छपी-अनछपी: रिज़र्वेशन पर मोहन आरएसएस प्रमुख के बयान पर भिड़े नेता, मोदी-बाइडन मुलाक़ात आज

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। रिजर्वेशन के बारे में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान तो अखबारों में तवज्जो नहीं पा सका लेकिन इस बयान पर पक्ष विपक्ष के नेता आपस में भिड़ गए हैं। इसकी अच्छी कवरेज है। जी 20 बैठक के लिए भारत आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ आज होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात की खबर भी पहले पेज पर है।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने 6 सितंबर को कहा था कि आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए, जब तक समाज में भेदभाव मौजूद है। उन्होंने कहा कि संघ ‘संविधान में दिए गए आरक्षण का पूरी तरह से समर्थन करता है’। अब राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि अगले लोकसभा चुनाव को नजर में रखकर मोहन भागवत ने संविधान में दिए गए पिछड़े, दलितों और आदिवासियों की आरक्षण का समर्थन किया है। गुरुवार को जारी बयान में श्री तिवारी ने कहा कि इन्हीं मोहन भागवत ने 2015 में आरक्षण पर पुनर्विचार करने की जरूरत बताई थी। इधर भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ मोहन भागवत के आरक्षण से जुड़े बयान से विपक्ष की बेचैनी बढ़ी है।उन्होंने कहा कि समाज में असमानता रहने तक यानी अनिश्चितकाल तक भारत में आरक्षण व्यवस्था जारी रहेगी। संघ भाजपा और हिंदू धर्म के विरुद्ध जगदानंद सिंह का बयान इसी हताशा का परिणाम है।

मोदी-बाइडन मुलाकात आज

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: मोदी-बाइडन मुलाकात आज, जमीन से अंतरिक्ष तक की साझेदारियों पर नजर। जी 20 समिट में अब सिर्फ एक दिन बचा है। रूस और चीन के राष्ट्रीय अध्यक्षों की गैर मौजूदगी में दुनिया भर की नजरे अमेरिका और भारत पर टिकी हैं। ऐसे में 8 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की द्विपक्षीय वार्ता बेहद अहम मानी जा रही है। इसमें अमेरिका यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत की ओर से अमन का बड़ा संदेश दिलवाने को उत्सुक है। वहीं भारत चाहता है कि चीन के मामले में अमेरिका एक कठोर संदेश बीजिंग तक पहुंचाएं। वार्ता में जनरल एटॉमिक्स कंपनी के प्रेडेटर ड्रोन खरीदने पर बात आगे बढ़ाने के भी संकेत हैं।

सनातन धर्म पर बयान से बवाल

जागरण की खबर है: अब ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना कुष्ठ एचआईवी से की। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के उप महासचिव एवं लोकसभा सदस्य ए. राजा ने सनातन धर्म की तुलना कुष्ठ रोग और एचआईवी जैसी बीमारियों से की है। यूपीए सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे राजा ने कहा कि तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी मामूली थी। उन्होंने केवल यह कहा था कि सनातन धर्म को डेंगू और मलेरिया की तरह खत्म किया जाना चाहिए, जिसमें कोई सामाजिक कलंक नहीं है। यदि आप मुझसे पूछेंगे तो मैं कड़ी टिप्पणी करूंगा।

टीका तिलक पर भी घमासान

जागरण के अनुसार राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि तिलक टीका लगाने वाले सारे लोगों को देशद्रोही बताने वाले जगदानंद सिंह को हिंदुओं से क्षमा मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका यह अनर्गल कथन भूरा बाल साफ करो वाले लालू प्रसाद के बयान की याद ताजा कराता है और साबित करता है कि ए टू जेड की पार्टी होने का तेजस्वी यादव का दावा बिल्कुल झूठ है।

महिला तलाक़ मांगे तो…

जागरण की खबर है: महिला तलाक मांगे तो अदालतें व्यापक रुख़ अपनाएं: सुप्रीम कोर्ट। सुप्रीम कोर्ट ने एक महिला को तलाक की डिक्री मंजूर करते हुए कहा कि किसी एक मामले में एक महिला के लिए जो क्रूरता हो सकती है संभवतः वह एक पुरुष के लिए नहीं हो। इसलिए जब कभी पत्नी तलाक की मांग करती है तो एक अदालत को अपेक्षाकृत ज्यादा लचीले और व्यापक रूप से मामले को देखना चाहिए। जस्टिस संजीव खन्ना और म सुंदरेष की खंडपीठ ने कहा कि हिंदू विवाह अधिनियम 1955 की धारा 131 और 131 ए के तहत क्रूरता का कोई निश्चित अर्थ नहीं दिया गया है। इसलिए अदालत को अपनी स्वतंत्रता और संदर्भित तथ्यों का उपयोग करना चाहिए।

सरकार ने मांगे थे तीन लाख करोड़

जागरण की खबर है: 2018 में सरकार ने आरबीआई से मांगे थे तीन लाख करोड़। वर्ष 2018 में सरकार में बैठे कुछ लोगों ने चुनाव से पहले लोक लुभावना खर्चों के लिए केंद्रीय बैंक से दो से तीन लाख करोड रुपए हासिल करने के लिए उस पर धावा बोलने की कोशिश की थी जिसका पुरजोर विरोध किया गया था। यह दावा आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने अपनी किताब में किया है। उन्होंने कहा कि 2019 के आम चुनाव से पहले सरकार अपने लोक लुभावना खर्चों की भरपाई के लिए केंद्रीय बैंक से यह बड़ी रकम हासिल करने की कोशिश में थी लेकिन आरबीआई इसके पक्ष में नहीं था। इसकी वजह से सरकार के साथ उसके मतभेद बढ़ गए थे।

कुछ और सुर्खियां

  • आज रात से शनिवार सुबह तक पूरी तरह बंद रहेगा राजेंद्र पुल
  • चीन में आईफोन पर बैन बढ़ाने से एप्पल को शेयर मार्केट में 200 अरब का झटका
  • छठ दिवाली में दिल्ली से पटना का हवाई किराया 24000
  • बिहार की छोटी औद्योगिक इकाइयां देश में सर्वश्रेष्ठ घोषित
  • बिहार में पुराने वाहनों की खरीद बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
  • पूर्वी चंपारण में लूट के दौरान एसपी के जवान की गोली मारकर हत्या
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया जी धाम में आज धर्मशाला के आधारशिला रखेंगे

अनछपी: भारतीय राजनीति में इस समय सनातन धर्म को लेकर तरह-तरह के बयान देने पर भारी घमासान मचा हुआ है। विश्लेषक कहते हैं कि तमिलनाडु में द्रविड़ राजनीति के लिए यह कोई नई बात नहीं है। द्रविड़ राजनीति में हिंदू धर्म में पाए जाने वाले ऊंच-नीच के भेदभाव को हमेशा से निशाना बनाया गया है जिसके लिए प्रसिद्ध समाज सुधारक पेरियार का भी नाम लिया जाता है। अब तो राजद के बिहार प्रमुख जगदानंद सिंह का यह बयान भी विवादित हो चुका है जिसमें उन्होंने कहा था कि टीका लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया था। सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि भारत गुलाम किसके समय में हुआ? उस वक्त कर्पूरी ठाकुर, राम मनोहर लोहिया या फिर लालू प्रसाद थे क्या? इधर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण का समर्थन कर राजनीति को एक नया मोड़ दिया है। इससे पहले 2015 में वह आरक्षण पर पुनर्विचार की बात कह कर चर्चा में आए थे जिसका राजनीतिक लाभ उसे वक्त राजद और जदयू ने लिया था। इस तरह के बयानों को राजनीतिक लाभ हानि के लिहाज से ही देखा जाना चाहिए। डीएमके के नेता आज भले जो बयान दे रहे हो लेकिन उनकी पार्टी भी अटल बिहारी वाजपेई की सरकार के समय भाजपा के साथ थी। इसी तरह मोहन भागवत का दिया गया बयान भी है। वह जा रहे हैं कि चुनावी समय में आरक्षण पर गोलबंदी करने की कोशिश की जा रही है। बिहार जैसे राज्य में जातीय गणना भी इस आरक्षण की राजनीति का विस्तार है। आरएसएस आरक्षण पाने वाली जातियों के बीच यह विश्वास पैदा करना चाहता है कि भारतीय जनता पार्टी आरक्षण को ना तो खत्म करने वाली है और ना इसकी विरोधी है। आरक्षण की राजनीति के साथ यह समझना भी जरूरी है कि केंद्र सरकार धीरे-धीरे सरकारी नौकरियां खत्म कर रही है और प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण नहीं मिलता। रिजर्वेशन की राजनीति की बहने ही संघ प्रमुख ने यह माना कि आरक्षण पाने वाली जातियों पर सैकड़ो साल से अत्याचार हुआ है। सनातन धर्म और आरक्षण की इस राजनीति को आने वाले समय में और धार मिल सकती है।

 

 

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