छ्पी-अनछपी: लालू नहीं जाएंगे अयोध्या, ईरान के हमले के बाद पाकिस्तान ने राजदूत को निकाला

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की गहमाहमी के बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने साफ किया है कि वह 22 जनवरी को वहां नहीं जाएंगे। इस खबर को सभी अखबारों ने जगह दी है। बलूचिस्तान में ईरान के मिसाइल हमले के बाद पाकिस्तान ने अपने राजदूत को तेहरान से वापस बुलाने और ईरान के राजदूत को निकालने की घोषणा की है। यह खबर भी सभी जगह है। बिहार में 21 जनवरी तक ठंड से राहत नहीं मिलने की खबर भी प्रमुखता से छपी है।
भास्कर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: 22 को अयोध्या नहीं जाएंगे लालू, सीट शेयरिंग पर बोले कोई जल्दबाजी नहीं। कई दौर की बैठकों के बाद भी विपक्षी गठबंधन इंडिया की सीट शेयरिंग अब तक नहीं हो पाई है। खास वजह गठबंधन में शामिल पार्टियां अपने हिसाब से सीट मांग रही है। इस बीच रजत सुप्रीमो लालू प्रसाद ने बुधवार को कहा कि गठबंधन में सीट शेयरिंग का काम जल्दी नहीं होता है। गठबंधन में इतनी जल्दी कुछ नहीं होता। हालांकि उनका यह भी कहना था कि भीतर में सब हो रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जाएंगे।
पाकिस्तान-ईरान में तनाव
हिन्दुस्तान के अनुसार पाकिस्तान में मंगलवार देर रात ईरान द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद दोनों के बीच तनातनी की स्थिति है। बुधवार को पाक ने तेहरान से अपना राजदूत वापस बुलाया लिया और ईरानी राजदूत को निष्कासित कर दिया है। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने इस्लामाबाद में एक प्रेस वार्ता में कहा, हमने ईरान से अपने राजदूत को वापस बुलाने का फैसला किया है और पाकिस्तान में ईरानी राजदूत, जो वर्तमान में ईरान का दौरा कर रहे हैं, फिलहाल वापस नहीं आ सकते हैं। बलूच ने कहा, पाकिस्तान इस अवैध कृत्य पर प्रतिक्रिया देने का अधिकार रखता है।
ठंड से अभी राहत नहीं
भास्कर की पहली खबर है: ठंड…अभी राहत नहीं, पटना में कोल्ड डे। दिन में देर तक कुहासा और धूप नहीं निकलने के साथ सर्द पछुआ हवा का बहाव जारी रहने से बुधवार को भी कड़ाके के ठंड जारी रही। राजधानी पटना समेत राज्य भर में कोल्ड डे जैसे हालात रहे। पटना का न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को राजभर में फारबिसगंज सबसे सर्द रहा। यहां का न्यूनतम तापमान सबसे कम 6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। अगले 5 दिनों के दौरान बिहार के तापमान में कोई वृद्धि नहीं होने की संभावना है जबकि 18 से 21 जनवरी तक राज्य के कई जिलों में कोल्ड डे होने की संभावना है।
25% बच्चे क्लास 2 का कोर्स भी नहीं पढ़ पाते
प्रभात खबर की पहली सुर्खी है: देश में 14-18 वर्ष के 86% बच्चे नामांकित, पर 25% कक्षा 2 के कोर्स नहीं पढ़ पाते। देश में 14-18 आयु वर्ग के 86.8% से अधिक बच्चे शैक्षणिक संस्थानों में नामांकित है किंतु उम्र बढ़ने के साथ उनके नामांकन दर में कमी दर्ज की गई है। 14 साल से कम उम्र के 3.9% बच्चे अब भी स्कूल से बाहर हैं। 16 साल से अधिक उम्र वालों में यह संख्या बढ़कर 10.9% और 18 साल से अधिक उम्र वालों में यह संख्या 32.6% है। यह दावा बुधवार को जारी एनुअल स्टेटस आफ एजुकेशन रिपोर्ट (असर) में किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार 14-18 आयु वर्ग में 25% से अधिक बच्चे कक्षा 2 के स्थानीय भाषा में पाठ्यक्रम पढ़ने में सक्षम नहीं है जबकि 42.7% अंग्रेजी के वाक्य पढ़ने में सक्षम नहीं हैं।
राम मंदिर की तैयारी
हिन्दुस्तान और जागरण की पहली खबर राम मंदिर से जुड़ी हुई है। हिन्दुस्तान की सुर्खी है: रामलला विराजने पहुंचे। जागरण ने लिखा है: जन्म भूमि पहुंचे रामलला, राजप्रासाद से किया पुरवासियों व देवताओं का दर्शन। रामलला बुधवार को अपने भव्य-दिव्य नवीन मंदिर में प्रतिष्ठित होने पहुंच गए। कड़ी सुरक्षा के बीच रामलला के अचल विग्रह को देर शाम कर्म कुटीर से बंद वाहन में रामपथ से श्रीरामजन्म भूमि परिसर ले जाया गया। इससे पहले रामलला के प्रतिरूप रजत विग्रह का पूजन किया गया और पालकी में बैठाकर प्रतीकात्मक रूप से नवीन मंदिर की परिधि में भ्रमण कराया गया। पालकी को सहारा देने के लिए सभी पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
नगा मुद्दे पर राहुल ने मोदी पर हमला बोला
जागरण की सुर्खी है: मोदी ने नगा मुद्दे के समाधान के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। कहा 2015 में फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद 9 साल बीत जाने के बावजूद नगा राजनीतिक मुद्दे का समाधान करने के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया। नगालैंड के मोकुकचुंग शहर में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि नगा लोगों को विश्वास में लिए बिना और उनके साथ चर्चा के बिना समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर वार करते हुए कहा अगर आपके पास समाधान नहीं है तो आपको झूठ नहीं बोलना चाहिए और नहीं कहना चाहिए कि आपके पास समस्या का समाधान है।
मणिपुर में दो जवानों की हत्या
जागरण की खबर है कि मणिपुर के मोर इलाके में बुधवार की सुबह उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों की गाड़ी पर हमला कर दिया। इसमें इंडियन रिजर्व बटालियन के दो जवानों की मौत हो गई। इसके अलावा गोलीबारी में मणिपुर पुलिस के दो और जवान घायल हो गए हैं। हमलावर कूकी समुदाय के बताए गए हैं।
कुछ और सुर्खियां
● 2.23% गिरा सेंसेक्स, शेयर बाजार में 18 माह की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के 4.9 लाख करोड़ रुपए डूबे
● सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च का रद्द हुआ एफसीआरए रजिस्ट्रेशन
● शिक्षा के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने 31 जनवरी तक बढ़ाई छुट्टी की तारीख
● मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आज पटना आएंगे
● हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा से ईडी ने की पूछताछ
● आयुष्मान भारत में बीमा की राशि दोगुनी करने की तैयारी
अनछपी: ‘असर’ यानी एनुअल स्टेट्स ऑफ़ एजूकेशन रिपोर्ट में बताया गया है कि चार में से तीन बच्चे ऐसे हैं जिनकी उम्र 14 से 18 साल के बीच है लेकिन वह क्लास 2 के कोर्स को भी पढ़ने में सक्षम नहीं है। अफसोस की बात यह है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की खबरों के कोलाहल के बीच यह खबर दब गई है। हिंदी के तीन प्रमुख अखबारों ने इसकी पूरी तरह उपेक्षा कर दी है। असर की रिपोर्ट वास्तव में भारत में शिक्षा में असमानता को दर्शाती है। एक तरफ ऐसे स्कूल हैं जिनके बच्चे बड़ी-बड़ी प्रतियोगिताओं में कामयाब होते हैं तो दूसरी ओर ऐसे स्कूल भी हैं जहां के बच्चे क्लास 2 की किताबों को पढ़ने में सक्षम नहीं है। ऐसे बच्चों की संख्या 25% है जो कोई छोटी-मोटी संख्या नहीं होगी। एक और महत्वपूर्ण जानकारी यह दी गई है कि इस वर्ग के 42.7% बच्चे अंग्रेजी के वाक्य नहीं पढ़ पाते। इस रिपोर्ट में राहत की बात यह है कि 86% बच्चों का नामांकन बताया गया है लेकिन ध्यान देने की बात यह है कि बच्चों की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती है उनका ड्रॉप आउट रेट बढ़ जाता है। 18 साल पहुंचते पहुंचते बच्चों का ड्रॉप आउट रेट 32.6% होता है जो लगभग एक तिहाई है यानी इस उम्र तक पहुंचते पहुंचते तीन में से एक बच्चा स्कूल से बाहर हो जाता है। असर की यह रिपोर्ट 26 राज्यों के 28 जिलों में सर्वे के बाद तैयार की गई है। इसमें बिहार से मुजफ्फरपुर जिले को चुना गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शिक्षा पर इतना जोर होने के बावजूद असर की रिपोर्ट से पता चलता है कि बिहार के 14 से 18 साल के अधिकांश बच्चे सरल पाठ नहीं पढ़ पाते। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बुनियादी गणित की जानकारी इतनी कम है कि स्केल से पेंसिल की लंबाई तक नहीं नाप पाए। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकतर बच्चे अपनी क्लास से छोटी क्लास की अंग्रेजी का पाठ ही पढ़ पाते हैं। हालांकि इस रिपोर्ट में एक दिलचस्प बात यह सामने आई है कि 14 से 18 साल के 85.2% बच्चे स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। राज्य और केंद्र सरकार दोनों को असर की इस रिपोर्ट पर ध्यान देना चाहिए जो हर साल जारी होती है।

 

 

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