छ्पी-अनछपी: मोदी ने माना- संसद की घटना चिंताजनक, वायु प्रदूषण में बेगूसराय टॉप पर

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। तेरह दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार बयान दिया है जिसकी खबर जागरण ने अपने इंटरव्यू में छापी है। वायु प्रदूषण के बारे में वैसे तो दिल्ली की सबसे ज्यादा चर्चा होती है लेकिन बिहार में बेगूसराय की हवा भी लगातार खराब चल रही है। इसकी खबर भी अहम है। बरमेश्वर मुखिया हत्याकांड में पूर्व एमएलसी हुलास पांडे समेत 8 पर चार्जशीट होने की खबर को हिन्दुस्तान ने प्रमुखता दी है।

जागरण की दूसरी सबसे बड़ी सुर्खी है: संसद की घटना चिंताजनक: मोदी। अखबार ने यह नहीं बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत कब, कहां और किस तरह हुई। अख़बार लिखता है कि आतंकी हमले की बरसी के दिन संसद में फिर से हुई सुरक्षा चूक को लेकर बहस गर्म है। इस घटना के बाद पहली बार दैनिक जागरण से बातचीत में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मानते हैं कि यह घटना बहुत ही दुखद और चिंताजनक है। उनका कहना है कि इसे लेकर वाद-विवाद या प्रतिरोध करने की बजाय इसकी गहराई में जाना जरूरी है ताकि समाधान का रास्ता ढूंढा जाए। साथ ही वह उन लोगों को चेताते हैं जो सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बात करते हैं।

प्रदूषण में बेगूसराय टॉप पर

भास्कर की सुर्खी है: बिहार के कई जिलों में तेजी से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। शनिवार को पटना, छपरा, भागलपुर, बेगूसराय सहित राज्य के 9 जिलों की हवा काफी प्रदूषित हो गई। इतना ही नहीं वायु प्रदूषण के मामले में देश में टॉप पर बेगूसराय और पूर्णिया है। यहां एक्यूआई लेवल 400 से अधिक दर्ज किया गया है। वायु प्रदूषण विशेषज्ञ की मानें तो बेगूसराय और पूर्णिया में फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं से हवा अधिक प्रदूषित हो रही है। शनिवार को पटना में एक्यूआई लेवल 331 रिकॉर्ड किया गया।

बरमेश्वर मुखिया मर्डर केस

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है; बरमेश्वर मुखिया की हत्या में हुलास समेत 8 पर चार्टशीट। बहुचर्चित बरमेश्वर मुखिया हत्याकांड मामले में सीबीआई ने पूरक चार्जशीट आरा के जिला एवं सत्र न्यायालय में दायर की है। सेशन जज-3 के कोर्ट में दायर चार्जशीट में पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय समेत आठ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इनमें अभय पांडेय, नंद गोपाल पांडेय उर्फ फौजी, रीतेश कुमार उर्फ मोनू, अमितेश कुमार पांडेय उर्फ गुड्डू पांडे, प्रिंस पांडेय, बालेश्वर पांडेय और मनोज राय उर्फ मनोज पांडेय शामिल हैं। सीबीआई के स्तर से दायर इस चार्जशीट में कहा गया है कि हुलास पांडेय ने सात अन्य आरोपितों के साथ मिलकर बरमेश्वर नाथ सिंह उर्फ बरमेश्वर मुखिया की हत्या का षडयंत्र रचा था। ध्यान रहे की 1 जून 2012 की सुबह में आरा के कतिरा मोड़ पर बरमेश्वर मुखिया की हत्या कर दी गई थी।

पीएमसीएच का काम

प्रभात खबर की सबसे बड़ी सुर्खी है: पीएमसीएच फर्स्ट फ़ेज फरवरी तक पूरा करने का सीएम ने दिया निर्देश। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पहले फेज़ का निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया है। शनिवार को पीएमसीएच के निर्माण कार्य का जायज़ा लेने के बाद उन्होंने कहा कि पहले फेज़ के निर्माण कार्य पूरा हो जाने के तत्काल बाद दूसरे और तीसरे फेज़ के निर्माण कार्य आरंभ करें और उसे पूरा करें। पीएमसीएच में चिकित्सक, कर्मी व छात्र-छात्राओं सबको आवास सुविधा मिलेगी। पीएमसीएच के पुनर्विकास कार्य के निरीक्षण के बाद बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह जानकारी दी।

22 हज़ार शिक्षकों का मामला

जागरण की पहली सुर्खी है: सरकार 22 हज़ार शिक्षकों की नौकरी बचाने को करेगी अपील। पटना उच्च न्यायालय द्वारा राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में पहली से पांचवीं कक्षा के शिक्षक पद पर अयोग्य करार दिए गए तकरीबन 22 हज़ार बीएड योग्यताधारी नियोजित अध्यापकों के लिए राहत देने वाली जानकारी है। शिक्षकों के पक्ष में बिहार सरकार पूरे मामले को लेकर जल्द ही सर्वोच्च न्यायालय में अपील में जाएगी। शिक्षा विभाग ने उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए न्यायादेश पर विधि विशेषज्ञों से गहन विमर्श किया है।

टोपोलैंड पर कंस्ट्रक्शन का काम होगा

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: 14 शहरों में असर्वेक्षित भूमि पर निर्माण से रोक हटाएगी सरकार। बिहार में असर्वेक्षित भूमि या टोपोलैंड वाले शहरों में जमीन की खरीद बिक्री का काम तो चल रहा है लेकिन वहां किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है। ऐसा इसलिए है कि स्थानीय नगर निगम किसी निर्माण के लिए लोगों का नक्शा ही पास नहीं कर रहा है। ऐसे में राज्य के 14 शहरों में मकान समेत व्यावसायिक परिसर, अपार्टमेंट व मॉल का निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप है। नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल का कहना है कि लोगों की दिक्कत को देखते हुए जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा।

कुछ और सुर्खियां

  • बिहटा में ही बनेगा नया एयरपोर्ट, तीन माह में 8.44 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण
  • दारोगा बहाली परीक्षा आज, एआई से होगी निगरानी
  • बीपीएससी की 69 वीं मुख्य परीक्षा तीन से 6 जनवरी तक
  • मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमान जीतू पटवारी को मिली
  • संसद सुरक्षा में चूक के पीछे बेरोजगारी और महंगाई: राहुल
  • 2024 की जनगणना के बाद लागू होगा महिला आरक्षण बिल: सीतारमण

अनछपी: हवा के प्रदूषण के बारे में ज्यादा चर्चा दिल्ली की होती है लेकिन बिहार के दो शहरों बेगूसराय और पूर्णिया में वायु प्रदूषण की खबरें लगातार आती रहती हैं हालांकि इस पर कोई तवज्जो नहीं दी जाती है। दिल्ली के वायु प्रदूषण पर तो संसद से सुप्रीम कोर्ट तक में चर्चा होती है लेकिन बिहार के मामले में यह चर्चा अखबार की सुर्ख़ियों से आगे नहीं बढ़ पाती। बेगूसराय और पूर्णिया के साथ-साथ पटना की हवा भी खराब रहती है लेकिन आज की खबर में बेगूसराय और पूर्णिया की हवा को सबसे ज्यादा खराब बताया गया है। बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बीच-बीच में जुर्माना वगैरा लगाकर कुछ करने की कोशिश करते हुए दिखता है लेकिन शायद उसका ध्यान इन शहरों पर नहीं है जहां सबसे अधिक हवा खराब है। बताया जाता है कि बेगूसराय और पूर्णिया में फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं से हवा अधिक प्रदूषित हो रही है। बिहार में एक तरफ कल कारखाने की कमी है तो दूसरी तरफ ऐसे छोटे शहरों से प्रदूषण की खबर आ रही है और उसके लिए फैक्ट्री को जिम्मेदार बताया जा रहा है। इसका मतलब है की फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं पर प्रदूषण के नियम का पालन बहुत कम हो रहा है। प्रदूषण का एक कारण ईंट भट्टा भी बताया जाता है हालांकि इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी जाती है। दिल्ली में वायु प्रदूषण की एक बड़ी वजह पंजाब और हरियाणा में खेतों में जलाई जा रही पराली को बताया जाता है। बिहार में पराली या पुआल जलाने की समस्या की बहुत चर्चा नहीं होती है इसलिए बिहार प्रदूषण बोर्ड को यह बताना चाहिए कि आखिर बेगूसराय और पूर्णिया में क्या कारण है जो कि उन्हें प्रदूषण में टॉप पर रखता है। बिहार में प्रदूषण पर चर्चा अधिक इसलिए भी नहीं होती क्योंकि लोगों को इससे होने वाले नुकसान की चिंता ज्यादा नहीं है। वायु प्रदूषण से होने वाले गंभीर बीमारियों पर बिहार फिलहाल बेफिक्र नजर आता है जोकि काफी खतरनाक बात है। ऐसे में जरूरी है कि सरकार और समाज दोनों बिहार में वायु प्रदूषण पर ध्यान दे।

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