छ्पी-अनछ्पी: झारखंड के मंत्री के करीबियों के यहां मिले ₹35 करोड़, तीसरे चरण की वोटिंग शुरू

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के करीबियों के पास से 35 करोड़ रुपये कैश मिलने की खबर को सभी अखबारों ने प्रमुखता दी है। आज लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग हो रही है। NEET का पेपर लीक होने पर सस्पेंस बरक़रार है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की गई है। इन खबरों को भी अच्छी अहमियत मिली है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के करीबी चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मनी लाउंड्रिंग केस में ईडी ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने मंत्री आलमगीर के ओएसडी संजीव कुमार लाल समेत 6 करीबियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर करीब 35.23 करोड़ रुपए नकद बरामद किए। इस मामले में ईडी जल्द ही मंत्री आलमगीर आलम को समन करेगी। बरामद रकम में करीब 31.20 करोड़ रुपए ओएसडी संजीव के नौकर जहांगीर आलम के यहां मिले। मूल रूप से चतरा निवासी जहांगीर मंत्री आलमगीर का भी करीबी बताया जाता है। शुरुआती जांच में संजीव लाल ने खुद का पैसा होने से इनकार किया है।

तीसरे चरण की वोटिंग

भास्कर के अनुसार आज लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में बिहार की 5 सेट समेत 11 राज्यों व केंद्र शासित क्षेत्रों की 93 सीटों पर वोटिंग होते ही 283 पर मतदान पूरा हो जाएगा। इसी के साथ 19 राज्यों में चुनाव खत्म हो जाएगा। तीसरे चरण में करीब 11 करोड़ मतदाता 1331 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। इस चरण में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव और कांग्रेस नेता अधीर रंजन आदि चुनाव मैदान में हैं। बिहार की जिन पांच सीटों पर इस चरण में चुनाव होना है वह हैं- झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा और खगड़िया।

NEET का पेपर लीक हुआ या नहीं?

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: एक रात पहले नीट यूजी के उत्तर रटवाए। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीत यूजी में गड़बड़ी की आशंका में डीएवी स्कूल, बोर्ड कॉलोनी (पटना) से गिरफ्तार अभ्यर्थी आयुष राज ने चौंकाने वाला राजफाश किया है। इससे प्रश्न पत्र लीक की पुष्टि हो गई है और इसका तार झारखंड से जुड़ गया है। पटना पुलिस ने शास्त्री नगर थाने में प्रश्न पत्र लीक की प्राथमिकी दर्ज की है। इसमें अब तक एक अभ्यर्थी की मां, राजफाश करने वाले आयुष के पिता समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में दानापुर नगर परिषद का जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु भी शामिल है। उधर ‘नीट’ आयोजित करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने प्रश्न पत्र लीक मामले को आधारहीन बताया है।

राम मंदिर का फैसला पलटने की मंशा खतरनाक: मोदी

जागरण के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि शहजादे राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने की मंशा रखते हैं। यह बात कांग्रेस के ही एक पूर्व नेता ने कही है। ध्यान रहे कि प्रमोद कृष्णम ने यह आरोप लगाया है जो पहले कांग्रेस में थे और अब निकाल दिए गए हैं। मोदी ने इसे खतरनाक मंशा बताते हुए कहा कि उनके पिताजी ने शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला बदला था। नरेंद्र मोदी ने यह आरोप दैनिक जागरण से बातचीत में लगाया है। हालांकि उन्होंने यह दावा भी किया कि राम मंदिर भाजपा के लिए राजनीतिक मुद्दा कभी नहीं रहा।

नीतीश ने की हिंदू-मुस्लिम झगड़े की बात

हिन्दुस्तान के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राजद पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि समाज में हिंदू और मुस्लिम का झगड़ा लगाकर वोट लेने की इनकी चाल है, जबकि मेरे 18 वर्षों के शासनकाल में कहीं भी ऐसी वारदात नहीं हुई। भाजपा प्रत्याशी गोपालजी ठाकुर के पक्ष में आयोजित सभा को मुख्यमंत्री संबोधित कर रहे थे।

खातों से रोक हटी, वेतन फिर भी नहीं

पटना हाईकोर्ट के निर्देश पर शिक्षा विभाग के साथ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों सहित अधिकारियों की सोमवार को पांच घंटे बैठक हुई। बैठक के दौरान कुलपतियों ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों के खाता संचालन पर रोक तो हटा ली है, लेकिन राशि नहीं भेजने के कारण शिक्षकों व कर्मियों को वेतन व पेंशन का भुगतान नहीं हो पा रहा है। जनवरी से अप्रैल तक के वेतन और पेंशन भुगतान लंबित हैं। बैठक में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक के बैठक में नहीं आने पर कुलपतियों ने आपत्ति जताई। इस पर शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव ने बताया कि स्वस्थ्य कारणों से वे बैठक में नहीं आ सके।

…तो पूरे देश में जंगल राज होगा: शाह

जागरण के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को समस्तीपुर जिले के उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार नित्यानंद राय के पक्ष में आयोजित सभा में कहा कि पिछड़ा अति पिछड़ा समाज के आरक्षण के लिए मोदी सरकार ने काम किया है। “हम धर्म के आधार पर आरक्षण कभी नहीं होने देंगे। अगर सत्ता में इंडिया गठबंधन आया तो बिहार ही नहीं देशभर में जंगल राज आ जाएगा। समस्तीपुर की धरती ने जननायक कर्पूरी ठाकुर दिया जिसे मोदी ने भारत रत्न दिया।”

केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश

दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ से कथित तौर पर धन लेने के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृह सचिव को लिखे पत्र में उपराज्यपाल सचिवालय ने कहा कि एलजी को शिकायत मिली थी कि आम आदमी पार्टी को कथित तौर पर देवेंद्र पाल भुल्लर की रिहाई के लिए चरमपंथी खालिस्तानी समूहों से करीब 133 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद मिली थी।

कुछ और सुर्खियां

  • पाटलिपुत्र, पटना साहिब सीटों पर नामांकन आज से
  • भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तीन नेताओं पर कर्नाटक में एफआईआर दर्ज
  • जेल में बंद निलंबित आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार पर केस चलेगा
  • ईडी द्वारा गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
  • फिर अंतरिक्ष की उड़ान भरने को तैयार सुनीता विलियम्स
  • भारत के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में पटना, मुजफ्फरपुर और छपरा शामिल
  • पटना में 5 डिग्री गिरा पारा, आज बारिश की संभावना

अनछपी: मेडिकल एडमिशन टेस्ट ‘नीट’ में इस साल लगभग 24 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए और सबके मन में यह सवाल है कि क्या इसका पेपर लीक हो गया था? यही पता लगाने के लिए पटना में एफआईआर भी दर्ज हुई लेकिन ‘नीट’ आयोजित करने वाली एनटीए या नेशनल टेस्टिंग एजेंसी साफ तौर पर पेपर लीक होने से इनकार कर रही है। दूसरी तरफ अखबारों में जो खबरें आई है उससे यह शक मजबूत होता है कि ‘नीट’ का पेपर लीक हुआ है। अखबारों के अनुसार लीक हुए पेपर का जला हुआ हिस्सा भी मिला है। इस मामले में कई लोग गिरफ्तार भी हुए हैं। इस मामले के दो पहलू हैं। एक तो पेपर लीक होना और दूसरे मुन्ना भाई लोगों के लिए सॉल्वरों की व्यवस्था करने वाले गिरोह का होना। सॉल्वरों की व्यवस्था करने वाले गिरोह पर जो कार्रवाई हुई है वह काफी नहीं है और इसे जड़ से उखाड़ना जरूरी है। इसके लिए अगर और कठोर कानून बनाने की जरूरत हो तो वह भी बनाना चाहिए। पेपर लीक के मामले में देश की सभी सरकारें बदनाम हैं। राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ यह बड़ा मुद्दा बना था। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल का व्यापम घोटाला सबको पता है। केंद्र सरकार ने पेपर लीक मामले में कठोर कानून लाने की बात कही है लेकिन अभी उसका असर होता नहीं दिख रहा है। पेपर लीक होने से परीक्षार्थियों को दो तरह से नुकसान होता है। अगर यह मान लिया जाए कि पेपर लीक हुआ है तो यह उनके साथ नाइंसाफी होती है जिनकी परीक्षा अच्छी गई है। अगर यह न माना जाए और पेपर लीक वास्तव में हुआ तो फिर यह उससे भी बड़ा अन्याय होता है। ऐसा पहले भी हुआ है की परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी पेपर लीक होने की बात से इंकार करती है लेकिन बाद में यह आप सही साबित होता है और दोबारा परीक्षा आयोजित करनी पड़ती है। उम्मीद की जानी चाहिए की ‘नीट’ के पेपर के मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होगा और पुलिस स्वतंत्र रूप से इसकी जांच करेगी। अगर पुलिस जांच में पेपर लीक की बात सही साबित होती है तो एनटीए को स्वीकार करना चाहिए और प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाए बिना नए सिरे से परीक्षा आयोजित करनी चाहिए।

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