छ्पी-अनछ्पी: छठ घाट से लौट रहे एक ही परिवार के लोगों पर फायरिंग में दो की मौत, ग़ज़ा बचाने में जुटे इस्लामी देश
छ्पी-अनछ्पी: छठ घाट से लौट रहे एक ही परिवार के लोगों पर फायरिंग में दो की मौत, ग़ज़ा बचाने में जुटे इस्लामी देशबिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। लखीसराय में छठ घाट से लौट रहे एक ही परिवार के लोगों पर फायरिंग में दो लोगों की मौत की खबर प्रमुखता से छ्पी है। कुछ अखबारों ने गोली चलाने वाले को प्रेमी जबकि कुछ ने उसे पति बताया है। ग़ज़ा में इसराइली हमले को बंद करने को लेकर मुस्लिम देशों के प्रतिनिधियों ने चीन में बैठक की है। इस खबर को हिन्दुस्तान ने अहमियत दी है।
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: प्रेमिका समेत उसके परिवार के छह को भूना, दो की मौत। प्रभात खबर की सबसे बड़ी सुर्खी भी यही है: छठ घाट से लौट रही प्रेमिका व परिजनों पर अंधाधुंध फायरिंग। लखीसराय के कवैया थाना क्षेत्र के पंजाबी मोहल्ला वार्ड 15 में एक सनकी आशिक ने अपनी प्रेमिका व उसके परिजनों पर सोमवार की सुबह अंधाधुंध गोली चला दी। इसमें दो सगे भाइयों की मौत हो गई। प्रेमिका व तीन अन्य संबंधियों की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना उस समय हुई जब छठ घाट से पूरा परिवार अपने घर लौट रहा था। घटना का कारण पंजाबी मोहल्ला निवासी आशीष चौधरी उर्फ छोटू व दुर्गा के बीच पिछले तीन साल से प्यार मोहब्बत बताया जा रहा है। सोमवार को सुबह 7:30 बजे शशिभूषण झा के बेटे राजनंदन झा चंदन व कुंदन झा, बेटी दुर्गा कुमारी उर्फ दुर्गा झा, राजनंदन की पत्नी लवली झा व कुंदन की पत्नी प्रीति कुमार पर उसी मोहल्ले के दुर्गा चौधरी के पुत्र आशीष चौधरी उर्फ छोटू ने फायरिंग कर दी। इससे राजनंदन व चंदन की मौत हो गई। एसपी पंकज कुमार ने बताया कि आशीष के साथ दुर्गा कुमारी के चोरी छुपे शादी हो चुकी थी। इसके बाद दुर्गा कुमारी का दूसरे से संबंध होने की बात सामने आ रही है जिससे नाराज होकर आशीष उर्फ छोटू ने गोलीबारी कर इस घटना को अंजाम दिया है।
ग़ज़ा के लिए मुस्लिम देशों के प्रतिनिधि चीन पहुंचे
गजा में जारी संघर्ष का समाधान ढूंढ़ने के लिए दुनियाभर के मुस्लिम देशों के प्रतिनिधि सोमवार को चीन पहुंचे। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने सऊदी अरब, जॉर्डन, मिस्र, फलस्तीन राष्ट्रीय प्राधिकरण, इंडोनेशिया के समकक्षों के साथ-साथ इस्लामिक सहयोग संगठन के प्रमुख का राजधानी बीजिंग में स्वागत किया। वांग यी ने कहा कि उनका देश जितनी जल्दी हो सके गजा में युद्ध को समाप्त करने के लिए अरब और इस्लामी दुनिया में अपने भाइयों और बहनों के साथ काम करेगा। सऊदी अरब, मिस्र, जॉर्डन, फलस्तीनी प्राधिकरण और इंडोनेशिया के मंत्रियों ने विभिन्न देशों की आगामी यात्रा के तहत बीजिंग से दौरे की शुरुआत करने का फैसला किया है।
उर्दू-फारसी शिक्षक भर्ती
जागरण की सबसे बड़ी खबर है: अब उर्दू फारसी शिक्षक भर्ती। अख़बार लिखता है कि बिहार में 17264 पदों पर उर्दू, फारसी और अरबी विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इनमें ज्यादातर नियुक्ति प्रारंभिक विद्यालयों में होगी। फिलहाल 5151 खाली पदों पर बिहार लोक सेवा आयोग से नियुक्ति होगी। इसके अलावा सरकारी विद्यालयों में 12113 पदों की सृजन की आवश्यकता है जिस पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। इस पर सहमति के बाद राज्य मंत्रिमंडल से मंजूरी ली जाएगी।
सुरंग में फंसे मज़दूरों को मामूली राहत
उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए चल रहे अभियान में नौ दिन बाद सोमावर को अच्छी खबर आई। बचाव दल ने छह इंच की पाइप लाइन सफलतापूर्वक तैयार कर ली है। इससे श्रमिकों तक भोजन पहुंचाना आसान हो जाएगा। नए पाइप के जरिए मजदूरों को 24 प्लास्टिक बोतलों में भरकर पहली बार खिचड़ी भेजी गई।
तीन साल से क्या कर रहे थे राज्यपाल…
जागरण की खबर है: राज्यपाल तीन साल से क्या कर रहे थे, मामला कोर्ट क्यों आना चाहिए। राज्यपाल द्वारा विधायकों को मंजूरी नहीं देने और मामला लटकाए रखने पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को फिर सवाल उठाया। अदालत ने नोटिस जारी होने के बाद तमिलनाडु के राज्यपाल के सक्रिय होने पर पीठ ने कहा कि हमारा आदेश 10 नवंबर का था और राज्यपाल ने 13 नवंबर को विधेयकों का निपटारा किया। इसका मतलब है कि कोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाई हुई। विधेयक 2020 से लंबित थे। राज्यपाल तीन साल से क्या कर रहे थे? पीठ ने कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट क्यों आना चाहिए। हालांकि बाद में कोर्ट ने विधानसभा द्वारा 10 विधेयक दोबारा पारित कर मंजूरी के लिए भेजे जाने की बात पर मामले में आगे राज्यपाल के फैसले का इंतजार करने के लिए तमिलनाडु की याचिका पर सुनवाई 1 दिसंबर तक के लिए टाल दी।
बच्चों पर मां-बाप का दबाव
जागरण की खबर है: माता-पिता के दबाव से जान दे रहे हैं बच्चे: सुप्रीम कोर्ट। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि कठिन प्रतिस्पर्धा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बच्चों पर माता-पिता का दबाव देश भर में आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण है। एक याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस संजीव खन्ना और एवीएन भट्टी की पीठ ने असहायता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में न्यायपालिका निर्देश नहीं दे सकती है। याचिका में कोचिंग संस्थानों के नियमन की मांग की गई थी। पीठ में वकील मोहिनी प्रिया से कहा यह आसान चीज नहीं है। इन घटनाओं के पीछे माता-पिता का दबाव है।
क्रिकेट में अब भी भारत का दबदबा
प्रभात खबर की सुर्खी है: क्रिकेट में अब भी भारत का दबदबा, आईसीसी टीम में 11 में से छह भारतीय। 10 में 10 जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम के फाइनल में भले ऑस्ट्रेलिया से हार गई मगर उसका दबदबा अब भी कायम है। आईसीसी ने सोमवार को विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ 11 क्रिकेटरों की घोषणा कर इस पर मुहर लगा दी है। इस सूची में 6 भारतीय खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। कप्तान रोहित शर्मा को बनाया गया है। विश्व कप टूर्नामेंट के दौरान सबसे अधिक 765 रन कोहली ने बनाए। सबसे अधिक 24 विकेट शमी ने झटके।
कुछ और सुर्खियां
● गोपालगंज के तीन गांवों में पांच की मौत; ग्रामीणों ने कहा- शराब से मरे, प्रशासन बोला- सभी बीमार थे
● छठ के दौरान बिहार में डूबने से 18 बच्चों सहित 34 की गई जान
● राम मंदिर में 20 पुजारी पद के लिए आए 3000 आवेदन, 200 इंटरव्यू के लिए बुलाए गए
● आउटसोर्सिंग से कॉलेज व विश्वविद्यालय में रखे जाएंगे कर्मचारी
● पूर्णिया में डॉक्टर की पिटाई के विरोध में बिहार के सभी सरकारी डॉक्टर आज हड़ताल पर रहेंगे
● सहारा के 25163 करोड़ सरकार के खाते में ट्रांसफर हो सकते हैं, योजनाओं में होगा प्रयोग
● अर्जेंटीना के राष्ट्रपति चुनाव में जीते दक्षिण पंथी जेवियर माइले
● ईडी ने कहा- एमवे ने अवैध रूप से 4000 करोड़ रुपए कमाए
अनछपी: लखीसराय में प्रेमिका या पत्नी के परिवार वालों को गोली मारने की घटना समाज के लिए एक गंभीर चुनौती है। इस घटना में मारे जाने वालों की संख्या किसी अखबार में दो तो कहीं तीन बताई गई है। इसी तरह किसी जगह इस संबंध को प्रेमी-प्रेमिका और कहीं पति-पत्नी बताया गया है। एसपी के बयान से ऐसे लगता है कि जिसे प्रेमी-प्रेमिका का बताया जा रहा है उन लोगों ने वास्तव में छिप कर शादी कर ली थी। फिर दोनों अलग रहने लगे। यह अलग रहना ही शायद जी का जंजाल हो गया। छठ के दिन आमतौर पर सब जगह शांति रहती है लेकिन उसी दिन हुई इस हत्या ने यह सवाल पैदा किया है कि आखिर उस युवक को हथियार कहां से मिले और क्या कारण बना कि उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। यह बात तय है कि युवक और युवती के रिश्ते को मान्यता नहीं मिल रही थी और हो सकता है इसमें परिवार का दबाव भी शामिल हो। हत्या करने के आरोपित युवक की गिरफ्तारी और उसके बयान के बाद इस मामले में और जानकारी मिल सकती है। यह मामला तो हत्या तक पहुंच गया लेकिन बच्चों और मां-बाप के रिश्ते में दबाव के कारण आत्महत्या भी होती है। कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले बच्चों पर कामयाबी का दबाव कई बार इतना अधिक होता है कि बच्चे आत्महत्या करने का फैसला कर लेते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कोचिंग संस्थानों के लिए नियम बनाए जाने के बारे में दायर की गई याचिका की सुनवाई करते हुए मां-बाप के दबाव का उल्लेख किया है। मामला पढ़ाई का हो या शादी ब्याह का, मां-बाप की उम्मीद बच्चों से कुछ अलग रहती है। सवाल यह है कि मां-बाप भी किस हद तक बच्चों की इच्छा के अनुसार चलने को राजी हो सकते हैं? यह एक गंभीर सामाजिक मामला है जिस पर सबको मिलकर बैठकर सोचना चाहिए। एक तरफ मां-बाप को यह समझना चाहिए कि बच्चों की इच्छा को पूरी तरह नजरअंदाज करना भी सही नहीं है तो दूसरी तरफ बच्चों को भी यह समझाने की जरूरत है कि वह अपनी इच्छा को पूरी करने में कोई घातक क़दम न उठाएं। ऐसी कोई समस्या आने पर समय रहते रिश्तेदारों की भी जिम्मेदारी होती है कि वह बीच-बचाव कर मामले का सही ढंग से हल निकालें।
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