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, कोचाधामन, बायसी और किषनगंज विधानसभा सीटों में क्रमषः 26.14 प्रतिषत, 10.37 प्रतिषत और 0.6 प्रतिषत मतदान हुआ था।
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