छ्पी-अनछ्पी: संसद सुरक्षा चूक पर सवाल करने में 78 और एमपी सस्पेंड, इंडिया गठबंधन की बैठक आज

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। लोकसभा की सुरक्षा में सेंध पर सवाल करने के मामले में विपक्ष के 78 और सांसदों को निलंबित करने की खबर भास्कर और हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से ली है। दिल्ली में आज होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक की खबर को भी तवज्जो मिली है। पटना से सटे गौरीचक में कार में आग लगने से दो बच्चों के जिंदा जलने की खबर भी पहले पेज पर है।

भास्कर की सुर्खी है: आजादी के बाद पहली बार विपक्ष के 78 सांसद एक ही दिन में सस्पेंड। हिन्दुस्तान ने लिखा है: सुरक्षा चूक पर हंगामा, 78 और सांसद निलंबित। संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को भी हंगामा हुआ। कुल 78 सांसदों (लोकसभा 33, राज्यसभा 45) को निलंबित किया गया। आजादी के बाद पहली बार एक ही दिन में इतने सांसद निलंबित किए गए हैं। इससे पहले 1989 में राजीव सरकार में 63 सांसद निलंबित किए गए थे। पिछले हफ्ते भी 14 सांसदों को निलंबित किया गया था इस तरह अब तक कुल 92 संसद सदस्य निलंबित हो चुके हैं। संसद की सुरक्षा में चूक मुद्दे पर चर्चा कराने और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर विपक्ष ने दोनों सदनों में हंगामा किया।

लोकसभा अध्यक्ष का आरोप

इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, सभी दलों ने सहमति जताई थी कि वे नए सदन में तख्तियां नहीं लाएंगे। लेकिन विपक्ष के सदस्य मर्यादा तोड़ रहे हैं। सदन तभी चलेगा, जब सांसद तख्तियां लेकर नहीं आएंगे। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, पहले कुछ लोगों ने संसद पर हमला किया। अब सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है।

इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: नीतीश लालू व तेजस्वी दिल्ली पहुंचे। ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक मंगलवार को नई दिल्ली में होगी। बैठक में 27 दलों के नेताओं के हिस्सा लेने की संभावना है। बैठक में भाग लेने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजद प्रमुख लालू प्रसाद, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई बड़े नेता पहुंच गए हैं। पटना, बेंगलुरु और मुंबई के बाद इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पहले से ही दिल्ली में हैं।

कौन हैं मोदी: लालू

इंडिया गठबंधन की दिल्ली में होने वाली बैठक के लिए रवाना होने को पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे लालू प्रसाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भड़क गए। उन्होंने पूछा कौन हैं मोदी। लालू प्रसाद ने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन ‘इंडिया’ अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से बाहर कर देगा। लालू प्रसाद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बैठक में सभी सहयोगी दल एक साथ बैठेंगे और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करेंगे। नरेंद्र मोदी के फिर से सत्ता में लौटने के दावे को लेकर पूछे गए सवाल पर नाराजगी जताते हुए कहा कि रोज यही बात पूछते हैं, क्या हैं नरेंद्र मोदी, आएंगे, तो आएं। महागठबंधन की बैठक में हम सभी दल जा रहे हैं। मिलकर लड़ेंगे और इनको हटाएंगे।

कार में लॉक चचेरे भाई-बहन की मौत

भास्कर की खबर है: खेलने के दौरान कार लॉक, आग लगी तो जिंदा जल गए भाई-बहन। पटना से सटे गौरीचक थाना क्षेत्र के सोगी रामपुर गांव में सोमवार की देर रात दर्दनाक हादसा हुआ। परिजनों की आंख के सामने बंद कार में खेल रहे दो भाई-बहन जिंदा जल गए। घटना रात करीब नौ बजे की है। कार में दोनों बच्चे बैठकर खेल रहे थे। इसी बीच कार भीतर से ही लॉक हो गई और बच्चे उसी में फंस गये। उसी दौरान कार में आग लग गई। कार लॉक हो जाने से बच्चे बाहर नहीं निकल सके। आग कैसे लगी, अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। कार में आग लगने व उसमें दोनों भाई-बहन को फंसे देख लोग दौड़े, पर तब तक देर हो चुकी थी। बाद में किसी तरह आग बुझाई गई।

भाषा में पास होना ज़रूरी नहीं

प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर है की बीपीएससी ने सोमवार को शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दूसरे चरण में भाषा क्वालीफाइंग के अंक को शून्य कर दिया है। बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि वर्ग 1 से 5 को छोड़कर अन्य सभी वर्गों के विषयों की परीक्षा में भाग एक भाषा (क्वालीफाइंग) के अंक को समाप्त कर दिया गया है। केवल वर्ग 1 से 5 के भाग एक भाषा (क्वालीफाइंग) के प्राप्तांक को मेरिट लिस्ट तैयार करने में प्रयोग किया जाएगा।

ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे सौंपा

भास्कर की खबर है: ज्ञानवापी: 1500 पेज की रिपोर्ट… पर सीलबंद है। ज्ञानवापी मस्जिद मामले में 93 दिन तक चले वैज्ञानिक सर्वे की एएसआई ने सोमवार को वाराणसी जिला जज की कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट पेश कर दी। एएसआई ने सील बंद लिफाफे में यह रिपोर्ट पेश की है। माना जा रहा है कि 1500 से ज्यादा पेज की रिपोर्ट में इमारत के धार्मिक चरित्र से जुड़े तमाम साक्ष्य जीपीआर और कार्बन डेटिंग जैसे परीक्षणों के नतीजे मौजूद हैं।

गोल्ड लोन बैंक में लूट

हिन्दुस्तान के अनुसार शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना से महज 300 मीटर की दूरी पर स्थित आशीर्वाद गोल्ड लोन बैंक से सोमवार को लुटेरों ने दिनदहाड़े दो करोड़ का सोना और दो लाख नकद लूट लिये। छह की संख्या में रहे बदमाशों ने बैंक में काम कर रहे कर्मियों के साथ मारपीट की और हथियार के बल पर सभी के मोबाइल भी छीनकर भाग निकले। कर्मियों की सूचना पर पहुंची बरबीघा थाने की पुलिस टीम मामले की छानबीन में जुटी है।

कुछ और सुर्खियां

  • अनचाही कॉल पर 50000 तक का जुर्माना लग सकता है
  • दरोगा भर्ती प्रश्न और उत्तर के साथ सॉल्वर गैंग के तीन सदस्य हुए गिरफ्तार
  • लखनऊ पीजीआई अस्पताल में आग लगी तीन की मौत
  • बनारस में सबसे बड़े ध्यान केंद्र का हुआ लोकार्पण
  • सीतामढ़ी के छात्र ने मेरठ में हॉस्टल से लगाई छलांग, इलाज के दौरान मौत
  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी का फिर समन, 21 दिसंबर को बुलाया गया
  • महिला दरोगा के यौन उत्पीड़न में मोहनिया एसडीपीओ फ़ैज़ अहमद खान सस्पेंड
  • इग्नू जनवरी सत्र के लिए दाखिला शुरू, पटना सेंटर पर 253 कोर्स

अनछ्पी: भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस मुक्त भारत का नारा लगाती लेकिन वह फिलहाल विपक्ष मुक्त संसद बनाती हुई दिख रही है। पहले भी थोक के भाव से सांसद निलंबित हुए हैं लेकिन आजादी के बाद यह सबसे बड़ी संख्या है जिसे संसद से निलंबित किया गया है। फिलहाल कोई बड़ा मुद्दा सामने नहीं है और ना ही कोई अधिक हंगामा हुआ है। संसद की सुरक्षा में चूक हुई है और इस मामले में विपक्षी सांसद गृह मंत्री अमित शाह या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसद में बयान चाहते हैं। ध्यान देने की बात यह है कि गृह मंत्री अमित शाह ने टेलीविजन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखबार को दिए इंटरव्यू में संसद की सुरक्षा में चूक पर चिंता तो जताई लेकिन वह इस पर संसद में बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। इस बारे में सत्ता पक्ष का कहना है कि संसद की सुरक्षा में हुई चूक की जांच की जा रही है और उसकी रिपोर्ट आने के बाद इस पर चर्चा होगी। यह बात सुनने में अजीब लगती है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री मीडिया में तो बयान दें लेकिन संसद में इसकी चर्चा न करें। सत्ता पक्ष का कहना है कि विपक्षी सांसद संसद में तख्तियां लेकर नहीं आ सकते हैं। दूसरी और विपक्ष इस बात पर अड़ा है कि वह तख्तियों के जरिए अपना विरोध प्रदर्शन करेगा। सवाल यह है कि जब एक साथ 92 सांसद संसद से निलंबित हों तो विपक्ष क्या कर सकता है? जाहिर है सिर्फ मीडिया में बयान जारी कर रोने धोने से विपक्ष का कोई फायदा होने वाला नहीं है। विपक्ष को इस मामले को लेकर जनता के बीच सड़कों पर उतरना चाहिए और अपनी बात मजबूती से रखनी चाहिए। फिलहाल विपक्षी एकता की बैठक दिल्ली में हो रही है और इस मामले में उसे कुछ गंभीर और ठोस कार्रवाई के बारे में योजना बनानी चाहिए। कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर इस समय विपक्ष के सभी लोकसभा सांसद एक साथ इस्तीफा दे दें तो इसका काफी प्रभाव पड़ेगा। वैसे भी लोकसभा का सत्र कुछ ही महीना का बचा है। राज्यसभा से इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है। सवाल यह है कि क्या विपक्ष में इतना दम ख़म है कि वह एक साथ लोकसभा से इस्तीफा दे दे? इस तरह की बड़ी कार्रवाई के बिना विपक्ष अपना प्रभाव छोड़ने में शायद ही कामयाब हो सके।

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