छ्पी-अनछ्पी: मुस्लिम रिज़र्वेशन पर लालू के बयान पर मोदी हमलावर, हरियाणा सरकार खतरे में

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। राजद सुप्रीमो मुसलमानों के रिजर्वेशन के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमलावर हुए हैं। हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी की सरकार अल्पमत में आ गई है। तीसरे चरण में बिहार में 60% मतदान हुआ है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के बारे में पुलिस का कहना है कि इसके पेपर के लीक होने के पुख्ता सबूत हैं। आज के अखबारों की यह प्रमुख खबरें हैं।

प्रभात खबर की पहली सुर्खी है मुस्लिम आरक्षण पर राजनीति गर्म। इसके तहत दो खबरें दी गई हैं। 1. लालू बोले- मुसलमानों को आरक्षण मिले, फिर दी सफाई, कहा- आरक्षण का आधार धर्म नहीं। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने धार्मिक आरक्षण के संदर्भ में पूछे गए एक सवाल के जवाब में दो टूक कहा कि मुसलमान को पूरा आरक्षण मिलना चाहिए। बाद में जब उनके बयानों की आलोचना हुई तो उन्होंने अपने आवास पर बयान की सफाई में कहा कि आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन होता है। “पीएम को इतनी भी समझ नहीं है। मंडल कमीशन हमने लागू करवाया है। सही मायने में प्रधानमंत्री मंडल कमीशन को खत्म करना चाहते हैं।”

मोदी का हमला

इस बारे में प्रभात खबर की दूसरी सुर्खी है: एससी एसटी ओबीसी का आरक्षण काटकर वोट बैंक को देने की साजिश बेनकाब: मोदी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के मुसलमान को आरक्षण का लाभ देने के बयान को आधार बनाते हुए विपक्षी गठबंधन इंडिया पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस तो चुप है लेकिन उनके एक बड़े सहयोगी नेता का बयान आया है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी इंडिया गुट की साजिश गहरी है और वह एससी, एसटी और ओबीसी का पूरा आरक्षण अपने वोट बैंक को देना चाहता है। उन्होंने यह बात मध्य प्रदेश के धार में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही।

हरियाणा की बीजेपी सरकार अल्पमत में

जागरण के अनुसार लोकसभा चुनाव के बीच हरियाणा में नया राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार को समर्थन दे रहे तीन निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार को भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी। सुबह के समय इन विधायकों की संख्या चार थी और शाम को तीन रह गई। इन विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मुलाकात की और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा कर दी। इस समय हरियाणा विधानसभा में सदस्यों की संख्या 88 है और बहुमत के लिए 45 विधायक चाहिए जबकि भाजपा के पास 40 विधायक हैं और कांग्रेस के पास 30।

तीसरे चरण में मतदान बढ़ा

हिन्दुस्तान और जागरण की पहली खबर के अनुसार बिहार में मंगलवार को पारा गिरा तो तीसरे चरण में पांच संसदीय क्षेत्रों में मतदान 60 फीसदी के पार पहुंच गया। बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) एचआर श्रीनिवास ने बताया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में इस चरण के संसदीय क्षेत्रों में 61.22 फीसदी मतदान हुआ था। लेकिन इस बार मतदान की अंतिम रिपोर्ट मिलने पर मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी की संभावना है। शाम छह बजे तक तीसरे चरण के संसदीय क्षेत्रों में सुपौल में 62.80 प्रतिशत, अररिया में 62.80 प्रतिशत, मधेपुरा में 61.00 प्रतिशत, खगड़िया में 58.20 और झंझारपुर में 55.50 प्रतिशत मतदान हुआ। पूरे देश में तीसरे चरण में 93 निर्वाचन क्षेत्रों में 63.46 प्रतिशत मतदान हुआ। इस चरण में असम, गोवा और बंगाल में मतदाताओं ने जमकर उत्साह दिखाया। जबकि, महाराष्ट्र में कम मतदान हुआ।

लीक हुआ था NEET का पेपर: पुलिस

जागरण के अनुसार पटना पुलिस ने निचली अदालत में दावा किया कि नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) का प्रश्न पत्र लीक हो गया था। पेपर लीक की बाबत 5 मई को शास्त्री नगर थाने में दर्ज कांड संख्या 358/24 के अनुसंधकर्ता सह दारोगा तेज नारायण सिंह ने छह प्राथमिकी और साथ अप्राथमिकी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजने के लिए पटना सदर कोर्ट के अपर मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी की अदालत में फॉरवर्ड रिपोर्ट दी थी। इसमें अनुसंधानकर्ता ने लिखा कि अभियुक्तों ने नीट का प्रश्न पत्र लीक कर कदाचार किया। पुलिस के पास आरोप पत्र समर्पित करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य हैं। इस बीच एसएसपी राजीव मिश्रा ने इस मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई है।

पीएफआई सदस्यों की जमानत अर्ज़ी ख़ारिज

पटना हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पटना यात्रा के दौरान कथित तौर पर गड़बड़ी फैलाने के छह आरोपितों की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी। ये सभी पीएफआई के सदस्य बताए गए हैं। कोर्ट ने माना कि तथ्यों और परिस्थितियों को देखने पर प्रथम दृष्टया अपीलकर्ताओं के खिलाफ मामला सही प्रतीत होता है। इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ जरूरी है। न्यायमूर्ति विपुल एम पंचोली और न्यायमूर्ति रमेश चंद मालवीय की खंडपीठ ने पांच आपराधिक अपील पर एक साथ सुनवाई के बाद सभी को खारिज कर दिया।

कुछ और सुर्खियां

  • बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को सभी पदों से हटाया
  • 35 करोड़ बरामदगी मामले में झारखंड के मंत्री आलमगीर के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर को गिरफ्तार किया गया
  • राहुल गांधी ने झारखंड में कहा सत्ता में आए तो सरना धर्म को लागू करेंगे
  • बिहार के डेढ़ लाख टीबी मरीजों को नहीं मिल रही मुफ्त दवा
  • भ्रामक विज्ञापन से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रमुख डॉक्टर आरबी अशोकन को नोटिस जारी किया
  • जम्मू कश्मीर के कुलगाम में 10 लाख के इनामी समेत दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया
  • सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को फिलहाल राहत नहीं, बहस के बाद सुनवाई टली

अनछपी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी कोशिश है कि रिजर्वेशन के मामले को मुस्लिम बनाम एससी-एसटी और ओबीसी कर दिया जाए। इस मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बयान से उन्हें एक और मौका मिल गया कि वह इस मुद्दे को हिंदू मुसलमान का मुद्दा बनाकर उछालें। लालू से जब पूछा गया कि वह मुसलमान की रिजर्वेशन के मामले में क्या सोचते हैं तो उन्होंने कहा कि मुसलमान को आरक्षण मिलना चाहिए। उनके इस बयान के तुरंत बाद उनकी आलोचना शुरू हो गई तो उन्होंने कहा कि आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन होना चाहिए। सोचने की बात यह है कि जो लोग मुसलमानों के आरक्षण की मांग करते हैं उनका आधार भी उनका सामाजिक पिछड़ापन ही होता है उनका उनकी धार्मिक पहचान नहीं। भारत के कुछ राज्यों में मुसलमान को आरक्षण मिला हुआ है और इस मामले में अदालत की मुहर भी लगी हुई है लेकिन इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले को मुस्लिम बनाम हिंदू करने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी अपने इंटरव्यू में कभी यह आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस ने मुसलमान के लिए कुछ नहीं किया और फिर यह भी कहते हैं कि कांग्रेस मुसलमान का तुष्टिकरण करती है। वह मुसलमान के पिछड़ेपन की भी बात करते हैं और उन्हें किसी भी हाल में आरक्षण देने का विरोध भी करते हैं। उनके विरोध का स्तर बेहद सांप्रदायिक होता है और इससे वह एक संदेश देना चाहते हैं कि जो एससी, एसटी और ओबीसी के लोग हैं उनका आरक्षण मुसलमान को दे दिया जाएगा। समझने की बात यह है कि मुसलमानों का बड़ा वर्ग पहले से ही ओबीसी में आता है और इससे बहुत ज्यादा अंतर पड़ने वाला नहीं लेकिन इस मामले को हिंदू बनाम मुसलमान बनाने में नरेंद्र मोदी जरूर कोशिश में लगे हुए हैं। रोचक बात यह है कि आंध्र प्रदेश में उनके सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी के चंद्रबाबू नायडू मुसलमानों के लिए 4% आरक्षण की बात खुले आम कर रहे हैं लेकिन उनके बारे में नरेंद्र मोदी चुप्पी साधे हुए हैं। बिहार के लिहाज से यह देखने की बात है कि नीतीश कुमार मुसलमानों के हितैषी होने का दावा करते हैं लेकिन इस मामले में उन्होंने भी चुप्पी साथ रखी है।

 

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