छ्पी-अनछ्पी: महागठबंधन में पप्पू-बीमा जंग, केजरीवाल मामले में अमेरिका कूदा

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार में महागठबंधन में खींचतान रुकने का नाम नहीं ले रहा है। एक और बीमा भारती को पूर्णिया से आरजेडी का सिंबल मिल गया है तो दूसरी और पप्पू यादव भी वहां से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने को अड़े हुए हैं। हिरासत से मुख्यमंत्री का काम देख रहे अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाई कोर्ट से अपनी गिरफ्तारी के मामले में अंतरिम राहत नहीं मिली है। इस मामले में अमेरिका ने भी बयान जारी किया है। दानापुर से मुंबई जा रही होली स्पेशल ट्रेन की एक बोगी में आग लग गई हालांकि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। आज के अखबारों की यह अहम खबरें हैं।

भास्कर की सुर्खी है: इंडिया गठबंधन टूट की हद तक पहुंचा, बढ़ी राजद-कांग्रेस तकरार। प्रभात खबर की पहली सुर्खी है: महागठबंधन में रार जारी, पूर्णिया से बीमा को राजद ने टिकट दिया, पप्पू भी अड़े। जागरण की पहली सुर्खी है: राजद-कांग्रेस के बीच पूर्णिया और औरंगाबाद सीट को लेकर अवरोध। हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: बिहार में खींचतान जारी, महाराष्ट्र में मतभेद बढ़े। बिहार में सीट बंटवारे पर राजद और कांग्रेस में रार जारी है। राजद गठबंधन में कांग्रेस को आठ सीट देने के लिए तैयार है। एक और सीट पर बातचीत चल रही है, पर पूर्णिया और औरंगाबाद सीट को लेकर दोनों पार्टियों के बीच सहमति नहीं बन पाई है। वहीं, राजद में आईं विधायक बीमा भारती के बुधवार को पूर्णिया सीट से नामांकन की घोषणा से तकरार फिर बढ़ गई है। कांग्रेस में हाल ही में शामिल हुए पप्पू यादव ने भी ऐलान कर दिया है कि दुनिया छोड़ देंगे पर पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे।

महाराष्ट्र में भी अनबन

महाराष्ट्र में अभी तक विपक्षी गठबंधन के दलों के बीच सीट बंटवारे पर पूर्ण सहमति नहीं बन पाई है। बुधवार को शिवसेना उद्धव गुट ने 17 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी। इसमें उन सीटों पर भी प्रत्याशी उतारे गए हैं, जिनकी मांग कांग्रेस कर रही थी। कांग्रेस ने इस पर ऐतराज जताया है। सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने भी नाराजगी जाहिर की है।

केजरीवाल को हाई कोर्ट से राहत नहीं

जागरण की दूसरी सबसे बड़ी सुर्खी है: केजरीवाल को दिल्ली हाई कोर्ट से नहीं मिली राहत। गिरफ्तारी और रिमांड के विरोध में दिल्ली हाईकोर्ट में दायर याचिका पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बुधवार को कोई राहत नहीं मिली। गिरफ्तारी के मामले पर हस्तक्षेप करने से अदालत ने इनकार कर दिया। 6 दिन की ईडी रिमांड पूरी होने पर अब गुरुवार को ही राउज़ एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा जहां से अदालत गुरुवार को ही उन्हें ईडी रिमांड पर या फिर न्यायिक हिरासत में भेज सकती है। हाई कोर्ट ने इस मामले में 2 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने को कहा है।

इस बीच दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने कहा है कि जेल से सरकार नहीं चलेगी। उधर केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल आज कोर्ट में घोटाले की सच्चाई उजागर करेंगे।

अमेरिका की दखलंदाजी

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता की टिप्पणी पर भारत ने अमेरिकी राजनयिक को बुधवार को तलब कर विरोध दर्ज कराया। भारत ने दो टूक कहा कि कुछ कानूनी कार्यवाहियों के बारे में अमेरिका की टिप्पणियों पर भारत को कड़ी आपत्ति है। यह आंतरिक मामलों में दखल देने जैसा है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा था कि हम केजरीवाल की गिरफ्तारी की रिपोर्ट पर नजर बनाए हुए हैं, वाशिंगटन केजरीवाल के लिए निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध कानूनी प्रक्रिया के लिए प्रोत्साहित करता है। भारत का मानना है कि अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता का यह बयान भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने जैसा है।

एसी बोगी में आग लगी

हिन्दुस्तान के अनुसार दानापुर रेल मंडल के आरा-बक्सर रेलखंड पर कारीसाथ और बिहिया स्टेशनों के बीच होली की आधी रात को बड़ा रेल हादसा होते होते बच गया। मंगलवार की देर रात अप 01410 होली स्पेशल (दानापुर-लोकमान्य तिलक) यात्रियों के साथ पटरी पर दौड़ रही थी कि इसी बीच ट्रेन की एक एसी बोगी में आग लग गई। एसी बोगी धू-धू कर जल गई। राहत की बात यह है कि जिस कोच में आग लगी उसमें कोई यात्री सवार नहीं था, इस वजह से कोई हताहत नहीं हुआ। हादसे की वजह से पटना- डीडीयू रेलखंड पर अप और डाउन में ट्रेनों का आवागमन पांच घंटे तक ठप रहा।

शिक्षा विभाग की बैठक

प्रभात खबर की खबर है: शिक्षा विभाग: आज और कल की बैठक में भाग लेंगे सभी कुलपति व पदाधिकारी। 28 और 29 मार्च को शिक्षा मंत्री सुनील कुमार की अध्यक्षता में उन्मुखीकरण कार्यक्रम सह बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में शिक्षा विभाग के सभी शीर्ष अफ़सर और विश्वविद्यालयों के कुलपति समेत सभी पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। इस बार खास बात यह है कि राजभवन ने इस बैठक में शामिल होने के लिए पारंपरिक विश्वविद्यालयों के सभी पदाधिकारियों को अनुमति दे दी है। इससे पहले शिक्षा विभाग की तरफ से बुलाई गई लगातार तीन बैठकों में कुलपतियों ने राज्यपाल के मार्गदर्शन के बाद बैठक में हिस्सा नहीं लिया था।

पाकिस्तान के जजों का आईएसआई पर आरोप

भास्कर की सुर्खी है: जजों के परिजनों को अगवा कर और डरा धमकाकर फैसला कर रही आईएसआई। पाकिस्तान के न्याय तंत्र को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस्लामाबाद हाई कोर्ट के आठ में से 6 जजों ने सुप्रीम ज्यूडिशियल काउंसिल को एक पत्र लिखकर कहा है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई कोर्ट के कामकाज में दखल दे रही है। जजों के परिजनों को अगवा कर और डरा धमका कर आईएसआई फैसले करा रही है। इस मुद्दे पर विपक्ष और बार काउंसिल के द्वारा जांच की मांग के बाद पाक के चीफ जस्टिस कई फ़ाइज़ ईसा के नेतृत्व वाली सुप्रीम कोर्ट की फुल बेंच की बैठक हुई है।

कुछ और सुर्खियां

  • चिराग पासवान ने जमुई से अपने बहनोई अरुण भारती को टिकट दिया
  • बिहार में पहले चरण की चार सीटों पर नामांकन आज तक
  • किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर व बांका सीटों के लिए आज से नामांकन
  • आम आदमी पार्टी के इकलौते सांसद सुशील कुमार रिंकू भारतीय जनता पार्टी में शामिल, रिंकू जालंधर से चुने गए थे
  • केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन की बेटी वीणा विजयन पर ईडी का केस
  • 30 और 31 मार्च को होने वाली डीएलएड की परीक्षा स्थगित
  • कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत और भाजपा के दिलीप घोष को चुनाव आयोग का नोटिस

अनछपी: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक दिलचस्प बयान दिया है हालांकि अखबारों में इसकी कवरेज नहीं है। उनका कहना है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला इसलिए किया क्योंकि चुनाव में जिस तरीके से पैसे खर्च किए जाते हैं उस हिसाब से उनके पास पैसा नहीं है। उन्होंने बताया कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनसे लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछा था। उन्हें आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु की सीट से चुनाव लड़ने की पेशकश की गई थी लेकिन 8-10 दिनों तक इस बारे में सोचने के बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। उन्हें इस बात को लेकर भी दिक्कत है कि चुनाव में जाति और धर्म जैसी चीजों को जीत तय करने का आधार बनाया जाता है। निर्मला सीतारमण की इस बात से शायद ही कोई असहमति जता सकता है कि आज चुनाव लड़ने के लिए जितने पैसों की जरूरत है वह आम आदमी के बस के बाहर है। जिस भारतीय जनता पार्टी की सरकार में वे वित्त मंत्री हैं, उस पार्टी के लोकसभा उम्मीदवारों के पास आखिर कितने पैसे होंगे? जाहिर है यह मामला सिर्फ भारतीय जनता पार्टी का नहीं है लेकिन क्योंकि वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मंत्री हैं, इसलिए उन्हें इस बात पर भी विचार करना चाहिए कि आखिर भाजपा क् उम्मीदवारों के पास इतने पैसे कैसे हैं और उनके पास क्यों नहीं हैं? भारतीय जनता पार्टी अपने को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है और चुनाव लड़ने के लिए सबसे अधिक चंदा भी उसे ही मिलता है। चंदे के उस पैसे का इस्तेमाल चुनाव लड़ने में भी होता ही होगा। तो क्या निर्मला सीतारमण पार्टी से मिलने वाले चंदे के अलावा भी चुनावी खर्च की बात कर रही हैं? निर्मला सीतारमण ने भारतीय जनता पार्टी में रहते हुए भी एक ऐसी बात कही है जो भारत में चुनाव के बारे में एक गंभीर सवाल पैदा करती है। राजनीति में धर्म के इस्तेमाल का सबसे बड़ा आरोप भारतीय जनता पार्टी पर लगता है और निर्मला सीतारमण भी मानती है कि चुनाव में इसका इस्तेमाल किया जाता है। हैरत की बात यह है कि चुनाव में पैसे और धर्म के इस्तेमाल पर इस स्पष्ट राय के बावजूद जेएनयू से शिक्षा प्राप्त करने वाली निर्मला सीतारमण कैसे भारतीय जनता पार्टी के साथ राजनीति करने में खुद को सहज पाती हैं।

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