छ्पी-अनछपी: 94 लाख परिवारों को रोजगार के लिए मिलेंगे 2-2 लाख, शाही ईदगाह के सर्वे पर सुप्रीम रोक

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार सरकार 94 लाख उन परिवारों के एक सदस्य को रोजगार के लिए दो लाख रुपये मदद देगी जिनकी मासिक आमदनी ₹6000 से कम है। इस खबर को सभी अखबारों ने प्रमुखता दी है। मथुरा के शाही ईदगाह के सर्वे पर सुप्रीम कोर्ट की रोक को हिन्दुस्तान ने अच्छी कवरेज दी है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: राज्य के 94 लाख परिवारों को मिलेंगे दो-दो लाख रुपये। जागरण की पहली खबर भी यही है: 94 लाख परिवारों को मिलेंगे दो-दो लाख। भास्कर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: बिहार में 94.33 लाख गरीब परिवारों को रोजगार के लिए दो-दो लाख देगी सरकार। राज्य के 94 लाख 33 हज़ार 212 गरीब परिवारों के एक-एक सदस्य को रोजगार करने के लिए सरकार दो-दो लाख रुपए देगी जिसे वापस नहीं लेगी। जाति आधारित गणना में सभी जातियों में से यह परिवार आर्थिक रूप से गरीब पाए गए हैं। इनकी मासिक आमदनी ₹6000 से कम है। यह सभी वर्गों के लिए है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट ने मंगलवार को बिहार लघु उद्योग योजना को मंजूरी दी। यह राशि लाभुकों को तीन किस्तों में दी जाएगी। पहले साल 25 फीसदी, दूसरे साल 50 फीसदी और तीसरे साल 25 फीसदी राशि देय होगी।

ईबीसी स्टूडेंट को 75 हज़ार तक मदद

प्रभात खबर की सबसे बड़ी सुर्खी है: ईबीसी स्टूडेंट को बैंकिंग, रेलवे समेत कई परीक्षाओं के लिए ₹ 75000 तक मिलेंगे। राज्य में अत्यंत पिछड़ा वर्ग यानी ईबीसी के विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना का लाभ अब बीएससी और यूपीएससी पीटी के अलावा कई अन्य प्रारंभिक परीक्षाओं को पास करने पर भी मिलेगा। इसमें संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाएं और अन्य शामिल हैं। इस मद में ₹30000 और अधिक से ₹75000 तक मदद दी जाएगी।

मथुरा की शाही ईदगाह के सर्वे पर रोक

हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी सुर्खी है: मथुरा में शाही ईदगाह के सर्वे पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि से सटे शाही ईदगाह परिसर का अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण कराने के आदेश पर रोक लगा दी। इसके साथ ही, शीर्ष अदालत ने मामले में हिंदू पक्षकारों यानी भगवान श्रीकृष्ण विराजमान और अन्य को नोटिस जारी कर पक्ष रखने को कहा। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की पीठ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली शाही ईदगाह मस्जिद कमेटी की याचिका पर विचार करते हुए यह आदेश दिया। याचिका में 14 दिसंबर, 2023 को पारित आदेश पर रोक लगाने की मांग की गई थी, जिसमें कोर्ट की निगरानी में सर्वेक्षण के लिए कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति की अनुमति दी गई थी।

ठंड से ठिठुरा बिहार

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: ठंड से ठिठुरा बिहार, पटना में दिन जम्मू व शिमला से भी ठंडा, 20 तक राहत नहीं। शरद पछुआ हवा के कारण बिहार कड़ाके की ठंड से ठिठुर रहा है। राज्य भर में कोल्ड डे और कुहासे के बीच ठंड और बढ़ गई है। हालत यह है कि राजधानी पटना का दिन जम्मू और शिमला से भी ठंडा रहा। पटना में दिन का अधिकतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया वहीं जम्मू में दिन का तापमान 16.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शिमला में दिन का तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो पटना से 5 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार अभी 20 जनवरी तक इसी तरह का मौसम रहेगा।

प्राण प्रतिष्ठा को बनाया चुनावी कार्यक्रम: राहुल

जागरण की खबर है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भाजपा आरएसएस ने पूरी तरह राजनीतिक चुनावी कार्यक्रम बना दिया है। उन्होंने कहा कि वैचारिक राजनीति का मुख्य प्रतिद्वंद्वी होने के नाते हमारे लिए इस कार्यक्रम में जाना संभव नहीं है। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में जो भी चाहे वह अयोध्या जा सकते हैं। कांग्रेस व गांधी परिवार के हिंदू विरोधी होने के भाजपा के आरोप को राहुल ने खारिज करते हुए कहा कि धर्म उनका निजी विश्वास है व इसका दिखावा करने की जरूरत नहीं है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तीसरे दिन नगालैंड की राजधानी कोहिमा से करीब 30 किलोमीटर दूर चिफोबोजू में यात्रा की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने अयोध्या राम मंदिर समारोह में नहीं जाने से जुड़े सवालों के जवाब दिए।

22 को ममता उतरेंगी सड़कों पर

जागरण में एक छोटी सी खबर है कि 22 जनवरी को जब पूरा देश अयोध्या में श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के रंग में सराबोर होगा उस दिन बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में सड़क पर उतरेंगी। वह सभी धर्म के लोगों के साथ एक सद्भावना रैली का नेतृत्व करेंगी। ममता उस दिन मंदिर, मस्जिद व गुरुद्वारा भी जाएंगी। मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता ने मंगलवार को राज्य सचिवालय में इसकी घोषणा की। ममता ने इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं से 22 जनवरी को राज्य के सभी जिलों व ब्लॉक स्तर पर इस तरह की सद्भावना रैलियां आयोजित करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा नेताओं का नहीं बल्कि धर्माचार्य का काम है।

हज भवन कोचिंग के 15 कामयाब

भास्कर की खबर है कि बिहार लोक सेवा आयोग ने सोमवार को 68 वीं बीपीएससी का अंतिम परिणाम जारी कर दिया जिसमें हज भवन कोचिंग में पढ़ने वाले 15 अभ्यर्थी अंतिम रूप से चयनित हुए। इनमें 6 बेटियां भी हैं। इसी कोचिंग में पढ़ने वाले आसिम खान छठे टॉपर हैं जो सब रजिस्ट्रार बने हैं। पंद्रहवें टॉपर नुरुल हक डीएसपी बने। हज कमेटी कोचिंग के अनुसार आरिफुज़्ज़मा जिला फायर ऑफिसर के रूप में चयनित हुए जबकि मोहम्मद अफगान शेर खान, शबनम नाज़नीं और शाहनवाज खान असिस्टेंट डिजास्टर मैनेजमेंट ऑफिसर बने।

ईरान ने मोसाद के ठिकाने पर हमला बोला

जागरण की खबर है कि ईरान ने सोमवार रात उत्तरी इराक के इरबिल शहर स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पास इसराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय पर मिसाइल से हमला किया। इसमें चार नागरिकों की मौत हो गई और 6 लोग घायल हुए हैं। ईरान समर्थित मिलिशिया के अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड द्वारा लांच 10 मिसाइलें अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पास गिरीं। ईरान ने इरबिल में मिसाइल हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि यह 2022 में सीरिया में इसराइली हमले का प्रतिशोध था जिसमें उसके रिवॉल्यूशनरी गार्ड के दो सदस्य मारे गए थे।

कुछ और सुर्खियां

  • औरंगाबाद के मॉब लिंचिंग मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया, दो एफआईआर दर्ज
  • सरकारी गाड़ी से दुर्घटना में मौत होने पर मृतकों के आश्रितों को पांच लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा
  • आज बिहार के 12 जिलों में हल्की वर्षा के आसार, पटना में आठवीं तक के स्कूल अभी बंद रहेंगे
  • टैक्स फ्री हो सकती है आठ लाख रुपये तक की आमदनी
  • सर्वाइकल कैंसर से रोकने वाला टीका आईजीआईएमएस में आज से मुफ्त लगेगा
  • रेलवे जोनल ऑफिस में सीबीआई का छापा, मैनेजर गिरफ्तार, ठिकाने से मिले दो लाख

अनछपी: एक तरफ राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की खबरों से मीडिया भरा पड़ा है तो दूसरी ओर कम से कम दो ऐसे लोग हैं जो इसे राजनीतिक कार्यक्रम बताकर इसकी काट के लिए अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस के राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले हैं और उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा को स्पष्ट रूप से बीजेपी-आरएसएस का राजनीतिक कार्यक्रम बताया है। दूसरी नेता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं जिन्होंने 22 जनवरी को ही कोलकाता समेत पूरे राज्य में सद्भावना रैलियां निकालने का ऐलान किया है। ममता बनर्जी कोलकाता में सद्भावना रैली का नेतृत्व खुद करेंगी। एक तरफ ममता बनर्जी और राहुल गांधी हैं तो दूसरी तरफ गैर भाजपा दलों के नेता हैं जो इस ऊहापोह में हैं कि वह इसके बारे में कोई बयान दें या ना दें। ममता बनर्जी ने साफ़ तौर पर कहा कि प्राण प्रतिष्ठा का काम धर्माचार्य का है, राजनेताओं का नहीं। उनके इस बयान को मीडिया ने पूरी तरह दबा दिया है और मीडिया इस सवाल से कोसों दूर है की प्राण प्रतिष्ठा का काम आखिर किसका है। प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से शंकराचार्य की दूरी को भी मीडिया ने अंडरप्ले किया है। एक तरफ राम मंदिर के नाम पर माहौलबंदी की तैयारी है तो दूसरी और ममता बनर्जी इसकी काट अपनी तरह से निकाल रही हैं जिसे मीडिया पूरी तरह नजरअंदाज कर रहा है। पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां अच्छा प्रदर्शन किया था इसलिए ममता बनर्जी इस बार पहले से कमर कस रही हैं। 22 जनवरी को सद्भावना रैली निकालने का मतलब होगा कि कम से कम बंगाल के मीडिया में अयोध्या की प्राण प्रतिष्ठा को उतनी कवरेज नहीं मिलेगी जितना कि इसके बिना मिलती। कहने को तो अखिलेश यादव और नीतीश कुमार व तेजस्वी यादव भी भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन इन नेताओं में ममता बनर्जी जैसी सोच नहीं पाई जाती है। भाजपा से आक्रामक ढंग से मुकाबला करने में ममता बनर्जी का कोई जोड़ नजर नहीं आता है। फिलहाल इस बात पर नजर रखने की जरूरत है कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी जैसे नेताओं को मीडिया कैसे नजरअंदाज कर रहा है।

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