छपी-अनछपी: राहुल बोले- मुस्लिमों से दलितों जैसा व्यवहार, फुलवारी-पीएफआई मामले में फिर छापेमारी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में नफरत बढ़ी है तो उन पर केंद्र सरकार के मंत्री टूट पड़े हैं। इस खबर को सभी ने प्रमुखता दी है। पिछले साल फुलवारी शरीफ में पीएफआई को लेकर हुई छापेमारी का सिलसिला अब तक नहीं थमा है। एनआईए द्वारा बुधवार को कटिहार में छापेमारी की खबर भी पहले पेज पर है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: राहुल ने कहा-घृणा बढ़ी, मंत्री बोले- कीचड़ न उछालें। भास्कर ने राहुल के इस बयान को सुर्खी बनाई है: मुस्लिमों के साथ जो हो रहा 80 के दशक में दलितों के साथ हुआ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयान पर बुधवार को सियासी पारा चढ़ गया। कांग्रेस नेता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कुछ लोग समाज में घृणा फैला रहे हैं। इस पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल, अनुराग ठाकुर, प्रह्लाद जोशी ने पलटवार किया। भाजपा ने कहा, कांग्रेस नेता भारत की छवि खराब करने को कीचड़ न उछालें। कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस यूएसए के मोहब्बत की दुकान कार्यक्रम में राहुल ने भाजपा पर जमकर हमले किए। राहुल ने कहा, मुस्लिमों को लग रहा है कि उन पर ज्यादा हमले हो रहे हैं। लेकिन सिख, दलित, आदिवासी भी यही महसूस कर रहे हैं।

पीएम मोदी को लगता है…

राहुल गांधी के बयान पर जागरण की सुर्खी है: पीएम मोदी को लगता है कि वह भगवान से ज्यादा जानते हैं वह उन्हें समझा सकते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि भारत में ऐसे लोग हैं जो सोचते हैं कि वह भगवान से अधिक जानते हैं और उन्हें समझा सकते हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनमें से एक हैं। अगर आप मोदी जी को भगवान के साथ बैठाएंगे तो वह भगवान को समझा देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है और भगवान भ्रमित हो जाएंगे कि मैंने क्या बना दिया। इस पर लोगों ने ठहाके लगाए। राहल ने कहा कि उन्हें लगता है कि इतिहासकारों को इतिहास, विज्ञानियों को विज्ञान, सेना को युद्ध और वायुसेना को उड़ने के बारे में समझा सकते हैं। मुद्दे की बात यह है कि वह सुनने को तैयार नहीं है। राहुल ने कहा कि अगर विपक्ष सही तरह से गठबंधन करें तो भाजपा को हराया जा सकता है, कांग्रेस इसके लिए काम कर रही है।

एनआईए की कार्रवाई

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: कटिहार में एनआईए छापा; PFI के महबूब के यहां कई दस्तावेज बरामद। जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है; फुलवारी शरीफ मामले में 3 राज्यों के 25 ठिकानों पर एनआईए छापे। कथित फुलवारीशरीफ मॉडल मामले में एनआईए ने बुधवार को प्रतिबंधित पीएफ़आई कनेक्शन में बिहार, कर्नाटक और केरल में छापेमारी की है। प्रतिबंधित पीएफ़आई से कथित संबंध के आरोप में एनआईए ने कटिहार के हसनगंज थाना क्षेत्र में मुजफ्फर टोला में महबूब आलम के ठिकानों पर छापेमारी की और कई दस्तावेज बरामद किए। पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष महबूब आलम नदवी के भाई मोहम्मद जावेद को टीम ने हिरासत में लेकर हसनगंज थाना में पूछताछ की करीब 30 मिनट के पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। सूत्रों के अनुसार एनआईए की तीन राज्यों में छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन हार्ड डिस्क सिम कार्ड पेनड्राइव और डाटा कार्ड के अलावा 1750100 रुपए भी बरामद किए गए हैं।

टॉपर्स को मुफ्त कोचिंग

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: टॉपर्स को मेडिकल इंजीनियरिंग की निशुल्क तैयारी कराएगा बिहार बोर्ड। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति मैट्रिक टॉपर्स को मेडिकल और इंजीनियरिंग की निशुल्क तैयारी कराएगा। परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि टॉपर विद्यार्थियों को जेईई मेन व एडवांस और ‘नीट’ की तैयारी कराई जाएगी। इसके लिए जून के पहले सप्ताह में आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परीक्षा समिति के टॉपर विद्यार्थियों के मार्गदर्शन और विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराने का निर्देश दिया था।

सबसे बड़ा अन्न भंडार

हिन्दुस्तान की खबर है: भारत में सबसे बड़ा अन्न भंडार बनेगा। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा अनाज भंडार बनेगा। केंद्र सरकार ने बुधवार को सहकारी क्षेत्र में खाद्यान्न भंडारण क्षमता 700 लाख टन बढ़ाने के लिए एक लाख करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंत्रिमंडल की बैठक में किए गए फैसले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश में अनाज भंडारण क्षमता फिलहाल 1,450 लाख टन है। अगले पांच साल में भंडारण क्षमता बढ़ाकर 2,150 लाख टन की जाएगी।

मणिपुर में जारी हिंसा

भास्कर की खबर है: मणिपुर में रात भर संघर्ष, स्नाइपर राइफल से सुरक्षाबलों पर उपद्रवी कर रहे हमले। मणिपुर में जातीय हिंसा लगातार जारी है। मंगलवार की रात कांगपोकपी जिले की सीमा पर लीटर पप्पी गांव में सुरक्षाबलों पर उपद्रवी समूह ने कई हमले किए। जवाबी कार्रवाई में कई उपद्रवियों के मारे जाने की सूचना है। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि उपद्रवियों ने हमले में स्नाइपर राइफलों का भी इस्तेमाल किया। हमला तब हुआ जब सुरक्षा बलों का एक संयुक्त दल मंगलवार की रात यहां पहुंचा ही था। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को म्यांमार सीमा से लगे जिले टेंगनोउपाल के मोरे कस्बे का दौरा किया और वहां उन्होंने कुकी नागरिक संगठनों के नेताओं से बात की।

कुछ और सुर्खियां

  • लंबे समय से गायब पटना कमिश्नरी के 62 डाक्टरों को नोटिस, बर्खास्तगी संभव
  • बिहार के 17 जिलों में अब तालाब डैम के पानी की होगी पेयजल के रूप के सप्लाई
  • बिना एफआईआर व स्टेशन डायरी के 4 घंटे तक हाजत में रखा, बिहटा थानेदार प्रमोद कुमार सस्पेंड
  • एक जैसे रंग में नजर आएंगे राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल
  • झटका: मुजफ्फरपुर छपरा नई रेल लाइन परियोजना स्थगित
  • श्रृंगार गौरी पूजा मामला: ज्ञानवापी मस्जिद कमेटी की याचिका इलाहाबाद हाई कोर्ट से खारिज

अनछपी: जो बात राहुल गांधी ने अमेरिका जाकर कही है वह भारत में पहले से कही जा रही है। ये और बात है कि केंद्र की सत्ता चला रही भारतीय जनता पार्टी भारत में भी कही गई उन बातों को नहीं मानती थी और अमेरिका में एक सवाल के जवाब में कही गई राहुल गांधी की बात को भी नहीं मानती और उनका मजाक उड़ाती है। साथ ही उनकी बातों को देश पर कीचड़ उछालने के बराबर बताने की कोशिश करती है। राहुल गांधी कोई बात कहें और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी चुप रहे ऐसा नहीं हो सकता। इसलिए उन्होंने कोरोना के टीका और सर्जिकल स्ट्राइक के मामले में राहुल गांधी पर तंज कस दिया। इसी तरह केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेता पहले भी विदेशी धरती पर ऐसे बयान दे चुके हैं जिससे देश की गरिमा को ठेस लगती है। सवाल यह है कि जब देश में ऐसी बातें होंगी जो देश की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली है तो उनके कहने या ना कहने से देश की गरिमा कैसे बनेगी? केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी कहा कि विदेश की धरती पर इस तरह की टिप्पणी करना देश हित में नहीं है। देश की धरती पर कहीं जाए या विदेश की धरती पर देखना यह चाहिए कि जो बात कही जा रही है उसमें सच्चाई है या नहीं। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में बयान दिया और साथ ही भारत में मुसलमानों की बुरी स्थिति पर टिप्पणी की। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि मुसलमानों को लग रहा है कि उन पर ज्यादा हमले हो रहे हैं लेकिन यह बात भी सही है कि सिख, दलित और आदिवासी भी यही महसूस कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्रियों की टीम ने राहुल गांधी पर हमले तो किए हैं लेकिन क्या वह उन आंकड़ों को झुठला सकते हैं जो मुसलमानों और दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों के विरुद्ध हिंसा के बारे में हैं? देश की तल्ख सच्चाई के बारे में विदेश में बात करने से भारतीय जनता पार्टी क्यों तिलमिला जाती है जबकि विदेश में मिले तारीफ के पुल से वह फूले नहीं समाती है। इसकी वजह यह है कि यह सब कुछ उस के शासनकाल में हो रहा है और इससे उसके शासन की बदनामी होती है लेकिन अपने शासन की बदनामी को भारत की बदनामी बताकर वह लोगों को गुमराह करना चाहती है।

 1,267 total views

Share Now

Leave a Reply