छपी-अनछपी: भारत से यूरोप तक कॉरिडोर बनेगा, मोरक्को में भूकंप से एक हज़ार से ज़्यादा की मौत

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। जी 20 के घोषणापत्र में मध्य पूर्व होते हुए भारत से यूरोप तक कॉरिडोर बनाए जाने की खबर को प्रमुखता मिली है। मोरक्को में आए भयंकर भूकंप में 1000 से अधिक लोगों की मौत की खबर भी सभी जगह है। भ्रष्टाचार के पुराने मामले में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी की खबर भी प्रमुखता से ली गई है।

जी 20 पर जागरण ने आज एक शब्द की मेन हेडलाइन दी है: ऐतिहासिक। भास्कर की सुर्खी है: भारत से यूरोप तक समृद्धि का गलियारा। हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: भारत से यूरोप तक कॉरिडोर बनेगा। भारत की अध्यक्षता में शनिवार को प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में जी 20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई। पहले दिन विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों की मौजूदगी में 37 पृष्ठों के ‘नई दिल्ली घोषणापत्र’ पर सहमति बन गई। इसके अलावा भारत से मध्य पूर्व और यूरोप को जोड़ने वाले भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की घोषणा की गई।

क्या होगा कॉरिडोर में?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक गलियारे का ऐलान करते हुए कहा कि इससे वैश्विक बुनियादी ढांचे, निवेश के लिए साझेदारी, आवाजाही और सतत विकास को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा, इतने बड़े कदम के साथ हम भविष्य के विकास के लिए बीज बो रहे हैं। यह गलियारा आपसी विश्वास मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाएगा। कॉरिडोर के निर्माण में भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी की भागीदारी होगी।

यूक्रेन के मुद्दे पर क्या हुआ?

हिन्दुस्तान के अनुसार भारत ने जी-20 में कूटनीति से रूस-यूक्रेन और आतंकवाद जैसेे मामलों पर पहले दिन आम सहमति बनाने में सफलता हासिल की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद शनिवार को जारी नई दिल्ली घोषणा पत्र में रूस का नाम लिए बगैर यूक्रेन का संदर्भ शामिल किया गया।घोषणा में यूक्रेन मसले पर कहा गया कि सभी राज्यों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों के अनुरूप कार्य करना चाहिए। किसी राज्य की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता या राजनीतिक स्वतंत्रता के खिलाफ क्षेत्रीय अधिग्रहण की धमकी या बल प्रयोग से बचना चाहिए

मोरक्को में भूकंप

मोरक्को में शुक्रवार देर रात आए भूकंप ने 1,037 लोगों की जान ले ली, जबकि 1,200 से ज्यादा घायल हैं। घायलों में 721की हालत गंभीर है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.8 मापी गई। वहीं, जी 20 सम्मेलन में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के कई नेताओं ने हादसे पर शोक जताया। भूकंप का असर मराकेश शहर से लेकर एटलस पर्वत पर स्थित गांवों तक था। अधिकतर मौतें मराकेश और भूकंप के केंद्र के निकट स्थित पांच प्रांतों में हुई हैं। ऐसे में मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है।

चंद्रबाबू गिरफ्तार

तेगुलु देशम पार्टी प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू को कौशल विकास निगम में 300 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप में आंध्र प्रदेश के सीआईडी दल ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने राज्यभर में प्रदर्शन किया। नायडू की गिरफ्तारी के बाद सीआईडी प्रमुख एन. संजय ने कहा कि जांच में पाया गया कि धन की हेराफेरी से नायडू और उनकी पार्टी को लाभ मिला।

बीपीएससी को जवाब

भास्कर की खबर है: बीपीएससी के पत्र पर शिक्षा विभाग का पलटवार, लिखा- आयोग को अपनी स्वायत्तता के नाम पर विवेकहीन निर्णय लेने का हक नहीं। बीपीएससी और शिक्षा विभाग के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। दोनों एक दूसरे को नियमों के हवाले आइना दिखा रहे हैं। आयोग की ओर से विभाग को लिखे पत्र के जवाब में माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने बीपीएससी के सचिव रवि भूषण को स्पष्ट करने को कहा है कि लिखित परीक्षा का परिणाम निकले बगैर प्रमाण पत्र की जांच आयोग की ओर से पहले किन-किन मामलों में की गई है। आयोग स्थापित परंपराओं से इतर नहीं जा सकता। शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में प्रशासनिक विभाग शिक्षा विभाग है और संबंधित नियमावली में कई जगह लिखा है की परीक्षा के विभिन्न पहलुओं पर प्रशस्वी विभाग से चर्चा कर ही कार्य किया जाएगा।

कुछ और सुर्खियां

  • पीएफआई के स्टेट वाइस प्रेसिडेंट रियाज़ मारूफ पूर्वी चंपारण के चकिया से गिरफ्तार
  • सिपाही भर्ती परीक्षा 1, 7 और 15 अक्टूबर को होगी
  • डेंगू से बचाव के लिए बच्चों को पूरी बांह की शर्ट, फुल पैंट पहन कर स्कूल आने का निर्देश
  • पटना यूनिवर्सिटी ने सवाल लीक होने पर रद्द की एलएलबी प्रवेश परीक्षा, 16 को दोबारा होगी
  • इनकम टैक्स देने के बावजूद किसान सम्मन निधि लेने वाले बिहार के ढाई लाख किसानों से होगी 347 करोड़ की वसूली
  • बिहार से 24 लाख 30 हज़ार इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल हुए, 2200 को नोटिस
  • गाड़ियों का फिटनेस सर्टिफिकेट अब ऑनलाइन जारी होगा
  • पटना में डेंगू के 70 नए मरीज मिले

अनछपी: कई महीनों से जारी जी 20 का तामझाम आज खत्म होगा। दिल्ली में चल रहे शिखर सम्मेलन में दुनिया भर के मेहमानों का स्वागत तो किया जा रहा है लेकिन इसके कारण दिल्ली वीरान सी पड़ी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दूसरे लोग भी कह रहे हैं कि दिल्ली की बदसूरती को छिपाने के लिए दिल्ली को ही मेहमानों से दूर कर दिया गया। इसी तरह देश के नाम पर इंडिया हटाकर अंग्रेजी के निमंत्रण पत्र पर भी भारत लिखना चर्चा का विषय बना रहा। बहरहाल यह बहस तो चलती रहेगी लेकिन सरकार के लिए इसमें कई बातें ऐसी हुई हैं जिस पर वह अपना सीना चौड़ा कर सकती है। उदाहरण के लिए सभी देशों की सहमति से घोषणा पत्र जारी होना भी सरकार के लिए एक उपलब्धि है। लेकिन यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर जिस तरह भारत सरकार रूस के पक्ष में गई है वह जरूर आपत्ति का विषय हो सकता है। भारत से यूरोप तक के लिए जो कॉरिडोर बनाने की बात है उसे जरूर एक उपलब्धि माना जा सकता है क्योंकि यह चीन के इसी तरह के कॉरिडोर को चुनौती पेश कर सकता है। जी 20 में अफ्रीकी समूह को शामिल करना भी भारत अपने लिए उपलब्धि मान सकता है। कहा जा रहा है कि जी-20 की इन उपलब्धियां के सहारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घरेलू राजनीति में भी अपनी धाक जमाने की कोशिश करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन उपलब्धियां को जरूर गिनाएंगे लेकिन उनके लिए यह बात स्वीकार करना भी कड़वी घूंट की होता होगा क्यों परंपरागत दोस्त रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इन दो बड़े देशों के राष्ट्रीय अध्यक्षों का इस बैठक में शामिल नहीं होना जी-20 पर एक सवाल का निशान तो जरूर है। कहा जा रहा है कि जी-20 की बैठक से देश को लंबे समय में फायदा होगा लेकिन घरेलू राजनीति में प्रधानमंत्री मोदी को इससे कहीं ज्यादा गंभीर समस्याओं का सामना करना है जो उनके लिए आसान नहीं होगा।

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