छ्पी-अनछपी: तेजस्वी बोले- राजद व जदयू साथ-साथ, सीमांचल के ज़िलों में सबसे अधिक गरीबी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए में जाने की अफवाहों के बीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने उनसे मुलाकात की है। मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद और जेडीयू साथ-साथ हैं। सीमांचल के जिले में सबसे अधिक गरीबी रहने की बात एक बार फिर सामने आई है। आज के लिए यह दो महत्वपूर्ण खबरें हैं लेकिन अखबारों में राम मंदिर उद्घाटन समारोह की खबरें सबसे अधिक हैं।

प्रभात खबर की दूसरी सबसे बड़ी सुर्खी है: नीतीश से मिलने के बाद तेजस्वी बोले- राजद व जदयू साथ-साथ। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि जदयू के साथ राजद के मनमुटाव की बात कोरी अफवाह है। “जदयू और राजद साथ-साथ हैं। हम मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।” शुक्रवार को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद व तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। करीब आधे घंटे तक नीतीश कुमार के साथ राजनीतिक मसलों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री की नाराजगी को लेकर पूछे गए सवाल पर विराम लगाते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात सरकार के कामकाज को लेकर हुई है। उन्होंने कहा, “हम लोग सरकार में हैं, वह मुख्यमंत्री हैं और हम उपमुख्यमंत्री हैं। हम लोगों का लगातार मिलना जुलना रहता है।” तेजस्वी ने कहा कि हम लोग बार-बार जस्टिफाई क्यों करें। तेजस्वी ने सीट शेयरिंग के मामले पर सवाल उठाया कि क्या कोई बता सकता है कि बीजेपी कितने सीटों पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि सारे सवाल हम लोगों से ही क्यों पूछे जा रहे हैं।

सियासी बवंडर

हिन्दुस्तान की सुर्खी है: बिहार में सियासी कयासों का बवंडर। अखबार लिखता है कि बिहार में पिछले कुछ दिनों से कयासों की सियासत जारी है। इसने बवंडर का रूप ले लिया है। एनडीए के दो बड़े नेता केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी दावा कर रहे हैं कि नीतीश कुमार एनडीए में आ रहे हैं। बड़ी चतुराई से मांझी लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की नीतीश कुमार की मुलाकात को इसी संदर्भ से जोड़ते हैं। पारस कहते हैं, समय बलवान होता है। इस महीने का इंतजार करना होगा। उधर, तेजस्वी का दावा है कि गठबंधन मजबूत है। गृहमंत्री अमित शाह ने भी एक पत्रिका से साक्षात्कार में ‘बिछड़े हुए दल वापस हो रहे हैं’ के सवाल पर कहा कि जदयू का प्रस्ताव आया तो विचार करेंगे। जदयू के वरिष्ठ नेता व मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि शाह ने कभी ये नहीं कहा कि जदयू के लिए दरवाजे बंद है लेकिन हमने उन्हें कोई प्रस्ताव नहीं दिया है। उधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने दावा किया कि अब जदयू के लिए भाजपा का दरवाजा बंद हो चुका है, जदयू की अब इंट्री नहीं होने वाली है।

जदयू का मामला फंसा

भास्कर की सुर्खी है: जदयू की लोकसभा की चार, राज्यसभा की एक सीट पर मामला फंसा। अख़बार लिखता है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शुक्रवार को उनके आवास पर सीट शेयरिंग पर बात की। राज्यसभा की सीटों पर भी चर्चा हुई। अप्रैल में जदयू के दो राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। जदयू के वर्तमान विधायकों की संख्या के हिसाब से इस बार उसका एक ही सदस्य राज्यसभा जा सकता है। ऐसे में लोकसभा की 40 सीटों के साथ राज्यसभा की दूसरी सीट पर भी बात हो रही है। जहां तक लोकसभा की सीटों के बंटवारे की बात है तो इसमें जदयू की चार सीटिंग सीट को लेकर मामला फंस रहा है।

सीमांचल में गरीबी

प्रभात खबर की सुर्खी है: सीमांचल के जिलों में बहुआयामी गरीबी अधिक, अररिया में 52.07 प्रतिशत आबादी गरीब। सीमांचल जिलों में बहुआयामी गरीबी दूसरे जिलों की तुलना में अधिक है। बिहार में सबसे अधिक गरीबी अररिया जिले में है। वहां 52.07 प्रतिशत आबादी नीति आयोग के बहुआयामी गरीबी के निर्धारित पैमाने पर गरीब है। सीमांचल में अररिया, पूर्णिया और कोसी में सुपौल, सहरसा व मधेपुरा सबसे गरीब जिले हैं। वहीं सीवान जिले में सबसे कम गरीबी है। वहां महज 17.14% आबादी ही गरीब है। नीति आयोग ने 12 पैमाने पर गरीबी को तय किया है।

लालू को ईडी का नोटिस

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: ईडी ने लालू, तेजस्वी को थमाया नोटिस। अख़बार लिखता है कि एक तरफ बिहार में सियासी पारा गर्म होना शुरू हो गया है तो दूसरी ओर जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी की गतिविधियां भी बढ़ गई हैं। लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते 2004 से 2009 के बीच रेलवे में हुए भर्ती घोटाले में शनिवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट का फैसला आएगा। इससे पहले शुक्रवार को पटना में ईडी ने राजद प्रमुख व पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद और उनके पुत्र बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पूछताछ का नया नोटिस थमाया। नोटिस उनके गार्ड को दिया गया और प्राप्ति हस्ताक्षर लिया गया।

टेंट से भव्य मंदिर में श्रीराम की मूर्ति

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सुर्खी है: रामलला टेंट से भव्य मंदिर में आए: मोदी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सोलापुर में शुक्रवार को 90,000 से अधिक घर लाभार्थियों को समर्पित किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि भगवान राम के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक क्षण नजदीक आ गया है। “कई वर्षों तक टेंट में भगवान राम की पूजा करने का कष्ट अब दूर हो जाएगा। भगवान मंदिर में विराजने जा रहे हैं।”

जली पवित्र अग्नि

प्रभात खबर की पहली हेडिंग है: प्रज्वलित हुई पवित्र अग्नि। अयोध्या के मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा से पहले वैदिक अनुष्ठान शुक्रवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया। शुक्रवार को पवित्र अग्नि प्रज्वलित की गई। यह अग्नि अरणी मंथन से प्रकट की गई। इस विधि में शमी व पीपल की लकड़ी के घर्षण से अग्नि को प्रकट किया जाता है।

एक देश, एक चुनाव नामंजूर: कांग्रेस

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषय पर सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा कि कांग्रेस ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ का विरोध करती है। समिति को भेजे सुझाव में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने का विचार संविधान की संरचना के विरुद्ध है। “संसदीय शासन व्यवस्था को अपनाने वाले देश में एक साथ चुनाव की अवधारणा का स्थान नहीं है।”

कुछ और सुर्खियां

  • केके पाठक छुट्टी से लौटे और दिए कई निर्देश, 31 तक की छुट्टी की बात निकली अफवाह
  • झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ आज
  • यूपी में राष्ट्रीय लोक दल सात लोकसभा सीटों पर लड़ेगा, समाजवादी पार्टी से समझौता
  • दरभंगा से अयोध्या के लिए विमान सेवा 1 फरवरी से
  • सुप्रीम कोर्ट ने ठुकराई बिलकीस बानो मामले के दोषियों की मोहलत की गुहार
  • रेलवे में 5969 सहायक लोको पायलट की होगी भर्ती

अनछपी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक मंत्रिमंडल सहयोगी हैं अशोक कुमार चौधरी। जदयू में रहते हुए अशोक चौधरी बीच-बीच में ऐसे बयान देते रहते हैं जिनसे उस अफवाह को बल मिलता है जिसमें यह दावा किया जाता है कि नीतीश कुमार जल्द ही एनडीए में शामिल होने वाले हैं। इस मामले में ध्यान देने की बात यह है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ तौर पर कहा था कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा का दरवाजा बंद है। अब अशोक चौधरी ने यह दावा किया है कि अमित शाह ने ऐसा नहीं कहा। दूसरी और अमित शाह ने नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के एक सवाल के जवाब में छोटा सा जवाब दिया- प्रस्ताव आएगा तो विचार होगा। अमित शाह और अशोक चौधरी के बयानों को देखा जाए तो उसे अफवाह का आधार बनता है कि नीतीश कुमार एनडीए में जा रहे हैं। लेकिन मजे की बात यह है कि जनता दल यूनाइटेड की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और फिर अशोक चौधरी ही यह भी कहते हैं कि जनता दल यूनाइटेड ने ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं दिया है। यह पता नहीं कि अशोक चौधरी के इस बयान को जनता दल यूनाइटेड किस रूप में देखा है लेकिन इतना तय है कि इससे शक पैदा होने की गुंजाइश बनती है। इस शक को भड़काने में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल आगे आगे हैं। रालोचपा के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी भी ऐसे बयान दे रहे हैं जिनसे लगता है कि नीतीश कुमार एनडीए में जा सकते हैं। उनके इसी तरह के बयानों के आधार पर पत्रकारों का एक वर्ग भी यह बात फैलाने में लगा है कि नीतीश कुमार ‘इंडिया’ छोड़कर एनडीए गठबंधन में जा सकते हैं। लेकिन सच्चाई क्या है? खुद नीतीश कुमार कई बार इस बात का खंडन कर चुके हैं और अब तेजस्वी यादव ने भी यह कहा है कि राजद और जेडीयू साथ-साथ हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि जदयू की ओर से इस बात का उतने जोरदार तरीके से खंडन नहीं किया जाता कि नीतीश कुमार एनडीए में जा सकते हैं। शायद यही वजह है कि उनके बारे में ऐसी अफवाहों को लोग आसानी से मान लेते हैं। फिलहाल राजनीतिक परिस्थितियों ऐसी है जिसमें एनडीए में जाने से नीतीश कुमार कोई लाभ नहीं दिखता। ऐसे में यह माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में अपना दबदबा बढ़ाने के लिए जदयू भी इस तरह के अफवाहों का जोरदार तरीके से खंडन नहीं करता।

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