छ्पी-अनछ्पी: नीतीश ने कांग्रेस को सुनाया- ‘इंडिया’ पर ध्यान नहीं, 1.20 लाख को मिला नियुक्ति पत्र

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के बारे में कहा कि वह पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त है और इंडिया पर ध्यान नहीं दे रही। भास्कर ने इसे सबसे बड़ी जगह दी है। बीपीएसी द्वारा नवनियुक्त शिक्षकों को गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र देने की खबर अक्सर अखबारों में लीड बनी है।

भास्कर की लीड है: कांग्रेस पर उखड़े नीतीश, कहा-इनको I.N.D.I.A. कि नहीं, सिर्फ अपनी चिंता। बिहार में महागठबंधन सरकार में प्रमुख सहयोगी राजद को दो टूक सुनाने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री ने दूसरी सहयोगी कांग्रेस को भी खूब सुनाया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोगों ने सबके साथ मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया था लेकिन आजकल इसमें कुछ काम नहीं हो रहा। हम लोग कांग्रेस को आगे करने के लिए सब कुछ कर रहे थे लेकिन अभी उनको इस सब की कोई चिंता नहीं है। उनकी तो पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में ज्यादा इंटरेस्ट है। अभी उन्हें इंडिया गठबंधन को आगे बढ़ाने की चिंता नहीं है। इसके बाद में सबको बुलाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह बातें गुरुवार को पटना में सीपीआई की ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ रैली के दौरान कहीं।

भाजपा को उखाड़ फेंकने का आह्वान

पटना के मिलर हाई स्कूल मैदान में आयोजित भाकपा की रैली में पार्टी महासचिव डी. राजा ने अगले लोक चुनाव में केन्द्र की सत्ता से भाजपा को हटाने का आह्वान किया। विपक्षी एकता पर जोर दिया। मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर प्रहार किया। राज्य भर से आए भाकपा कार्यकर्ताओं से उन्होंने आह्वान किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार को बदल देना है। मोदी सरकार का मास्टर आरएसएस है। उसके सिद्धांत को ही भाजपा फॉलो करती है। इसलिए संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए केंद्र की सत्ता से मोदी सरकार को हटाना होगा। 2024 में जनपक्षीय सरकार बनाना है, इसलिए विपक्षी एकजुटता जरूरी है।

अगले दो माह में 1.20 लाख टीचर बहाली और

हिन्दुस्तान और प्रभात खबर की एक जैसी लीड है: राज्य में दो माह में 1.20 लाख और शिक्षकों की भर्ती: सीएम। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो माह में 1.20 लाख शिक्षकों की नयी नियुक्ति की घोषणा की है। साथ ही मौजूदा नियोजित शिक्षकों को मामूली परीक्षा उत्तीर्ण करने पर सरकारी करने का भी ऐलान किया। मुख्यमंत्री गांधी मैदान में नवचयनित शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 1.20 लाख और शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग को टास्क भी सौंप दिया।

इतिहास रचा

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: बिहार ने रचा इतिहास, 1.20 लाख शिक्षकों को नियुक्ति पत्र। बिहार ने गुरुवार को युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में देश में इतिहास रच दिया। देश में यह पहली बार हुआ कि जब एक विज्ञापन से निकली नियुक्ति की सूचना से 1.20 लाख 336 नियुक्त शिक्षकों को एक दिन नियुक्ति पत्र दिया गया। पटना के गांधी मैदान में आयोजित शिक्षकों की नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में मुख्यमंत्री ने बिहार में बदले माहौल पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि बिहार में माहौल बदलने का ही यह असर है कि दूसरे राज्यों के लोग यहां नौकरी करने आ रहे हैं।

केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आबकारी नीति मामले में पूछताछ के लिए गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश नहीं हुए। ईडी को भेजे जवाब में केजरीवाल ने कहा, नोटिस गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा, नोटिस वापस लें। ईडी को भेजे जवाब में केजरीवाल ने कहा, मिले नोटिस में साफ नहीं है कि यह किसलिए भेजा गया।

ईडी के दो अफसर घूस लेते पकड़ाए

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक अधिकारी और उसके सहयोगी को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी चिटफंड केस में गिरफ्तार नहीं करने की एवज में 17 लाख मांग रहे थे। एसीबी के बयान के अनुसार, आरोपियों में ईडी के इम्फाल (मणिपुर) स्थित एक कार्यालय का प्रवर्तन अधिकारी (ईओ) नवल किशोर मीणा और उसका स्थानीय सहयोगी बाबूलाल मीणा है।

महुआ का आरोप- अनैतिक सवाल पूछे

पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा गुरुवार को लोकसभा की आचार समिति के सामने पेश हुईं। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। महुआ और अन्य विपक्षी सांसदों ने समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर पर अनैतिक सवाल पूछने का आरोप लगाते हुए बैठक का बायकॉट किया। वहीं, सोनकर ने आरोप लगाया कि विपक्षी सांसदों ने आरोपों से ध्यान भटकाने को बहिर्गमन किया। बैठक के बाद मोइत्रा ने समिति के अध्यक्ष पर व्यक्तिगत तथा अनैतिक सवाल पूछने का आरोप लगाया। वहीं, समिति के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मोइत्रा ने समिति के कामकाज और उनके खिलाफ आपत्तिजनक भाषा प्रयोग की।

बाइडन ने जताई युद्ध विराम की ज़रूरत

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार शाम को कहा कि फलस्तीन में मानवीय जरूरतों की आपूर्ति सुनिश्चित के लिए इजरायल-हमास युद्ध में कुछ देर विराम की आवश्यकता है। बाइडन ने उनके चुनाव प्रचार अभियान के दौरान एक प्रदर्शनकारी द्वारा इजरायल-हमास युद्ध के बीच संघर्ष विराम का आह्वान करने के बाद यह बात कही। यह आह्वान बाइडन और व्हाइट हाउस के शीर्ष सहयोगियों के अब तक रहे रुख से अलग है।

कुछ और सुर्खियां

  • अब डाक विभाग की सेवाओं पर भी देना होगा 18% जीएसटी
  • विश्व कप क्रिकेट के इतिहास में भारत की सबसे बड़ी जीत, श्रीलंका को 302 रन से हराया
  • अवैध बालू खनन में ब्रॉडसंस कंपनी के निदेशक मिथिलेश कुमार सिंह गिरफ्तार
  • जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू, राबड़ी व तेजस्वी समेत 17 को चार्जशीट की कॉपी सौंपी गई
  • फोन हैकिंग अलर्ट पर केंद्र ने एप्पल से जवाब मांगा
  • सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड के जरिए मिले चांदी का ब्योरा मांगा

अनछपी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इंडिया गठबंधन का काम नहीं होने के बारे में की गई टिप्पणी से और कुछ हुआ हो या ना हुआ हो भारतीय जनता पार्टी को विपक्ष पर हमला करने का मौका जरूर मिल गया है। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने तो यह दावा भी कर दिया कि विपक्षी एकता की नीतीश कुमार की मुहिम ध्वस्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री इससे पहले अपने उसे बयान को लेकर चर्चित हुए थे जिसमें उन्होंने राजद कोटे के एक मंत्री को शिक्षक नियुक्ति का क्रेडिट न लेने की बात कही थी। यह बात सबको पता है कि कांग्रेस पार्टी इस समय पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी यह बात कही है लेकिन साथ में उन्होंने इस बात पर निराशा जरुर व्यक्त की के कांग्रेस को इंडिया गठबंधन के लिए समय नहीं मिल पा रहा। चुनावी गठबंधन में सीट शेयरिंग के साथ स्टेज शेयरिंग भी महत्वपूर्ण होती है। कांग्रेस कह सकती है कि अभी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीट शेयरिंग की बात नहीं हो सकती लेकिन स्टेज शेयरिंग की बात से क्या परेशानी थी? यानी जिन राज्यों में चुनाव कांग्रेस पार्टी लड़ रही है वहां इंडिया गठबंधन के दूसरे नेताओं को चुनावी सभा में बुलाया जा सकता था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन को असहज करने वाले बयान दे चुके हैं। अखिलेश यादव और नीतीश कुमार दोनों इंडिया गठबंधन के महत्वपूर्ण नेता हैं और उम्मीद की जानी चाहिए कि कांग्रेस पार्टी उनकी बातों पर ध्यान देगी। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन में संयोजक नहीं बनाए जाने को लेकर नाराज हैं और इस कारण उन्होंने ऐसा बयान दिया है। यह भी कहा जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में अपना महत्व जताने के लिए नीतीश कुमार ऐसी बातें कर रहे हैं। एक सीनियर लीडर होने के नाते नीतीश कुमार की अपेक्षाएं हो सकती हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वह इंडिया गठबंधन को बीच में छोड़कर कहीं और जाने वाले हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान के जवाब में कांग्रेस पार्टी ने बहुत सधी प्रतिक्रिया दी है और उम्मीद की जाती है कि 3 दिसंबर को विधानसभा चुनावों का रिजल्ट आने के बाद उसकी ओर से कोई ठोस बात की जाएगी।

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