छपी-अनछपी: बेंगलुरु में 26 विपक्षी दलों की बैठक, बेउर जेल में अनंत-समर्थकों का हंगामा

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। दिल्ली में अफसरों की तैनाती के मुद्दे पर अध्यादेश के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने आम आदमी पार्टी का साथ देने का फैसला किया है। पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद दूसरी कड़ी की बैठक आज बेंगलुरु में हो रही है जिसमें 26 दल शामिल हो रहे हैं। इन दोनों खबरों को पहले पेज पर अच्छी जगह मिली है। पटना के बेउर जेल में बंद बाहुबली अनंत सिंह और समर्थकों द्वारा हंगामा किए जाने की खबर को भी काफी अहमियत मिली है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: अध्यादेश पर ‘आप’ को मिला कांग्रेस का साथ। लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकजुटता के मुद्दे पर बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक से पहले आम आदमी पार्टी (आप) को कांग्रेस का साथ मिल गया है। कांग्रेस ने रविवार को कहा कि वह दिल्ली की प्रशासनिक सेवाओं से जुड़े केंद्र सरकार के अध्यादेश का संसद में समर्थन नहीं करेगी। आम आदमी पार्टी कांग्रेस से इस मुद्दे पर रुख स्पष्ट करने की मांग कर रही थी। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी राज्यपालों के जरिए गैर-भाजपा शासित राज्यों में हस्तक्षेप करने के केंद्र सरकार के किसी भी कथित प्रयास का विरोध करेगी।

2024 का महासमर

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: सजने लगा 2024 के महासमर का मंच। अखबार लिखता है कि मंगलवार को बेंगलुरु में विपक्षी दलों और नई दिल्ली में राज्य की होने वाली बैठक के साथी 2024 के चुनावी संग्राम की तस्वीर साफ हो जाएगी। विपक्षी दलों की बैठक 17-18 जुलाई को है। इसमें 26 पार्टियों के शीर्ष नेताओं के शिरकत करने की संभावना है। 18 जुलाई को होने वाली बैठक में एनडीए के बैनर तले 30 पार्टियां एकजुटता दिखा सकती हैं। इससे अलग बी आर एस बी जे डी और वाईएसआर कांग्रेस दोनों खेमों से दूर अपने दम पर मैदान में उतरेंगी।

नीतीश, लालू, तेजस्वी एक साथ जाएंगे

बेंगलुरु में हो रही विपक्ष की दूसरी महा बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह व जल संसाधन मंत्री संजय झा एक साथ सोमवार को दोपहर बाद 2:30 बजे बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे। सोमवार को विपक्ष के सभी नेता डिनर पर मिलेंगे मंगलवार को सुबह 11:00 बजे विपक्षी एकजुटता की दूसरी महा बैठक शुरू होगी। संभावना जताई जा रही है कि बेंगलुरु में हो रही विपक्ष की एकजुटता की महाबैठक में नीतीश कुमार को संयोजक घोषित किया जाएगा।

बेउर जेल में हंगामा

आदर्श केंद्रीय कारा बेउर में रविवार की सुबह से डिवीजन वार्ड में सजा काट रहे मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने कक्षपाल समेत सिपाहियों की पिटाई कर दी। डिवीजन वार्ड के 2 दरवाजे पूरी रात खुले रह गए थे, इस पर अनंत सिंह ने हत्या की साजिश की आशंका जताई थी। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने रविवार को बताया कि पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि हमले में शामिल अनंत सिंह समेत 31 कैदियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, दोषी कक्षपाल को निलंबित कर दिया गया है।

शरद को मनाने पहुंचे अजित

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को अपने कुछ अन्य मंत्रियों के साथ मुंबई में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। हिन्दुस्तान के अनुसार अपने चाचा के खिलाफ बगावत करने और दो जुलाई को एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार की शरद पवार के साथ यह पहली बैठक थी। माना जा रहा है कि अजित पवार की यह मुलाकात शरद पवार को मनाने के मकसद से थी। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में एनसीपी के राज्यसभा सदस्य प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार उन सबके लिए एक आदर्श की तरह हैं और वे आशीर्वाद लेने के लिए उनसे मिले।

राजभर एनडीए में

आगामी लोकसभा चुनावों से पहले छोटे-छोटे दलों को साधने की कोशिश में जुटी भाजपा को रविवार को एक और सफलता मिली। ओम प्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल हो गई। यूपी के पूर्व मंत्री तथा ओबीसी से ताल्लुक रखने वाले राजभर से दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद इसकी घोषणा की गई।

नदियों में उफान, सीमांचल में घरों में घुसा पानी

भास्कर की बड़ी खबर है: नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा, कई खतरे के निशान के पार। बिहार में 48 घंटे के दौरान 38 जिलों में औसत 19 एमएम बारिश हुई है जबकि नेपाल में 2 दिनों में अवसर 55 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश के कारण बागमती, कोसी, कमला, महानंदा और गंडक नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है। रविवार को विभिन्न नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से 23-113 सेंटीमीटर ऊपर रहा। कोसी-सीमांचल की सभी बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सुपौल, अररिया, पूर्णिया और कटिहार के 100 से अधिक गांवों में पानी घुसने से लोग ऊपरी जगह की ओर पलायन करने लगे हैं।

पाकिस्तान में मन्दिर पर हमला

जागरण की खबर है: पाकिस्तान में रॉकेट लॉन्चर से किया मंदिर पर हमला। पाकिस्तान में दक्षिणी सिंध प्रांत के काशमोरा इलाके में डकैतों के गिरोह ने रविवार को रॉकेट लॉन्चर से मंदिर और आसपास के हिंदुओं के घरों को निशाना बनाया। हमलावरों ने मंदिर पर अंधाधुंध फायरिंग भी की। कुछ ही दिन पहले कश्मोर और घोटकी क्षेत्रों में सक्रिय डकैतों ने सीमा हैदर जखरानी की पब्जी प्रेम कहानी का बदला लेने के लिए हिंदू पूजा स्थलों और समुदायों के सदस्यों पर हमला करने की धमकी दी थी। सीमा हैदर ग्रेटर नोएडा में रहने वाले अपने प्रेमी सचिन मीणा के साथ रहने के लिए अपने चार बच्चों के साथ पाकिस्तान से भारत आई थी। पुलिस ने बताया कि हमले के समय मंदिर बंद था। बागड़ी समुदाय के सदस्य डॉ सुरेश ने बताया कि डकैतों द्वारा फायर किए गए रॉकेट फटे नहीं इसलिए किसी की जान नहीं गई।

कुछ और सुर्खियां

  • इनकम टैक्स रिटर्न भरने की तारीख नहीं बढ़ेगी, 31 जुलाई है आखिरी तारीख
  • राजगीर में 4 जगहों पर बनी 5000 क्षमता वाली टेंट सिटी
  • स्पेन के कार्लोस अल्काराज़ विंबलडन के नए चैंपियन, सर्बिया के नोवाक जोकोविच को 3-2 से हराया
  • राम मंदिर में अगले साल 15 से 24 जनवरी के बीच प्राण प्रतिष्ठा
  • इटली में पायलटों की हड़ताल से हजारों भारतीय फंसे
  • इसरायल में सरकार के विवादास्पद विधेयक के विरोध में लगातार लाखों लोग तेल अवीव की सड़कों पर उतरे।

अनछपी: पब्जी गेम खेलते हुए हुई दोस्ती के बाद पाकिस्तान की सीमा का भारत पहुंचना और ग्रेटर नोएडा के सचिन मीणा से शादी करना अजीबोगरीब तो लगता है लेकिन इसका दुखद पहलू यह है कि पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं को वहां के डकैतों से हमले झेलने पड़ रहे हैं। दूसरे देशों की तरह पाकिस्तान में भी अल्पसंख्यक लोगों को जान माल का खतरा रहता है और वहां के दलित हिंदू भी इसके शिकार हुए हैं। डकैतों का कहना है कि सीमा बलोच कौम से आती है और उन्होंने पहले ही धमकी दी थी कि अगर सीमा वापस पाकिस्तान नहीं आती तो हिंदुओं के घरों और मंदिरों पर हमले किए जाएंगे। पाकिस्तान सरकार के लिए यह शर्म की बात है कि पहले दी गई धमकी के बावजूद वह सिंध के हिंदुओं को पर्याप्त सुरक्षा देने में नाकाम रहे। भारत की पुलिस की तरह वहां की पुलिस भी अब यह कह रही है कि वह डाकुओं को पकड़ लेगी। वैसे यह पूरी बात अजीबोगरीब लगती है कि जो लोग डाका डालते हैं उन्हें सीमा जैसी लोगों की इतनी चिंता क्यों है। वैसे भारत सरकार भी इस बात पर चुप्पी साधे हुए है कि आखिर सीमा कैसे सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए भारत आ गई। एक तरह से देखा जाए तो पूरी अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था ही सवालों के घेरे में है। जहां तक हिंदुओं के मंदिर पर हमले का सवाल है तो यह सिर्फ पाकिस्तान सरकार ही नहीं बल्कि वहां के समाज की भी जिम्मेदारी है कि वह अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करे। पाकिस्तान में पहले ही धार्मिक उन्मादियों द्वारा अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की शिकायत मिलती रही है। अब यह काम डकैत भी करने लगे हैं। पाकिस्तान सरकार को इस बात की जांच करानी चाहिए कि आखिर डकैत क्यों हिंदू मंदिरों पर हमले करना चाहते हैं और इससे उन्हें क्या हासिल होता है। कहीं इन डकैतों का इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा? पाकिस्तान सरकार को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा हर हाल में सुनिश्चित करनी होगी वरना उसकी पहले से बिगड़ी हुई छवि और खराब होगी।

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