छ्पी-अनछ्पी: कांग्रेस एमपी के ठिकानों पर मिले 100 करोड़ कैश, मोदी ने चुनाव की तैयारी में जुटने को कहा

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज साहू के कई ठिकानों से अलमारियों में भरे करोड़ों रुपये मिलने की खबर सभी जगह प्रमुखता से ली गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सांसदों से चुनाव की तैयारी में जुटाना को कहा है। इस बयान की भी अच्छी कवरेज है।

कांग्रेस सांसद के यहां मिले कैश के बारे में अलग-अलग अखबारों का अलग-अलग दावा है। भास्कर की सबसे बड़ी सुर्खी है: 200 करोड़ कैश ज़ब्त, गिनती अभी जारी है। जागरण की सुर्खी है: सांसद के यहां मिले 150 करोड़। प्रभात खबर की पहली खबर है: कांग्रेस सांसद धीरज के ठिकानों से 30 अलमारी में नोट भरे मिले। हिन्दुस्तान की लीड है: कांग्रेस सांसद के ठिकानों पर कैश मिला। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के रांची, लोहरदगा और ओडिशा स्थित ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रही। न्यूज एजेंसियों के मुताबिक दबिश के दौरान करीब 100 से 150 करोड़ के बीच नकदी मिली है। आयकर सूत्रों की मानें तो विभाग ने यह राशि धीरज साहू और उनके परिजनों की शराब निर्माता समूह बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के बालांगीर कार्यालय से छापेमारी के दौरान बरामद किए। धीरज साहू के पांच ठिकानों पर बुधवार को आयकर विभाग ने दबिश दी थी। पहले दिन तकरीबन 50 करोड़ नकदी मिलने की सूचना थी। बताया जा रहा है कि गुरुवार देर शाम तक संख्या 100 करोड़ को पार कर गई। सूत्रों के अनुसार गुरुवार रात तक नोटों की गिनती जारी थी। प्रभात खबर के अनुसार नोटों से भारी 30 बड़ी अलमारियां मिली हैं।

चुनाव की तैयारी में जुटें: मोदी

हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: सांसद चुनाव की तैयारी में जुटें: मोदी। जागरण की सबसे बड़ी सुर्खी नरेंद्र मोदी का बयान है: भाजपा जनता की पहली पसंद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भाजपा सांसदों से आह्वान किया कि वे आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जी जान से जुट जाएं। उन्होंने कहा, जनता में विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर जनजागृति पैदा करें और सरकार की योजनाओं खासकर गरीब कल्याण एवं विश्वकर्मा योजना का जमकर प्रचार करें। भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने तीन राज्यों में जीत को कार्यकर्ताओं की सामूहिक जीत बताया। मोदी ने कहा, सरकार चलाने के लिए भाजपा सबसे पसंदीदा पार्टी है। उसका चुनाव जीतने का रिकॉर्ड अन्य दलों से बेहतर है।

मुज़फ़्फ़रपुर में 38 लाख की लूट

जागरण ने पहले पेज पर खबर दी है: मुजफ्फरपुर में फाइनेंस कंपनी से लूट 38 लाख। अपराधियों ने मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र के शाहबाजपुर रोड स्थित भारत फाइनेंशियल इंक्लूजन लिमिटेड के दफ्तर से 38 लख रुपए लूट लिए। घटना बुधवार की देर रात करीब 12:30 बजे की है। उसे समय 6 कर्मी रुपया का मिलान कर रहे थे। दो दिनों के कलेक्शन की राशि कर्मियों को बैंक में जमा करनी थी लेकिन नहीं की गई। इसी दौरान हथियार से लैस दो बदमाश वहां पहुंचे और सभी कर्मियों को कब्जे में ले कर लूटपाट की।

अख्तरुल ईमान को जान मारने की धमकी

हिन्दुस्तान के अनुसार एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष व अमौर विधायक अख्तरुल ईमान को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जान मारने की धमकी दी गई है। ‘एक्स’ पर किए गए विवादित पोस्ट को लेकर गुरुवार को किशनगंज स्थित एआईएमआईएम प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता कर अमौर विधायक अख्तरुल ईमान ने अपनी जान को खतरा बताया है। विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि सोशल मीडिया में ट्विटर पर 6 दिसंबर 2023 को अमर यादव नाम के किसी व्यक्ति ने विवादित पोस्ट कर उन्हें आतंकी संगठनों से जुड़ा बताया व जान मारने की धमकी दी। गौरतलब है इसके पूर्व अमौर विधायक अख्तरुल ईमान का फेसबुक आईडी हैक कर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की गई थी। उन्होंने विवादित पोस्ट को लेकर किशनगंज व पूर्णिया एसपी से आरोपी की पहचान कर उचित कार्रवाई की मांग की।

तेलंगाना में नई सरकार की शपथ

कांग्रेस विधायक दल के नेता रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को तेलंगाना के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। तेलंगाना की राज्यपाल की सौन्दरराजन ने एलबी स्टेडियम में रेवंत, डिप्टी सीएम विक्रमार्क भट्टी और कैबिनेट मंत्री इन उत्तम रेड्डी सहित 11 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। मंत्रिमंडल में दो महिलाएं भी हैं। इस मौके पर सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे। राज्य में कांग्रेस की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 54 साल के रेवंत रेड्डी 2014 में गठित तेलंगाना के दूसरे सीएम बने हैं। शपथ के बाद रेवंत ने मंच पर ही दो फाइलों पर हस्ताक्षर किए। इनमें से एक कांग्रेस की छह चुनावी गारंटी पर अमल की है।

केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफ़े

जागरण की खबर है: अब अर्जुन मुंडा कृषि मंत्री। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर प्रहलाद पटेल और रेणुका सिंह के इस्तीफा स्वीकार कर लिए। इन मंत्रियों ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी। जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा को अब कृषि मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

हमास-इसराइल युद्ध तीसरे महीने में

इसराइल-हमास संघर्ष के गुरुवार को दो महीने पूर्व हो गए। अब युद्ध तीसरे महीने में प्रवेश कर रहा है। उत्तरी ग़जा के अधिकतर हिस्सों को नियंत्रित करने के बाद् इसराइली कार्रवाई इस समय दक्षिणी ग़जा में खान यूनिस और उसके आसपास केंद्रित है। इसराइल ने गुरुवार को हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए टैंकों और लड़ाकू विमान से गोलाबारी जारी रखी। इसराइली हमले में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या 17177 तक पहुंच गई है।

कुछ और सुर्खियां

  • पटना समेत बिहार के हर हिस्से में बारिश, कल से ठंड बढ़ेगी
  • दरभंगा के शोभन में एम्स बनाने का रास्ता साफ
  • अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ दर्ज ठगी के 62 केस की ईओयू ने शुरू की जांच
  • जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट 11 दिसंबर को फैसला सुनाएगी
  • शिक्षक नियुक्ति: पहले दिन 70% अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
  • पटना से अयोध्या होते लखनऊ तक चलेगी वंदे भारत
  • मिजोरम के मुख्यमंत्री पद की आज शपथ लेंगे लालदूहोमा

अनछपी: इनकम टैक्स विभाग के अनुसार कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर इतनी नकद रकम मिली है कि उसे गिनना भी मुश्किल हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि 30 अलमारी में रखे गए रूपों का मूल्य 300 करोड़ रुपए तक हो सकता है। कुछ सूत्रों का कहना है कि इतना अधिक कैश चुनाव वाले राज्यों से लौटा हो सकता है। श्री साहू शराब कारोबार से जुड़े हैं और उनकी अथाह आमदनी इसी की बदौलत हो सकती है। अभी श्री साहू की ओर से इतनी बड़ी संख्या में मिले नोटों के बारे में कोई बयान नहीं आया है। आखिर नगदी रखने की भी कोई सीमा होती होगी और उसका पालन करना जरूरी होता है। इधर भारतीय जनता पार्टी ने उनकी गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी है। इस छापेमारी की शुरुआत ओड़िशा के इनकम टैक्स विभाग ने की थी। श्री साहू के समूह में चार कंपनियां हैं। इनमें से एक कंपनी फ्लाई ऐश ईटों का काम करती है। बाकी तीन कंपनियां शराब के व्यापार से जुड़ी हैं। डिजिटल कारोबार के दौर में इतनी बड़ी संख्या में नोटों को अलमारी में रखना अजीबोगरीब लगता है। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी पर केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हैं लेकिन इस छापेमारी में बरामद रूपों के बाद उनका केस कमजोर होता है। ऐसा नहीं है कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई सारी छापेमारी सही नीयत से की जाती है लेकिन जिस छापेमारी में इतने अधिक कैश की बरामदगी हो उसके बारे में विपक्षी दल क्या कहेंगे? यह बात भी अपनी जगह सही है कि सभी दल पैसे वालों को राज्यसभा भेजते हैं। यह सवाल जरूर हो सकता है की इनकम टैक्स नहीं देने के मामले में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े नेताओं पर छापेमारी क्यों नहीं होती? फिलहाल कांग्रेस पार्टी को इस मामले में कुछ सख्त सवालों का सामना होगा कि वह ऐसे लोगों को राज्यसभा का सदस्य क्यों बनाती है जिनके वित्तीय लेनदेन के बारे में इतनी गड़बड़ी पकड़ी गई है।

 

 

 

 

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