छ्पी-अनछपी: सिलक्यारा सुरंग में फंसे सभी 41 लोग सुरक्षित निकाले गए, दो वीसी के वेतन पर रोक
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। उत्तराखंड में एक टनल में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित निकाले जाने की खबर सभी जगह प्रमुखता से ली गई है। समय पर रिजल्ट ना निकाले जाने के कारण बिहार के दो विश्वविद्यालय के वीसी और दूसरे अधिकारियों के वेतन पर रोक लगाने की खबर भी प्रमुख है।
जागरण की सबसे बड़ी सुर्खी है: जीत गई जिंदगी। ,, भास्कर ने लिखा है: टनल खुली, जिंदगी खिली। प्रभात खबर की सुर्खी है: अंधेरे से निकला दमकता चेहरा। हिन्दुस्तान ने लिखा है: मौत के मुंह से सभी 41 श्रमिकों की वापसी। उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों ने मंगलवार को जिंदगी की जंग जीत ली। 17 दिनों से सुरंग में फंसे मजदूर लंबी जद्दोजहद के बाद मौत के मुंह से बाहर आ गए। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिकों से बात कर उनका हाल जाना। दिवाली वाले दिन जब देश रोशनी में नहाया हुआ था, तब ये भूस्खलन के कारण अंधेरी सुरंग में फंस गए थे। मंगलवार दोपहर एक बजे जैसे ही पाइप टनल ने मलबे को पार किया तो उत्सव का माहौल बन गया। शाम 7:15 बजे जैसे ही पहला मजदूर बाहर आया, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उसे गले लगा लिया। मुख्यमंत्री धामी ने ऐलान किया कि हर श्रमिक को आर्थिक सहायता के रूप में एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे।
दो वीसी के वेतन पर रोक
प्रभात खबर की सुर्खी है: समय पर रिजल्ट नहीं आने पर मगध व जेपी विश्वविद्यालय के वीसी, प्रो वीसी, कुलसचिव का वेतन रोका। अख़बार लिखता है कि रिजल्ट के प्रशासन ने अनावश्यक विलंब को देखते हुए शिक्षा विभाग ने मगध व जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रति कुलपति, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, वित्त पदाधिकारी और वित्त परामर्शी का वेतन स्थगित करने का आदेश दिया है। विभाग ने कहा कि लेट रिजल्ट से विद्यार्थियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव की तरफ से जारी आदेश में बताया गया कि मंगलवार को दोनों विश्वविद्यालय की परीक्षा और रिजल्ट प्रशासन की समीक्षा विभागीय अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने की है।
शाम पांच बजे तक स्कूलों में रहेंगे शिक्षक
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सुर्खी है: स्कूलों में अब शाम पांच बजे तक रहेंगे शिक्षक। राज्य के प्रारंभिक और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक अब सुबह नौ से शाम पांच बजे तक रहेंगे। वहीं, बच्चे सुबह नौ से अपराह्न साढ़े तीन बजे तक रहेंगे। साढ़े तीन से 4.15 बजे तक मिशन दक्ष के अंतर्गत विशेष कक्षाएं चलेंगी। शाम 4.15 से पांच बजे तक वर्ग एक और दो को छोड़कर शेष कक्षा के बच्चों के होमवर्क (गृह कार्य) चेक करेंगे। मिशन दक्ष के बच्चों की प्रोफाइल तैयार करेंगे, विशेष कक्षा लेंगे और साप्ताहिक मूल्यांकन के आधार पर छात्र-छात्राओं की प्रोफाइल तैयार करेंगे। शिक्षा विभाग ने पहली से 12वीं तक के सभी सरकारी स्कूलों के लिए मॉडल समय-सारिणी तैयार की है। यह एक दिसंबर से लागू होगी।
एडवोकेट नुरूद्दीन को जमानत
हिन्दुस्तान के अनुसार पटना हाईकोर्ट ने देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में प्रतिबंधित किए गए पीएफआई के कथित सदस्य नूरूद्दीन जंगी उर्फ एडवोकेट नूरूद्दीन को शर्तों के साथ जमानत दे दी है। वहीं गंभीर आरोपों के मद्दनेजर जलालुद्दीन खान उर्फ मो. जलालुद्दीन और अथर परवेज को जमानत देने से इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति आशुतोष कुमार और न्यायमूर्ति आलोक कुमार पांडेय की खंडपीठ ने मंगलवार को यह फैसला दिया। कोर्ट ने नूरूद्दीन को पासपोर्ट जमा करने का आदेश दिया। साथ ही साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ नहीं करने, केस के जांच अधिकारी द्वारा बुलाया जाने पर उपस्थित रहने की शर्तों के साथ जमानत दी है। कोर्ट ने माना कि नूरूद्दीन जंगी पीएफआई के सदस्यों को कानूनी सहायता देते हैं।
11 इसराइली, 33 फ़लस्तीनी रिहा
हमास ने पूर्व के चार दिवसीय युद्ध विराम समझौते के तहत अदला-बदली के चौथे दौर में 11 इसराइली महिलाओं एवं बच्चों को रिहा किया। ये सोमवार रात को इसराइल पहुंचे। इसके बाद इसराइल द्वारा रिहा किए गए 33 फलस्तीनी कैदी मंगलवार तड़के वेस्ट बैंक के रामल्ला पहुंचे। यह समझौता शुक्रवार से प्रभावी हुआ था और सोमवार को इसकी अवधि समाप्त होनी थी। इसी बीच सोमवार देर रात इसराइल-हमास युद्ध विराम समझौते की अवधि को दो और दिन बढ़ाने पर सहमत हो गए।
कुछ और सुर्खियां
- नालंदा के एकंगरसराय में पुलिस की गाड़ी ने बाइक सवार तीन युवकों को रौंदा, तीनों की जान गई
- सुप्रीम कोर्ट ने कुश्ती संघ चुनाव पर लगी रोक हटाई
- रेलवे काउंटर से बुक रिजर्वेशन टिकट का मैसेज भी सफर में मान्य
- 18 माह का डीएलएड डिप्लोमा दो वर्ष के डिप्लोमा के बराबर नहीं: सुप्रीम कोर्ट
- जेईई मेन के लिए नौ लाख छात्रों ने किया आवेदन
अनछपी: बिहार के स्कूलों में छुट्टी को लेकर जानबूझकर फैलाई गई नफरत का भंडाफोड़ हो चुका है। एक गलत जानकारी को अखबारों और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस तरह फैलाया की ऐसा लगा कि नीतीश कुमार सरकार हिंदू विरोधी है और मुसलमाओं का तुष्टिकरण कर रही है। यह पता नहीं लग सका कि यह गलत जानकारी नेताओं से अखबारों को पहुंची या अखबारों से नेताओं को पहुंची। बहरहाल भास्कर और दैनिक जागरण ने प्रमुखता से यह खबर छापी थी कि स्कूलों में कई महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों पर छुट्टियां खत्म कर दी गई हैं और ईद व बकरईद पर छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। सच्चाई यह है कि किसी भी हिंदू त्यौहार पर छुट्टी को खत्म नहीं किया गया जिसका दावा अखबारों ने किया था और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी। स्कूलों के सामान्य कैलेंडर को देखा जाए तो ईद और बकरईद की छुट्टी भी एक ही दिन है, न कि इसे बढ़ाया गया है। हुआ यह की शिक्षा विभाग ने दो अलग-अलग छुट्टी कैलेंडर जारी किए हैं। एक कैलेंडर सामान्य स्कूलों के लिए है जिसमें वसंत पंचमी की भी छुट्टी है और रामनवमी की भी। इस कैलेंडर में मुसलमान के त्योहार पर छुट्टियों के दिन नहीं बढ़ाए गए हैं। एक दूसरा कलैंडर है जो उर्दू स्कूलों के लिए है। इसमें साप्ताहिक छुट्टी रविवार की जगह शुक्रवार को की गई है जो उनके स्थापना काल से चली आ रही है। उर्दू कैलेंडर में कुछ हिंदू त्योहारों की छुट्टी नहीं है और ईद व बकरईद की छुट्टियों की संख्या सामान्य कैलेंडर से ज्यादा है। अखबारों ने और बाद में टेलीविजन चैनलों ने भी इस बात को उजागर नहीं किया और वह उर्दू कैलेंडर को लेकर सामान्य कैलेंडर की बात करते रहे। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इसी आधार पर इस्लामिक रिपब्लिक आफ बिहार और मोहम्मद नीतीश जैसी हल्की बातें कीं। आरएसएस के पत्र पाञ्चजन्य ने भी ऐसी ही बातें लिखीं और झूठ फैलाया। शिक्षा विभाग ने यह तो स्पष्ट कर दिया की छुट्टियों में कटौती नहीं की गई लेकिन जिन लोगों ने ऐसी भ्रामक खबरें फैलाई उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। जिन लोगों ने इसे सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए इस्तेमाल किया उनपर कानूनी कार्रवाई V नहीं हुई तो वह ऐसी हरकतों से बाज नहीं आएंगे।
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