छपी-अनछपी: इंजीनियर के यहां छापेमारी में मिली 7 करोड़ की संपत्ति, कनाडा के लोगों के लिए वीजा बंद

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बांका में पदस्थापित बिजली विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के यहां आय से अधिक संपत्ति मिलने की खबर प्रमुखता से ली गई है। कनाडा के साथ संबंध बिगड़ने के बाद वहां के लोगों के लिए भारत का वीजा देना बंद कर दिया गया है। इसकी भी अच्छी कवरेज है। महिला आरक्षण बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी पारित होने की खबर को सबसे अधिक तवज्जो मिली है।

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: साथी कर्मचारियों की शिकायत पर कार्यपालक अभियंता के यहां छापा, 7 करोड़ की संपत्ति मिली। यही खबर हिन्दुस्तान में दूसरी लीड बनी है जिसकी सुर्खी है: इंजीनियर के ठिकानों पर छापे 40 लाख नकद मिले। राज्य की विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने गुरुवार को आय से अधिक संपत्ति मामले में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता के चार शहरों में स्थित ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। दानापुर, बांका, पूर्णिया और भागलपुर में अभियंता के आवासीय परिसर व कार्यालय में सुबह से देर शाम तक चली कार्रवाई के दौरान 40 लाख नकद समेत 7 करोड़ से अधिक की चल एवं अचल संपत्ति के प्रमाण मिले। हालांकि 8 साल की नौकरी में उन्हें वेतन मद 66 लाख रुपये मिले हैं। संजीव अभी साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के तहत बांका विद्युत सप्लाई डिविजन में तैनात थे।

हिस्सा नहीं देने पर हुई शिकायत

भास्कर लिखता है कि बांका के बिजली विभाग में कार्यपालक अभियंता के पद पर कार्यरत संजीव कुमार गुप्ता बगैर किसी को हिस्सेदारी दिए अवैध कमाई करते थे। साथ ही छोटी-छोटी गलतियों पर अधीनस्थों को लगातार फटकार लगाते थे। इससे नाराज अधीनस्थ कर्मचारियों ने उनके भ्रष्टाचार की शिकायत विशेष निगरानी विभाग से कर दी। इसके बाद शिकायत की वास्तविकता का पता लगाने के लिए निगरानी विभाग की एक टीम ने लगातार 40 दिनों तक संजीव कुमार गुप्ता के कार्यों पर निगाह बनाए रखी।

कनाडा के लोगों के लिए वीजा बंद

हिन्दुस्तान के अनुसार खालिस्तान समर्थक आतंकियों को पनाह देने के मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में भारत ने गुरुवार को कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सुविधा रोक दी। हालांकि कनाडा के जिन व्यक्तियों को पहले से वीजा जारी है वे भारत आ-जा सकेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि कनाडा में भारतीय दूतावास के कार्मिकों को धमकी मिल रही है। सुरक्षा मुद्दों और काम में व्यवधान के चलते भारत वहां वीजा सेवाएं जारी रखने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में इन्हें स्थगित रखने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि ई वीजा सुविधा भी स्थगित रहेगी और किसी तीसरे देश से भी कनाडा के नागरिकों को भारतीय वीजा नहीं दिया जा सकेगा।

पंजाब के गैंगस्टर का कनाडा में क़त्ल

पंजाब के सर्वाधिक वांछित अपराधियों में से एक गैंगस्टर सुखदुल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की अज्ञात लोगों ने कनाडा के विनिपेग शहर में हत्या कर दी। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक सदस्य ने हत्या की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि दुनेके की हत्या उस वक्त की गई जब वह अपने फ्लैट पर था।

महिला आरक्षण बिल राज्यसभा से भी पास

हिन्दुस्तान, जागरण और प्रभात खबर की लीड एक जैसी है: महिला आरक्षण बिल राज्यसभा से पास, समर्थन में 215 वोट। संसद और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिलने का रास्ता साफ हो गया है। राज्यसभा में गुरुवार को नारी शक्ति वंदन अधिनियम सर्वसम्मति से पारित हो गया। विधेयक के पक्ष में 215 वोट पड़े, वहीं, विरोध में कोई मत नहीं पड़ा। राज्यसभा में बिल पर साढ़े दस घंटे से ज्यादा चर्चा हुई और 72 सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा लिया। विपक्ष की ओर से पेश किए गए सभी संशोधन खारिज हो गए।

जनगणना पर नीतीश का सवाल

जागरण की खबर है: जनगणना अभी करने में क्या दिक्कत: मुख्यमंत्री। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को यह सवाल उठाया कि जनगणना अभी कराने में केंद्र सरकार को क्या दिक्कत है। “वर्ष 2024 के बाद का इंतजार क्यों? इसे तुरंत कर देना चाहिए। महिला आरक्षण बिल लोकसभा से पारित होने के बाद के संदर्भ में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिल के पारित होने का क्या फायदा जब जनगणना हुई ही नहीं।”

जब राहुल गांधी कुली बने

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी गुरुवार सुबह दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने कुली की लाल ड्रेस पहनी और सिर पर सामान उठाया। इस दौरान उनके साथ मौजूद कुली राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए। इसके बाद उन्होंने कुलियों से बातचीत की और उनकी परेशानियों के बारे में पूछा।

मणिपुर में कोर्ट पर हमले की कोशिश

मणिपुर में पुलिस द्वारा हथियारों के साथ पकड़े गए पांच मेइती युवकों को रिहा न करने पर गुरुवार को लोगों ने पुलिस स्टेशनों और अदालतों पर धावा बोलने की कोशिश की। सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया। वहीं, झड़प में 10 से अधिक लोग घायल हो गए। इसके बाद प्रशासन ने पूरी इंफाल घाटी में कर्फ्यू लगा दिया। 16 सितंबर को, मणिपुर पुलिस ने अत्याधुनिक हथियार रखने और छद्म वर्दी पहनने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। मेइती महिला संगठन ‘मीरा पैबिस’ और छह स्थानीय क्लब गिरफ्तार किए गए पांच ग्रामीण स्वयंसेवकों की बिना शर्त रिहाई की मांग कर रहे हैं।

पाकिस्तान में चुनाव

पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को घोषणा की कि देश में आम चुनाव जनवरी, 2024 के आखिरी हफ्ते में कराए जाएंगे। आयोग ने कहा कि उसने निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन कार्य की समीक्षा की है। परिसीमन किए गए निर्वाचन क्षेत्रों की शुरुआती सूची 27 सितंबर को जारी की जाएगी।

कुछ और सुर्खियां

  • एसटीईटी की गलत आंसर की बिहार बोर्ड ने वापस ली
  • हर दिन 300 स्कूलों की प्रगति की जांच करेगा शिक्षा विभाग
  • भागलपुर के आयुक्त समेत 8 आईएएस अफसरों का तबादला
  • बिहार चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष के चुनाव में सुभाष पटवारी जीते
  • मतदाता पहचान पत्र से आधार को जोड़ना अनिवार्य नहीं: चुनाव आयोग
  • 500 करोड़ के घोटाले के मामले में केंद्र को जांच एजेंसी तय करने का हाई कोर्ट का निर्देश

अनछपी: बांका में बिजली विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के यहां 7 करोड़ से अधिक संपत्ति मिलने का मामला ऐसा नहीं है जिस पर किसी को ताज्जुब होता हो। 2014 में असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर योगदान देने के महत्व 9 सालों में उन्होंने घोषित आय से 300% से अधिक संपत्ति अर्जित कर ली। यह संपत्ति घूसखोरी के जरिए ही अर्जित की गई है और ऐसे में आम बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं के बारे में सोचा जा सकता है। उन पर आरोप है कि उन्होंने बड़े-बड़े उपभोक्ताओं को गलत तरीके से बिजली का कनेक्शन देने के आवाज में घूस लिया। इसके अलावा बिलिंग के मामले को ठीक करने के नाम पर भी उन पर घूसखोरी का आरोप है। बिजली विभाग के इंजीनियर की घूसखोरी से सरकार को जो नुकसान होता है वह तो हुआ ही होगा लेकिन इससे आम लोगों को होने वाले परेशानी का अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसे अनगिनत इंजीनियर होंगे जिनके बारे में आम लोगों की शिकायत है, हालांकि इस इंजीनियर की शिकायत जब विभागीय कर्मचारियों ने की तब उस पर कार्रवाई हुई। रोचक बात यह है कि विभागीय कर्मचारियों को शिकायत करने का मौका इसलिए मिला क्योंकि घूसखोरी में उनके अनुसार उन्हें उनका हिस्सा नहीं मिल रहा था। यह बहस बिजली विभाग की बात नहीं है लगभग हर विभाग के इंजीनियर से शिकायत मिलती है लेकिन कार्रवाई कभी-कभार ही होती है। निगरानी विभाग आम लोगों से यह उम्मीद करता है कि उन्हें ऐसे घूसखोरों के बारे में सूचना दी जाए लेकिन इसकी व्यवस्था और आसान होनी चाहिए ताकि लोग अपनी परेशानी बता सकें। घूसखोरों को पकड़ने की व्यवस्था के तहत जितना काम होना चाहिए उससे काफी कम काम होता है और इसे बढ़ाने की सख्त जरूरत है।

 

 

 

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