छपी-अनछपी: भारी बारिश से कई राज्यों में तबाही, नीतीश बोले- पैसे के बल पर भाजपा कर रही तोड़फोड़

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। उत्तर भारत के कई राज्यों में भारी बारिश से बड़ी तबाही की खबर सभी जगह है। बिहार विधानमंडल का सत्र शुरू होते ही राजनीतिक बयान भी शुरू हो गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी पर राज्यों में पैसे के बल पर तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है, इस बयान को प्रमुखता दी गई है।

भास्कर ने सुर्खी लगाई है: हिमाचल में केदारनाथ जैसी आफत। हिन्दुस्तान ने लिखा है: बेतहाशा बारिश से सांसद में सात राज्य। उत्तर भारत में सोमवार को लगातार तीसरे दिन बारिश का कहर जारी रहा। दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। पहाड़ों से लेकर मैदान तक नदियां उफान पर हैं।

हिमाचल में सबसे ज़्यादा नुक़सान

बेतहाशा बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हिमाचल को उठाना पड़ा है। हिमाचल में 3 दिनों में 12 इंच बारिश हुई है जो सामान्य से 10 गुना ज्यादा है। यहां पहाड़ दरक रहे हैं। भूस्खलन से घर व पुल ढह रहे हैं। यहां अब तक तकरीबन 20 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि राज्य को अब तक चार हजार करोड़ का नुकसान हो चुका है। हरियाणा का भी बारिश से बुरा हाल है। वहीं, पंजाब के राजपुरा शहर में सतलुज यमुना लिंक नहर में दरार आने से पानी का स्तर अत्यधिक हो जाने के बाद पटियाला जिला प्रशासन ने सेना से सहायता मांगी है।

धन बल से भाजपा

जागरण की सबसे बड़ी खबर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान है: इतिहास बदलने में लगी भाजपा को हटाएं। हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सुर्खी है: धनबल से भाजपा राज्यों में कर रही तोड़फोड़: नीतीश। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के छह दलों जदयू, राजद, कांग्रेस, भाकपा माले, सीपीआई तथा सीपीएम विधानमंडल दल के सदस्यों को भाजपा से सचेत किया। महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा अपने धन-बल से राज्यों में तोड़फोड़ कर रही है। विधायकों को तोड़ने के लिए ये कितना खर्च करेंगे कौन जानता है, 100-200 करोड़ तक का भी लालच दे सकते हैं। महागठबंधन के विधायकों को इसको लेकर सतर्क रहना है। वहीं, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने महागठबंधन के विधायकों को अंदर और बाहर से एकजुट रहने की नसीहत दी।

इतिहास की बात

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के घटक दलों के विधायकों व विधान पार्षदों से कहा कि वे सदन के भीतर ही नहीं, उसके बाहर भी अपनी एकजुटता दिखाएं। कहा- आगे बड़ी लड़ाई है। उन्होंने बिना नाम लिए केंद्र सरकार पर हमला किया और कहा कि आज इतिहास बदलने की कोशिश हो रही है। लगे हाथ उन्होंने भरोसा भी दिलाया कि देश भर की भाजपा विरोधी दलों की एकता 2024 में केंद्र की वर्तमान सरकार को हटा देगी।

नवादा में घूसखोर दारोगा गिरफ्तार

नवादा नगर थाने में पदस्थापित दारोगा (सब इंस्पेक्टर) लाल बाबू यादव को एक लाख रुपये घूस लेते पटना निगरानी ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। हिन्दुस्तान के अनुसार मामला सोमवार की सुबह करीब 11:40 बजे का है। दारोगा नगर थाना परिसर के बाहर यमुना पथ पर बिन्देश्वरी गेट के समीप एक युवती से रुपये ले रहा था। इसी बीच गेट के समीप सिविल ड्रेस में पहले से जाल बिछाये बैठी निगरानी टीम ने उसे रुपये के साथ दबोच लिया। निगरानी की टीम दारोगा को लेकर पटना चली गई। उसे मंगलवार को निगरानी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।

चीन की ड्रोन ब्रिगेड

भास्कर की खबर है: यूक्रेन युद्ध से सीख कर चीन तैयार कर रहा है ड्रोन की स्पेशल ब्रिगेड। रूस-यूक्रेन युद्ध से दुनियाभर में चिंता का माहौल है लेकिन चीन एक ऐसा देश है जो इस युद्ध से  भी अपना फायदा देख रहा है। हाल में चीन की तरफ से जारी युद्ध के अभ्यास  के वीडियो के हवाले से इंटरनेशनल ऑब्जर्वर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चीनी सेना यूक्रेन युद्ध के आधार पर अपनी रणनीति को तेजी से बदल रही है। यूक्रेन युद्ध में बड़े पैमाने पर ड्रोन के उपयोग को देखते हुए चीन ने भी इस ड्रोन की स्पेशल ब्रिगेड पर काम करना शुरू कर दिया है।

विदेश मंत्रालय का कर्मी जासूसी में पकड़ाया

गाजियाबाद में विदेश मंत्रालय के एक कर्मचारी द्वारा देश की नीतियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान को भेजने का मामला सामने आया है। खुफिया एजेंसी से इनपुट मिलने के बाद पुलिस और विदेश मंत्रालय में हड़कंप मच गया। तीन दिन की गोपनीय जांच के बाद गाजियाबाद पुलिस ने भीमनगर में रहने वाले आरोपी कर्मचारी नवीन पाल के खिलाफ सोमवार की रात शासकीय गुप्त बात अधिनियम और आईटी ऐक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया।

कुछ और सुर्खियां

  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद विधान पार्षद सुनील सिंह से कहा- आपके भाजपा नेताओं से संबंध की जानकारी हम भी रखते हैं
  • मानसून सत्र के पहले ही दिन विधानसभा में हंगामा 15 मिनट में कार्यवाही हुई स्थगित
  • शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन की तारीख बीपीएससी ने 15 जुलाई तक बढ़ाई
  • दिल्ली में अधिकारियों के तबादले पर अध्यादेश के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से जवाब मांगा
  • भारी बारिश से उत्तर भारत जाने वाली 17 ट्रेनों का परिचालन रद्द
  • मणिपुर की हालत पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा-हम कानून व्यवस्था को हाथ में नहीं ले सकते
  • पिपरा में पूर्व पंचायत समिति सदस्य की गोली मारकर हत्या, भाजपा विधायक श्याम बाबू प्रसाद नामजद
  • आईआईटी दिल्ली अबू धाबी में खोलेगा अपना केंपस
  • यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट के खिलाफ जमीयत मुख्यमंत्रियों और राजनीतिक दलों के अध्यक्ष को पत्र लिखेगी

अनछपी:

बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी को लेकर महागठबंधन के विधायकों और विधान पार्षदों को सचेत किया है। ध्यान देने की बात यह है कि मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले जनता दल यूनाइटेड और राजद के विधायकों और विधान पार्षदों के बीच बयानों की जंग शुरू हो गई थी। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी और उसके समर्थकों को यह कहने का मौका मिल गया था कि महागठबंधन की सरकार आपस में ही लड़ रही है। नीतीश कुमार ने महागठबंधन की बैठक में यह भी कहा कि एकजुटता विधान मंडल के अंदर ही नहीं बल्कि बाहर भी दिखाने की जरूरत है। उनके निशाने पर आरजेडी के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह थे जिनकी हाल में अमित शाह से मुलाकात को हवा दिया जा रहा था। विधान पार्षद ने कुछ ऐसी बयानबाजी की थी जिसके जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह कहा कि उनकी भाजपा नेता अमित शाह से मुलाकात की जानकारी उन्हें भी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह संदेश सिर्फ सुनील सिंह को नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी दे रहे थे कि भारतीय जनता पार्टी तोड़फोड़ के लिए क्या कुछ कर रही है उस पर उनकी नजर है। उन्होंने महाराष्ट्र की घटना के संदर्भ में धनबल के आधार पर तोड़फोड़ की बात कही है। ध्यान रहे कि महाराष्ट्र में तोड़फोड़ के बाद बिहार में भी जनता दल यूनाइटेड में तोड़फोड़ की बातें फैली थीं। इन अफवाहों के बीच जब महागठबंधन दल के नेता ही एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते हैं तो विपक्षी दल को बोलने का मौका भी देते हैं। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुपचाप इन गतिविधियों पर नजर रखते हैं और समय आने पर सही व्यक्ति को ठोक देते हैं। इसके बावजूद यह माहौल अगले कुछ दिनों तक बना रहेगा कि जनता दल यूनाइटेड भी महाराष्ट्र के नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की तरह टूट सकती है और भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दे सकती है। जाहिर है इस अफवाह को रोकने में सबसे बड़ी भूमिका नीतीश कुमार की है जो वह निभा भी रहे हैं।

 

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